बसंत पंचमी (Basant Panchami) के दिन ज्ञान और बुद्धि की देवी मां सरस्वती की आराधना का विधान है। बसंत ऋतु (Vasant) का आगमन करने वाला यह पर्व बदलते मौसम का संकेत देता है। केवल ऋतु ही नहीं यह पर्व पीले रंग के महातम को भी मानता है। इसलिए पीले कपड़े पहनने के साथ पीले रंग की मिठाई (Yellow sweets) और व्यंजन (Basant panchami recipes) तैयार करने की परंपरा है। लेकिन लेडीज अगर त्योहार आपकी हेल्दी रूटीन में बाधा साबित होते हैं, तो यह गलत है। त्योहार तो हमेशा हमारे साथ रहने वाले हैं, लेकिन अगर कुछ बदल सकता है, तो वो हैं आपके तैयारी करने का तरीका।
जी हां, आप अपने त्योहार को स्वस्थ बना सकती हैं। तो चलिए, शुरुआत करते हैं बसंत पंचमी के दिन हेल्दी प्लैटर की तैयारी के साथ।
भारत में किसी भी अवसर के लिए विशेष थाली आयुर्वेदिक सिद्धांतों पर आधारित होती है। इनमें त्योहारी मौसम की ऊर्जा के अनुसार और उसके अनुरूप पकाई गई स्थानीय, मौसमी व्यंजन शामिल हैं।
आयुर्वेद के अनुसार वसंत ऋतु में कफ दोष का नाश होता है। पाचन शक्ति कम हो जाती है और लोगों को एलर्जी होने का खतरा होता है।
इस मौसम में, आहार में पुराने अनाज और मूंग, मसूर एवं अरहर जैसे दालों सहित ताजा और आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना फायदेमंद होता है। आपको परवल, करेला, बीन्स, प्याज और मसाले जैसे जीरा, धनिया हल्दी और अदरक जैसी सब्जियों को भी शामिल करना चाहिए।
नाश्ते के समय आपके पास कई टेस्टी विकल्प होंगे। लेकिन बसंत पंचमी और पीली व्यंजन की परंपरा को ध्यान में रखते हुए, हम दे रहें हैं पनीर बेसन चीला बनाने का सुझाव। इसमें इस्तेमाल होने वाला पनीर और बेसन आपके स्वस्थ्य के लिए फायदेमंद है। पनीर कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन डी और अन्य पोषण मूल्यों में समृद्ध है। यह मांसपेशियों को मजबूत बनाने के साथ आपके वेट लॉस में भी मदद करता है।
NCBI के अध्ययन ने यह बताया है कि बेसन का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, इसलिए इसमें कैलोरी की मात्रा भी कम होती है। इसी कारण से फिटनेस एक्सपर्ट भी बेसन खाने की सलाह देते हैं। इसके अलावा यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम रखता है।
तो लेडीज, इस पौष्टिक नाश्ते को बनाने के लिए इस आसान रेसिपी को आजमाएं।
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नाम सुनते मुंह में पानी आ गया? स्वाद और सेहत का यह कॉम्बिनेशन आपके बसंत पंचमी के त्योहार की रौनक बढ़ा सकता है। यह आपके मेन कोर्स का हिस्सा बन सकता है। इसमें केसर की गूडनेस के साथ ड्राई फ्रूट्स का पोषण शामिल है। पीले रंग का यह भात आपके मान्यताओं पर भी खरा उतरता है। केसर में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सीडेंट गुण मौजूद है। यह इम्युनिटी बढ़ाने के साथ आपके पाचन को भी मजबूत करता है।
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कस्टमाइज़ करेंसूखे मेवों के पौष्टिक गुणों से आप वाकिफ होंगे। इसलिए ज़र्दा पुलाव में मौजूद ड्राई फ्रूट्स के एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण आपकी त्वचा पर अलग निखार लाने में मदद करते हैं।
इसकी रेसिपी के लिए जरूर पढ़ें।
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त्योहार आते ही सबसे पहली चिंता होती है वेट लॉस डाइट की। अगर आपको भी लगता है कि स्वादिष्ट व्यंजन आपका वजन बढ़ा सकते हैं, तो हम इसमें सेहत और पोषण का ट्विस्ट लाएं हैं। दही कचालू की सब्जी आपके लंच का हेल्दी और टेस्टी ऑप्शन है। कचालू में भारी मात्रा में फाइबर होता है। साथ ही यह पोटेशियम, मैंगनीज, कॉपर और विटामिन C में समृद्ध है। इसके सेवन से आप दिनभर ऊर्जावान रहेंगे। सब्जी में इस्तेमाल हुई दही आपके गट हेल्थ के लिए फायदेमंद है।
तो लेडीज, इस बसंत पंचमी दही कचालू की सब्जी बनना न भूलें।
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त्योहार के दिन शाम के चाय साथ स्वादिष्ट नाश्ता होना जरूरी है। लेकिन हम केवल स्वाद के पीछे नहीं भाग सकते, सेहत भी जरूरी है। इसलिए बसंत पंचमी के अवसर पर बनाएं पीले रंग की गुजराती खांडवी। बेसन विटामिन और खनिजों से समृद्ध होता है। यह आपके स्वास्थ्य को जरूरी पोषक तत्व दे सकता है। USDA के डेटाबेस के अनुसार 1 कप बेसन में 10 ग्राम फाइबर, 20 ग्राम प्रोटीन, 53 कार्ब्स और 25% आयरन के साथ अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं।
यहां जानिए खांडवी बनाने का आसन तरीका।
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जब आप स्नैक्स के बारे में सोचते हैं, तो समोसा, स्प्रिंग रोल, चिप्स और ऑयली एवं अनहेल्दी फूड आइटम के बारे में सोचते हैं। इन सबमें बहुत अधिक कैलोरी होती है। क्या होगा अगर आप सच में चटपटे स्नैक के साथ अपने कैलोरी काउंट को भी नियंत्रित रखें? तो इसकी शुरुआत करिए इस बसंत पंचमी पर खमन ढोकला बनाने से। यह मुलायम और हल्का ढोकला बेसन को फर्मेंट करके बनाया जाता है।
चूंकि फर्मेंटिड फूड आपके पेट के लिए अच्छे होते हैं, ढोकला भी आपके पाचन को स्वस्थ रखता है। इसमें मौजूद सुक्ष्म जीव आपके गट हेल्थ के लिए जरूरी है। ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों के लिए ढोकला एक स्वस्थ विकल्प है। इसलिए लेडीज बसंत पंचमी पर अपने पूरे परिवार की सेहत, स्वाद और इस दिन के महत्व को ध्यान में रखते हुए बनाएं पीले खमन ढोकला।
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मीठे के बिना आपका त्योहार और प्लैटर दोनो अधूरा है। लेकिन मीठा अगर आपकी सेहत को ध्यान में रखते हुए हो तो क्या बात है! मूंग दाल हलवा सबसे पसंदीदा भारतीय मीठे व्यंजनों में से एक है। हर मिठाई हेल्दी होती है या नहीं, यह तो नहीं पता। लेकिन आप उसे हेल्दी जरूर बना सकते हैं। यह क्लासिक भारतीय मिठाई आपके त्योहार में चार चांद लगा सकता है।
एक कटोरी मूंग दाल में 212 कैलोरी होती है। साथ ही दाल प्रोटीन का महत्वपूर्ण स्रोत है। हलवे में मौजूद घी हेल्दी फैट प्रदान करता है जो आपकी त्वचा को नम और तरोताजा रखता है। इतना ही नहीं मूंग दाल पोटेशियम और मैंगनीज से समृद्ध है जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
तो लेडीज, अपने त्योहार का मूंग दाल हलवा के साथ एक मीठा समापन करें।
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