दूध में गुड़ मिलाकर पीना आपकी सेहत को दे सकता है ये 7 अद्भुत स्वास्थ्य लाभ

सदियों से लोग दूध में गुड़ मिलाकर पी रहे हैं। गुड़ में मौजूद आयरन, पोटेशियम, प्रोटीन और मैग्नीशियम की मात्रा शरीर को कई समस्याओं से दूर रखती है। जानते हैं दूध में गुड़ मिलाकर पीने से शरीर को कौन से फायदे मिलते हैं
doodh mei gud milaane ke fayde
गुड़ में मौजूद आयरन, पोटेशियम, प्रोटीन और मैग्नीशियम की मात्रा शरीर को कई समस्याओं से दूर रखती है। चित्र-शटरस्टॉक.।
ज्योति सोही Published: 4 Sep 2024, 08:00 am IST
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इनपुट फ्राॅम

आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर गुड़ का प्रयोग रेसिपीज़ से लेकर होम रेमिडीज़ तक हर चीज़ में किया जाता है। मां की रसोई में मौजूद गुड़ पौष्टिक तत्वों से भरपूर है। बचपन में खाना खाने के बाद अक्सर गुड का एक छोटा टुकड़ा मां खाने के लिए ज़रूर देती हैं। उनकी बताई बात आज भी याद है, वो कहती थीं, कि इससे खाना जल्दी पच जाता है। साथ ही शुगर क्रेविंग को भर कम किया जा सकता है। इसके अलावा गुड़ को दूध में मिलाकर पीने से भी शरीर को कई फायदे मिलते हैं। जानते हैं दूध में गुड़ मिलाकर (milk with jaggery) पीने से शरीर को कौन से फायदे मिलते हैं।

इस बारे में डायटीशियन व सर्टिफाइट डायबिटीज़ एजुकेटर डॉ अर्चना बत्रा बताती हैं कि सदियों से लोग दूध में गुड़ मिलाकर पी रहे हैं। गुड़ में मौजूद आयरन, पोटेशियम, प्रोटीन और मैग्नीशियम की मात्रा शरीर को कई समस्याओं से दूर रखती है। गुड़ खाने से डाइजेशन बूस्ट होता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Tips to boost immunity) का भी विकास होता है। चीनी की जगह गरम दूध में गुड़ (Jaggery milk benefits) को मिलाकर पीने से नींद न आने की समस्या हल होने लगती है और हेल्दी वेट मेंटेन रहता है।

Gud ke fayde
गुड़ खाने से डाइजेशन बूस्ट होता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होता है। चित्र:शटरस्टॉक

जानते हैं दूध में गुड़ मिलाकर पीने के फायदे (Jaggery milk benefits)

1. डाइजेशन को करे बूस्ट

गुड़ का सेवन करने से शरीर में डाइजेस्टिव एंजाइम्स का सिक्रीशन बढ़ने लगता है, जिससे कब्ज की समस्या हल हो जाती है और बॉवल मूवमेंट नियमित होने लगता है। वहीं दूध में मौजूद कैल्शियम और विटामिन डी से एसिडिटी की समस्या हल होती है और पेट में बनने वाले एसिड से बचा जा सकता है। इसके सेवन से गट हेल्थ बूस्ट होती है।

2. इम्यून सिस्टम में सुधार

एंटीऑक्सीडेंटस और जिंक व सिलेनियम जैसे मिनरल्स से भरपूर गुड़ को खाने से शरीर में संक्रमण का प्रभाव कम हो जाता है। दूध में गुड़ को मिलाकर पीने से सर्दी खांसी से राहत मिलती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार आने लगता है। गुड़ के अलावा दूध में भी विटामिन और मिनरल की भरपूर मात्रा पाई जाती है।

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एंटीऑक्सीडेंटस और जिंक व सिलेनियम जैसे मिनरल्स से भरपूर गुड़ को खाने से शरीर में संक्रमण का प्रभाव कम हो जाता है।चित्र: शटरस्टॉक

3. एनर्जी को बढ़ाए

दिनभर काम और वर्कआउट के बाद होने वाली थकान को दूर करने के लिए दूध में गुड़ मिलाकर पीने से शरीर में कमज़ोरी कम होने लगती है। शरीर को एंक्टिव और एनर्जेटिक बनाए रखने के लिए दूध में गुड़ मिलाकर अवश्य पीएं। इससे शुगर लेवल में बढ़ने वाले स्पाइक से भी बचा जा सकता है।

4. पीरियड पेन से राहत

गुड़ के सेवन से पीरियड पेन को कम करने में मदद मिलती है। दरअसल, गुड़ को दूध में मिलाकर पीने से मांसपेशियों को आराम मिलता है, जिससे एंडोर्फिन हार्मोन ज्यादा मात्रा में रिलीज़ होता है। इससे मासिक धर्म में बढ़ने वाली ऐंठन और असुविधा को दूर करने के अलावा मूड स्विंग को भी कम करता है।

5. नींद न आने की समस्या होगी हल

गर्म दूध में ट्रिप्टोफैन नाम का अमीनो एसिड पाया जाता है। इससे नींद न आने की समस्या हल हो जाती है। वहीं गुड़ एक एंटी स्ट्रेस एजेंट के रूप में काम करता है। इसके सेवन से ब्रेन के मसल्स रिलैक्स हो जाते हैं और नींद की गुणवत्ता में सुधार आने लगता है। वे लोग जिन्हें रात में बार बार उठना पड़ता है। उन्हें भरपूर नींद लेनी चाहिए।

Gud milk se neend ko gunwatta kobadhayein
गर्म दूध में ट्रिप्टोफैन नाम का अमीनो एसिड पाया जाता है। इससे नींद न आने की समस्या हल हो जाती है। चित्र- अडोबी स्टॉक

6. रेस्पीरेटरी हेल्थ के लिए फायदेमंद

आमतौर पर अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी रेस्पीरेटी समस्याओं को कम करने के लिए पारंपरिक उपचार का इस्तेमाल किया जाता है। दरअसल, दूध में गुड़ को मिलाकर पीने से गले में जमा बलगम यानि म्यूकस को कम करके एयरवेज़ को साफ करने में मदद मिलती है। वहीं दूध की गर्माहट से भी सांस संबधी समस्याएं हल होने लगती हैं।

7. हेल्दी वेट मैनेजमेंट में करे मदद

इसमें कोई दोराय नहीं कि गुड़ में कैलोरीज़ पाई जाती है। मगर शरीर में रिफांइड शुगर के मुकाबले इसका स्लो एबजॉर्बशन क्रेविंग्स को कम करके ओवरऑल कैलोरीज़ के इनटेक को नियंत्रित करता है। इससे शरीर एक्सेसिव वेटगेन से बच पाता है।

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लेखक के बारे में

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं। ...और पढ़ें

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