Rainbow Diet: बच्चों के हेल्दी ग्रोथ एवं डेवलेपमेंट के लिए उन्हें दें रंग बिरंगे फल एवं सब्जियों की गुणवत्ता
बच्चों को पूरी तरह से स्वस्थ रहने के लिए, संतुलित एवं पौष्टिक आहार की जरूरत होती है। पर आमतौर पर बच्चों को पौष्टिक खाना देना इतना आसान नहीं होता। ज्यादातर बच्चे फल, सब्जी आदि जैसे पौष्टिक खाद्य पदार्थों को खाने से कतराते हैं। ऐसे में वे अक्सर कई जरूरी पोषक तत्वों की गुणवत्ता से वंचित रह जाते हैं। छोटे बच्चे रंगों के प्रति अधिक आकर्षित होते हैं, और यदि खाद्य पदार्थों को उनके सामने सही तरह से प्रेजेंट किया जाए, तो वे इसे एंजॉय करते हैं।
बच्चों को हर दिन कई तरह के फल एवं सब्जियों की जरूरत होती है। ऐसे में कई ऐसी रंगीन फल एवं सब्जियां हैं, जो पोषक तत्वों का भंडार होती हैं और आपको कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को गुणवत्ता प्राप्त करने में मदद करती है। आप इंद्रधनुष यानी कि रेनबो को एक मार्गदर्शक के रूप में इस्तेमाल कर सकती हैं। इसका मतलब है, कि इंद्रधनुष के रंगों जैसे रंगीन फल एवं सब्जियों को प्लेट में सजाकर बच्चों को इन खाद्य पदार्थों की ओर आकर्षित किया जा सकता है (Rainbow Diet for kids)।
कोई भी एक फल या सब्ज़ी बच्चों को सभी जरूरी पोषक तत्व प्रदान नहीं कर सकती। लाल, नारंगी, पीले, हरे और बैंगनी रंग के फल एवं सब्जियों को ग्रुप में विभाजित करके आप बच्चों के लिए फल और सब्जियों का सेवन मज़ेदार और आसान बना सकती हैं! छोटी उम्र के बच्चे भी इंद्रधनुष खाने की अवधारणा को आसानी से समझ सकते हैं। तो आइए जानते हैं रेनबो डाइट के बारे में कुछ जरूरी बातें (Rainbow Diet for kids)।
यहां जानें रेनबो डाइट के रंगीन फल एवं सब्जियों के बारे में (Rainbow Diet for kids)
- लाल – लाल रंग की सब्जियों में शामिल है टमाटर, स्ट्रॉबेरी, चुकंदर, लाल प्याज, चेरी, आदि। आप इन्हें सजाकर इंद्रधनुष का लाल रंग तैयार कर सकती हैं।
- नारंगी और पीला – खुबानी, पीली मिर्च, शकरकंद, केला, अनानास, आम, कद्दू, संतरे और आड़ू का रंग पीला और नारंगी होता है, आप इन्हें सजाकर नारंगी या पीला रंग बना सकती हैं।
- हरा – हरे रंग की सब्जियां बेहद पौष्टिक होती हैं, आप इन्हें अपने इंद्रधनुष डाइट में शामिल कर सकती हैं। पालक, ब्रोकली, गोभी, केल जैसी पत्तेदार सब्जियों से अपना प्लेट सजाएं।
- सफ़ेद – फूलगोभी, सफ़ेद बीन्स, प्याज़, लीची, लहसुन, चीकू, केला आदि सफेद होते हैं। इनकी मदद से अपने अनुसार अपना इंद्रधनुष तैयार कर सकती हैं।
- नीला और बैंगनी – बैंगन, बैंगनी गोभी, पैशन फ्रूट, बैंगनी अंगूर, बैंगनी बेर, आलूबुखारा और डार्क चेरी, आदि को काटकर अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
बेहद खास हैं ये रंग बिरंगी फल एवं सब्जियां (Rainbow Diet for kids)
- लाल टमाटर और स्ट्रॉबेरी एक स्वस्थ हृदय के निर्माण में मदद करती हैं। जबकि नारंगी गाजर और शकरकंद आंखों की रोशनी को बढ़ाते हैं।
- केला और शिमला मिर्च जैसे सुपरफूड्स हड्डियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में आपकी मदद कर सकते हैं।
- पालक और ब्रोकली जैसी हरी सब्जियां आयरन, कैल्शियम, विटामिन के और फाइबर से भरपूर होती हैं। यह बच्चों में स्वस्थ हड्डियों के निर्माण के साथ ही एक बेहतर डेवलपमेंट में मदद करती हैं।
- फूलगोभी, लहसुन, प्याज, मशरूम जैसी सफेद रंग की सब्जियां विटामिन सी प्रदान करती हैं, जो सूजन से लड़ने में मदद करती हैं, और आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देती हैं।
- ब्लूबेरी और बैंगन जैसे नीले और बैंगनी रंग के खाद्य पदार्थ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, ये सभी मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बनाते हैं।
जानिए बच्चों के लिए रेनबो डाइट के फायदे (Benefits of Rainbow Diet for kids)
1. संतुलित पोषण प्राप्त करने में मदद करता है
विभिन्न रंगों के खाद्य पदार्थ बच्चे के स्वास्थ्य के लिए अलग-अलग प्रकार के महत्वपूर्ण विटामिन एवं मिनरल्स की गुणवत्ता प्रदान करते हैं। इस प्रकार बच्चों में पोषक तत्वों की कमी नहीं होती और एक बेहतर ग्रोथ में मदद मिलती है।
2. इम्यूनिटी बूस्टिंग है
इन खाद्य पदार्थों में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मौजूद होते हैं, चाहे वे लाल रंग के हों, हरे रंग के हों या बैंगनी रंग के। विशेष रूप से नारंगी रंग के खट्टे फलों में विटामिन सी की गुणवत्ता पाई जाती है। ये सभी एक साथ मिलकर शरीर की प्रतीक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करते हैं, जिससे संक्रमण तथा अन्य संभावित बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
3. ग्रोथ एवं डेवलपमेंट में मदद करता है
आयरन, कैल्शियम और विटामिन डी जैसे मिनरल्स से भरपूर रंग बिरंगे फल और सब्जी बच्चों की हड्डियों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करते हैं और यहां तक कि उनके मस्तिष्क की शक्ति को बढ़ाते हैं, और सामान्य ग्रोथ में मदद करते हैं। छोटे बच्चों के डेवलेपमेंट पर उचित ध्यान देना बहुत जरूरी है। डेवलपमेंट पूरी तरह से खाद्य पदार्थों की सेवन पर निर्भर करता है, इसलिए डाइट के प्रति पूरी तरह से सचेत रहें।
4. स्वस्थ मल त्याग को बढ़ावा दे
फाइबर से भरपूर फल एवं सब्जियों के सेवन से बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों की गुणवत्ता प्राप्त होती है, जिससे उन्हें कब्ज की समस्या नहीं होती है और स्वस्थ मल त्याग में मदद मिलती है। बच्चों में शुरुआत से ही एक स्वस्थ एवं संतुलित पाचन क्रिया के निर्माण पर ध्यान देना चाहिए, अन्यथा आगे चलकर उन्हें पाचन संबंधी समस्याएं परेशान करना शुरू कर देती हैं।
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