गिलोय,जिसे गुडुची या टीनोस्पोरा कॉर्डिफ़ोलिया के रूप में भी जाना जाता है,जिसको अक्सर “अमृता” कहा जाता है, जिसका अनुवाद “द ड्रिंक ऑफ मोर्टलिटी” है। सच कहें तो ये सभी नाम गिलोय पर उसकी गुडनेस के कारण एकदम फिट बैठते हैं।
वास्तव में, यह अपने औषधीय गुणों के कारण हजारों वर्षों से आयुर्वेद का एक अभिन्न अंग रहा है। यह इलाज करने के साथ-साथ बीमारियों को रोकने में भी मददगार साबित हुआ है। ताकि हमारा स्वास्थ्य दवाओं के साइड इफैक्ट से बच सके।
यह दिल के आकार का पत्ता हाल ही में कोरोनावायरस महामारी के कारण चर्चा में रहा है। लोगों ने गिलोय के फायदों को फिर से खोज लिया है और अपनी प्रतिरक्षा को बेहतर रखने के लिए नियमित रूप से इसका सेवन कर रहे हैं। हालांकि,जैसा कि हम गिलोय के बारे में जानते हैं,यह स्पष्ट हो रहा है कि यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में बेहद मददगार हो सकता है।
हम बेहद व्यस्त जीवन जीते हैं,जिसके परिणामस्वरूप अक्सर स्लीप साइकल में परेशानी आना,भोजन का कोई निश्चित समय न होना और शारीरिक गतिविधि की कमी होना आम है। इससे हमारे ब्लड शुगर लेवल पर सीधा असर पड़ता है, क्योंकि यह हमारे शरीर पर गलत जीवनशैली का परिणाम होता है,जिससे रक्तप्रवाह में मौजूद चीनी का उपयोग ऊर्जा उत्पादन के लिए प्रभावी रूप से करना मुश्किल हो जाता है। समय के साथ,यह मधुमेह के विकास को जन्म दे सकता है।
गिलोय इन सभी चीजों का मुकबला करते हुए आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकता है। यहां,गिलोय आपके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखकर आपको मधुमेह से छुटकारा पाने में मदद कर सकती है। पबमेड सेंट्रल में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि गिलोय में शक्तिशाली मधुमेह विरोधी गुण पाए जाते हैं।
गिलोय पाचन पर काम करके मेटाबोलिज़्म में सुधार करता है। जिसे आयुर्वेद में पाचन गुण के रूप में जाना जाता है। यह अवशोषण में भी सुधार करता है (आयुर्वेद में इसे दीपन गुणों के लिए जाना जाता है।) इससे अधिक और क्या चाहिए। ये दोनों कार्य रक्त शर्करा के स्तर को बेहतर बनाए रखते हैं।
जिससे हमारे शरीर की कार्यप्रणाली बेहतर होती है। इसके अलावा, गिलोय में एंटीऑक्सिडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। जिसका अर्थ है कि यह मधुमेह से संबंधित बीमारियों जैसे घाव और किडनी के कार्य को ठीक करने में भी मदद कर सकता है।
जब इसका सेवन करने की बात आती है,तो पाचन क्रिया के लिए खाली पेट सुबह गिलोय का सेवन करना अच्छा होता है। इसके रस का सेवन करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसका एक छोटा कैप्सूल होता है उसे भी आप चुन सकती हैं या इसका सेवन करने के लिए गर्म पानी के साथ गिलोय पाउडर मिला सकती हैं। निश्चिंत रहें इसके उपयोग के बाद,आप खुद देखेंगे कि ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करना कितना आसान हो गया है।