गर्मी के दिनों में अधिकतर लोग ज्यादातर वक्त एयरकंडीशन रूम्स में बिताते हैं, जिससे उन्हें पानी की प्यास का अंदाज़ा नहीं हो पाता है। इसके चलते शरीर में डिहाइड्रेशन (dehydration) का खतरा पैदा होने लगता है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए कुछ रिफ्रेशिंग फूड्स मददगार साबित होते हैं। उन्हें खाने से न केवल गर्मी की समस्या हल हो जाती है बल्कि शरीर में पानी की भी उच्च मात्रा बनी रहती है। जानते हैं ऐसे हाइड्रेटिंग फूड्स (hydrating foods) जिनकी मदद से शरीर में पानी की मात्रा को नियमित बनाए रखने में मिलती है मदद।
शरीर में मौजूद 60 फीसदी पानी की मात्रा कभी यूरिन, तो कभी स्वैटिंग से कम होने लगती है। इसे भरपूर मात्रा में बनाए रखने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना ज़रूरी है। यूएस नेशनल अकेडमी ऑफ साइंस के अनुसार जहां महिलाओं को एक दिन में 2.7 लीटर पानी की आवश्यकता होती है, तो वहीं पुरूषों को एक दिन में 3.7 लीटर वॉटर इनटेक करना चाहिए। जहां स्पाइसी, सॉल्टी और शुगरी फूड्स से पानी की मात्रा शरीर में घटने लगती है, तो वहीं हाइड्रेटिंग फूड्स (hydrating foods) की मदद से शरीर में पानी की मात्रा के स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार पानी नहीं पीने से शरीर में डिहाइड्रेशन (Dehydration) का सामना करना पड़ता है। इसके चलते शरीर में थकान, सिरदर्द, त्वचा की समस्याएं, मांसपेशियों में ऐंठन, लो ब्लड प्रेशर और हार्ट बीट बढ़ने की समस्या का सामना करना पड़ता है। वे लोग जिनका वॉटर इनटेक बेहद कम है, उन्हें ऑर्गन फेलियर का भी सामना करना पड़ता है।
एनआईएस की रिपोर्ट के अनुसार तरबूज में 92 फीसदी पानी की मात्रा पाई जाती है। दिनभर में 1 बाउल तरबूज खाने से शरीर में पानी की कमी को पूरा किया जा सकता है। इसके सेवन से शरीर को ज़रूरी विटामिन, मिनरल और मैग्नीशियम की प्राप्ति होती है। तरबूज से शरीर हाइड्रेट रहता है और क्रॉनिक इलनेस (chronic illness) से भी बच जाता है।
खीरे में 95 फीसदी पानी की मात्रा पाई जाती है। इस लो कैलोरी फूड (low calorie food) का सेवन करने से शरीर को विटामिन के, पोटेशियम और मैग्नीशियम की प्राप्ति होती है। रोज़ाना खीरा खाने से शरीर में पानी की उच्च मात्रा बनी रहती है। साथ ही इससे वेटलॉस (weight loss) में भी मदद मिलती है। खीरे में मौजूद फाइटोकेमिकल्स की मात्रा शरीर को मौसमी बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं। इसे सलाद, सब्जि, स्प्राउट्स और रायते में डालकर मील में एड किया जा सकता है।
अक्सर सलाद की गार्निशिंग या जूस के लिए प्रयोग की जाने वाले सेलेरी शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करती है। अमजोद के नाम से मशहूर सेलेरी (celery) का सेवन करने से शरीर को एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है। डॉ अदिति शर्मा के अनुसार एक कप सेलेरी का सेवन करने से शरीर में आधा कप पानी की कमी पूरी हो जाती है। बरसात के मौसम में सेलेरी को रेसिपीज़ में एड करके खाने से शरीर में माइक्रोओरगेनिज्म (microorganism) की ग्रोथ का रोकने में मदद मिलती है
दही में प्रोबायोटिक्स की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे गट हेल्थ को मज़बूत बनाए रखने में मदद मिलती हैं। इससे डाइजेशन मज़बूत बनता है और शरीर हाइड्रेट रहता है। दही को खाने से शरीर को पोटेशियम की प्राप्ति होती है, जिससे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट (electrolyte) बैलेंस मेंटेन रहता है। एनआईएच के अनुसार 1 कप दही में 75 फीसदी पानी की मात्रा पाई जाती है।
टमाटर से शरीर को पानी की मात्रा प्राप्त होती है। एक टमाटर का सेवन करने से शरीर को आधा कप पानी मिलता है। टमाटर का सेवन करने से शरीर को इम्यून बूस्टिंग विटामिन ए और विटामिन सी की प्राप्ति होती है। इस फाइबर रिच फूड से शरीर हाइड्रेट रहता है और एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है। नियमित रूप से टमाटर का सेवन करने से शरीर को एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है।
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