पीली या नारंगी किशमिश का खट्टा-मीठा स्वाद तो आप सब ने चखा होगा, लेकिन क्या आपने कभी काली किशमिश खाई है? दरअसल, काली किशमिश काले अंगूरों से बनती है। काले अंगूरों से बनी यह किशमिश पीली या नारंगी किशमिश की तुलना में सेहत के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होती हैं। यह न सिर्फ आप में खून की कमी को दूर कर सकती है, बल्कि आपकी स्किन और बालों में भी नई जान डाल सकती है। तो आइए जानते हैं काली किशमिश के फायदे (Black raisins health benefits)।
काली किशमिश कई पोषक तत्वों का खजानाा है। इसकी वजह है काली किशमिश की गर्म तासीर। इसमें फाइबर, प्रोटीन, शुगर, सोडियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, विटामिन और आयरन पाया जाता है। जिससे बीपी, हार्ट, पेट, हड्डियों, स्किन और बालों की समस्याओं से बचाव होता है। पुणे की आहार विशेषज्ञ राधिका कालरा के मुताबिक, काली किशमिश एक स्वादिष्ट और पौष्टिक मेवा है। इससे एक तरफ शरीर को ऊर्जा मिलती है, वहीं यह वजन घटाने में मददगार है। इसके अलावा यह औषधीय गुणों का भंडार है। आपको कई रोग व समस्यायों से दूर रखता है।
काली किशमिश में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इस कारण यह पाचन से जुड़ी दिक्कतों को दूर करती है। यह अपने इन्हीं गुणों के कारण कब्ज और पेट को अच्छी तरह साफ करने में मददगार है। आप अपने पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए काली किशमिश का नियमित सेवन कर सकती हैं।
फाइबर के अलावा इसमें कैल्शियम, बोरोन और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। हड्डियों के विकास में बोरोन लाभकारी है। वहीं, हड्डियों की बोन डेंसिटी को मजबूत करने में कैल्शियम और मैग्नीशियम सहायक हैं। यही वजह है कि काली किशमिश खाने से ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या ठीक हो सकती है।
किशमिश में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। इसके नियमित सेवन से खून की कमी दूर होती है। जो लोग एनीमिया की समस्या से जूझ रहे हैं वे किशमिश का नियमित सेवन कर इससे छुटकारा पा सकते हैं।
बीपी को नियंत्रित करने में फाइबर और पोटेशियम तत्व अहम माने जाते हैं। यह दोनों पोषक तत्व काले किशमिश में भरपूर मात्रा में पाए है। यही वजह है कि जिन लोगों हाई बीपी की शिकायत है वे इसे नियंत्रित करने के लिए काले किशमिश कर सेवन कर सकते हैं।
हार्ट अटैक की एक बड़ी वजह बैड कोलेस्ट्रॉल एलडीएल है। बैड कोलेस्ट्रॉल और फैट बर्न करने में फाइबर और पॉलिफिनॉल्स तत्वों की अहम भूमिका मानी जाती है। ये दोनों पोषक तत्व काली किशमिश में अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। काले किशमिश का सेवन हार्ट डिजीज के खतरे कम करने में मददगार है।
आयरन और विटामिन-सी जैसे पोषक तत्वों की कमी के कारण बालों के झड़ने की समस्या आती है। काली किशमिश में आयरन और विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके नियमित सेवन से बालों का झड़ना नियंत्रित हो सकता है। यदि आपके लगातार सफेद हो रहे हैं तब भी आप काले किशमिश का सेवन कर सकते हैं।
अपने एंटी बैक्टीरियल गुणों के कारण काली किशमिश त्वचा की समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार है। काले किशमिश के नियमित सेवन से आपकी स्किन चमकदार और हेल्दी बनी रहती है।
काली किशमिश में एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं, जो कमजोर याददाश्त मजबूत करने में सहायक हैं। जो लोग अपनी कमजोर होती याद्दाश्त से परेशान हैं, वे नियमित रूप से काली किशमिश का सेवन कर सकते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंऔषधीय गुणों से भरपूर काली किशमिश (7-8) रोजाना रात को भिगो दें। सुबह उठकर किशमिश के साथ पानी भी पी लें। काली किशमिश के सेवन के आधे घंटे तक दूसरी चीजों को खाने से बचे। इसके अलावा खीर या दूसरे व्यंजनों में भी आप इसका सेवन कर सकते हैं।
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