पेट खराब है, बार बार यूटीआई हो जाता है, गैस, ब्लोटिंग की समस्या रहती है, या आप बढ़ते वजन से परेशान हैं, तो इन सभी समस्याओं का एक बेहद प्रभावी उपचार है बार्ली का पानी। बार्ली के पानी में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व और प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो इस पानी को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए बेहद खास बना देते हैं। क्या अपने कभी इसे ट्राई किया है, यदि नहीं तो आपको बार्ली वॉटर को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। तो आज हेल्थ शॉट्स के साथ जानते हैं बार्ली वॉटर आपकी सेहत के लिए किस तरह से फायदेमंद होती हैं (barley water benefits), साथ ही जानेंगे इन्हें कैसे तैयार करना है।
बार्ली का पानी तैयार करने के लिए आपको चाहिए : 1 कप बार्ली, 5 कप पानी, 1 नींबू का रस, 1 चम्मच शहद, दालचीनी स्टिक, अदरक
पानी में बार्ली, दालचीनी स्टिक और अदरक डाल दें।
अब इसमें लगभग 20 मिनट तक उबाल आने दें।
अब पानी को छानकर अलग कर लें।
अब इसमें नींबू का रस और शहद डालें, सभी को एक साथ अच्छी तरह से मिलाएं।
आपका बार्ली वॉटर बनकर तैयार है, आप इसे एंजॉय कर सकती हैं।
जौ के पानी में कई आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इन्हे आपकी सेहत के लिए बेहद खास बना देते हैं। इसमें विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, मैंगनीज, सेलेनियम, फास्फोरस, आयरन, कैल्शियम और कॉपर सहित डायट्री फाइबर पाए जाते हैं। इसके अलावा ये एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोकेमिकल्स का एक अच्छा स्रोत है।
बार्ली डायट्री फाइबर का एक समृद्ध स्रोत है, इसलिए जौ का पानी आपके पाचन और मेटाबॉलिज्म को संतुलित रखता है। इससे आप लंबे समय तक संतुष्ट रहती हैं और आपकी क्रिविंग भी नियंत्रित रहती है। यह खाद्य पदार्थों को धीरे-धीरे डाइजेस्ट होने में मदद करता है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि जौ के पानी में बहुत अधिक मात्रा में कैलोरी पाई जाती है और बहुत कम फैट होता है, वहीं ये आपको लंबे समय तक हाइड्रेट रखता है। बार्ली का पानी वेट लॉस में आपकी मदद करता है, इसके अलावा, ये फैट मेटाबॉलिज्म को भी उत्तेजित करता है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन की स्थिति में बार्ली का पानी मैजिकल साबित हो सकता है। यह एक ड्यूरेटिक के रूप में काम करता है, जो यूरिन को बढ़ाते हैं और शरीर से टॉक्सिक मटेरियल को बाहर निकाल देते हैं। किडनी स्टोन और सिस्ट की स्थिति में बार्ली का पानी एक बेहतरीन और प्रभावी घरेलू नुस्खा साबित हो सकता है। यूरिन इन्फेक्शन की स्थिति में यह बच्चों के साथ ही बड़ों की स्थिति में भी सुधार करता है। बार्ली के पानी के फायदों में किडनी को साफ करने और उच्च क्रिएटिनिन और सिस्टिटिस जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में मदद करने की क्षमता शामिल है।
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बार्ली के पानी को प्राचीन काल से पेट और आंतों की समस्याओं के लिए लोक उपचार या निवारक के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। आयुर्वेद के अनुसार, इसे एक पाचन टॉनिक माना जाता है, जो पाचन प्रक्रिया को पूर्ण रूप से सक्रिय बनाने में मदद करते हैं। इसमें फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है, हो इसकी गुणवत्ता को कई गुणा तक बढ़ा देती हैं। यह एक लाइट ड्रिंक है, जिसे पचाना बेहद आसान है और क्योंकि इसमें आवश्यक मिनरल्स होते हैं, यह शरीर की विभिन्न प्रक्रियाओं को सही से कार्य करने में सहायता करता है।
जौ का पानी आंतों के जीवाणु विकास-प्रीवोटेला को बढ़ावा देता है, जो 11-14 घंटों तक ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। शुगर फ्री बार्ली वॉटर से ब्लड शुगर को नियंत्रित रखा जा सकता है। वहीं ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में बार्ली में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट का भी एक बड़ा रोल है।
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कस्टमाइज़ करेंबार्ली में मौजूद केमिकल कंपोनेंट एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल को दबाने और समग्र हृदय स्वास्थ्य के बेहतर निर्माण में योगदान करने के लिए पाए जाते हैं। वहीं बार्ली के पानी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी मदद करते हैं।
बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि बार्ली का पानी पीना आपकी त्वचा के लिए कितना अच्छा हो सकता है। यह आपके चेहरे पर चमक लाता है और उसे स्वस्थ बनाए रखता है। इतना ही नहीं इसका नियमित सेवन आपकी त्वचा की बनावट में भी सुधार करता है और उसमें ताजगी जोड़ता है। इसमें एज़ेलिक नामक एक कंपाउंड पाया जाता है, जो हल्के से मध्यम एक्ने के इलाज के तौर पर काम करता है। बार्ली के पानी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-एजिंग प्रभाव होते हैं, इस प्रकार ये फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है।
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