प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को पोषण की प्राप्ति के लिए खान पान को लेकर उलझन का सामना करना पड़ता है। बच्चे को उच्च पोषण प्रदान करने को लेकर गर्भवती महिलाओं के मन में कई तरह के सवाल उठने लगते हैं। वे अपने आहार में फलों और सब्जियों को सम्मिलित करती है। इन्हीं फलों की श्रृंखला में एक फल ऐसा भी है, जो गर्भावस्था के दौरान मां और शिशु दोनों को फायदा पहुंचाता है। जी हां उस फल का नाम है एवोकाडो। जानते हैं एवोकाडो प्रेगनेंसी में मां और बच्चे दोनों के लिए किस प्रकार से है फायदेमंद।
नूट्रिशन से भरपूर एवोकाडो फाइबर और फोलेट रिच एक सुपरफूड है। इस फल को एलीगेटर पियर के नाम से भी जाना जाता है। अपने क्रीमी पल्प के चलते ये फल लोगों में बेहद लोकप्रिय हैं। मैक्सिको या सेंट्रल अमेरिका में बड़ी मात्रा में पाए जाने वाले इस फल की प्राप्ति पर्सिया अमेरिकाना पेड़ से होती है। एवोकाडो को बिग या लार्ज बेरी भी कहा जाता है। इसके पल्प को रेसिपीज़ में एड करके या चम्मच की मदद से भी खा सकते हैं।
इस बारे में मणिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि एवोकाडो आमेगा 3 फैटी एसिड का मुख्य स्त्रोत हैं। इसमें फाइबर, गुड कार्ब्स, मैगनीशियम, पोटेशियम और विटामिन ए, सी,ई और के की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा एवोकाडो में फोलेट की भी मात्रा पाई जाती है। इसे सॉस, सैलेड, सैंडविच और बेकिंग में प्रयोग किया जाता है। एवोकाडो में बहुत बड़ी मात्रा में फाइटो केमिकल्स पाए जाते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंटस की तरह काम करते हैं।
हार्वर्ड एजुकेशन के अनुसार मीडियम साइज़ एवोकाडो से शरीर को 240 कैलोरीज़, 13 ग्राम कार्ब्स, 3 ग्राम प्रोटीन, 22 ग्राम फैट्स पाए जाते हैं। इसमें 15 ग्राम मोनो सेचुरेडिट, 4 ग्राम पॉलीअनसेचुरेटिड और 3 ग्राम सेचुरेटिड फैट पाए जाते हैं। इसके अलावा एवोकाडो में 10 ग्राम फाइबर और 12 मिलीग्राम सोडियम की प्राप्ति होती है। साथ ही एवोकाडो में कैरोटिनॉइडस जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
डॉ अदिति शर्मा के अनुसार प्रेगनेंसी के दौरान एवोकाडो का सेवन करने से मां और बच्चा दोनों स्वस्थ रहते हैं। इसमें मौजूद फोलेट और आमेगा 3 फैटी एसिड से स्वास्थ्य उचित बना रहता है। साथ ही केरेटिलॉइड ल्यूटिन से बच्चे के ब्रेन डेवलपमेंट में मदद मिलती है। एवोकाडो में पाई जाने वाली पोटेशियम और मैगनीशियम की मात्रा ब्लड प्रेशर को रेगुलेट करती है। इसके अलावा एवोकाडो में एंटीऑक्सीडेंटस की उच्च मात्रा पाई जाती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान जो माताएं एवोकाडो का सवेन करती हैं, उससे ब्रेस्ट मिल्क में कैरोटिलाइट कंटेट बढ़ जाता है। एवोकोडो बच्चे की ग्रोथ और डेवलपमेंट के लिए आवश्यक है।
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को बार बार भूख लगने की समस्या का सामना करना पड़ता है, जो ओवरइटिंग का कारण साबित होता है। इससे बचने के लिए एवोकाडो एक बेहतरीन विकल्प है। इसमें पाई जाने वाली फाइबर और हेल्दी फैट्स की मात्रा भूख को शांत करने में मदद करता है। साथ ही महिलाएं दिनभर एनर्जी से भी भरपूर रहती है।
आमतौर पर गर्भवती महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का सामना करना पड़ता है। इससे बचने के लिए एवोकाडो बेहद फायदेमंद है। दरअसल, एवोकाडो पोटेशियम का रिच सोर्स है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। इसके अलावा एवोकाडो में पाया जाने वाले मिनरल यानि मैगनीशियम भी ब्लड प्रेशर को रेगुलेट करने में मददगार साबित होता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार अन्य पोषक तत्वों के अलावा फाइबर भी गर्भवती महिलाओं के लिए आवश्यक है। दरअसल, फाइबर की उचित मात्रा से गैसटेशनल डायबिटीज़ और प्रीक्लेम्पसिया का खतरा कम हो जाता है। 100 ग्राम एवोकाडो से 7 ग्राम फाइबर की कमी पूरी होती है, जो दिनभर की फाइबर की पूर्ति का 25 फीसदी है।
एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर एवोकाडो में ल्यूटिन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। इस फैट सॉल्यूबल कंपाउड की मदद से बच्चे की आई डेवलपमेंट और ब्रेन फंक्शन में मदद मिलती है। एवोकाडो मे ल्यूटिन के अलावा विटामिन सी, बीटा कैरोटीन और ज़ेक्सैथेंटिन जैसे एंटीऑक्सीडेंटस पाए जाते हैं।
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