हृदय संबंधी समस्याओं के मामले दिन प्रति दिन बढ़ते जा रहे हैं। बेहद कम उम्र में यानि की 30 और 40 की उम्र के लोग इसका शिकार हो रहे हैं। लोगों में चलते हुए, एक्सरसाइज करते हुए यहां तक की सोते हुए भी हार्ट अटैक के मामले सामने आये हैं। खराब लाइफस्टाइल, खान पान की गलत आदत, नींद की कमी, स्ट्रेस आदि जैसे कई ऐसे फैक्टर हैं, जो हृदय संबंधी समस्याओं के खतरे को बढ़ा रहे हैं। लाइफस्टाइल की खराब आदतें, आर्टरीज ब्लॉकेज का कारण बन रही हैं, जिसकी वजह से ह्रदय कमजोर होता जा रहा और हार्ट अटैक, स्ट्रोक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
हाई ब्लड प्रेशर, बढ़ता कोलेस्ट्रॉल आदि के साथ ही पेरीफेरल आर्टरी डिजीज (arteries disease) भी अस्वस्थ हृदय (healthy heart) की ओर इशारा करते हैं। यदि समय रहते इनपर नियंत्रण न पाया जाए तो यह हार्ट अटैक और स्टॉक का कारण बन सकते हैं। पेरीफेरल आर्टरी डिजीज की स्थिति बेहद घातक होती है, जिसे हम आम भाषा में हार्ट ब्लॉकेज (heart blockage) कहते हैं। हालांकि, यदि खान पान पर बेहतर तरीके से ध्यान दिया जाए तो आर्टरीज को ब्लॉक होने से रोका जा सकता है।
न्यूट्रीफाई बाई पूनम डायट एंड वैलनेस क्लीनिक की डायरेक्टर, डाइटिशियन और न्यूट्रीशनिस्ट पूनम दुनेजा ने आर्टरीज को क्लियर रखने के लिए कुछ हेल्दी सुपरफूड्स (arteries healthy diet) के नाम बताए हैं, तो चलिए जानते हैं ये सुपरफूड्स किस तरह काम करते हैं।
बेरीज कई स्वास्थ्य लाभों से जुड़े होते हैं, जिनमें सूजन को कम करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की उनकी क्षमता शामिल है। ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, क्रैनबेरी, रास्पबेरी, ब्लैकबेरी इन सभी में फाइबर, विटामिन, मिनरल और अन्य कई महत्वपूर्ण प्लांट कंपाउंड पाए जाते हैं। इनमें पॉलीफेनोल सहित फ्लेवोनोइड एंटीऑक्सिडेंट शामिल हैं, जो हृदय स्वास्थ्य का समर्थन करते हैं। बेरीज सूजन और कोलेस्ट्रॉल को कम करते हुए, आर्टरी फंक्शन में सुधार करता है और सेलुलर डैमेज से प्रोटेक्ट करता है। वहीं आर्टरीज को क्लियर रहने में मदद करता है।
बीन्स में भरपूर मात्रा में फाइबर की गुणवत्ता पाई जाती है और एथेरोस्क्लेरोसिस को रोकने के लिए बीन्स जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाना आवश्यक है। बीन्स के सेवन से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को प्रबंधित करने में मदद मिलती है, जिससे आर्टरीज के बंद होने का खतरा कम हो जाता है। कई अध्ययनों से पता चला है कि बीन्स खाने से एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल का स्तर काफी कम हो सकता है। इस प्रकार यह आर्टरीज को क्लियर रहने में मदद करता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर मछली खाने वालों में एथेरोस्क्लेरोसिस और कोरोनरी आर्टरी डिजीज का खतरा कम होता है। शरीर ओमेगा-3 फैटी एसिड को बायोएक्टिव लिपिड मीडिएटर में मेटाबॉलाइज कर सकता है, जो सूजन और रक्त के थक्के को कम करते है। सूजन और ब्लड क्लॉट्स दोनों धमनियों के बंद होने में योगदान करते हैं।
खट्टे फल स्वादिष्ट होते हैं और इनमें फ्लेवोनोइड सहित कई अन्य विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। खट्टे फ्लेवोनोइड सूजन को कम कर सकते हैं और शरीर में फ्री रेडिकल्स को एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल को ऑक्सीडेट करने से रोकने में मदद करते हैं। ऑक्सीडाइज एलडीएल एथेरोस्क्लेरोसिस के विकास और प्रगति से जुड़ा हुआ है। यही कारण है कि खट्टे फलों का सेवन हृदय रोग और स्ट्रोक के खतरे को कम करता है।
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अलसी के बीज में फाइबर, हेल्दी फैट, विटामिन, कैल्शियम और मैग्नीशियम सहित अन्य महत्वपूर्ण मिनरल्स पाए जाते हैं। पौष्टिक होने के अलावा, अलसी के बीज एथेरोस्क्लेरोसिस को रोकने में मदद कर सकता है। अलसी के बीज में सेकोइसोलारिसिनॉल डिग्लूकोसाइड (SDG) होता है, जो एक एंटी इंफ्लेमेटरी और कोलेस्ट्रॉल कम करने वाला लिग्नन कंपाउंड है, जिसके गुण एथेरोस्क्लेरोसिस का मुकाबला करते हैं और हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को कम कर देते हैं।
एवोकाडो मोनोअनसैचुरेटेड फैट का एक अच्छा स्रोत है, जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। वहीं ये फाइबर, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट का भी एक अच्छा स्रोत है, जो सूजन को कम कर प्लाक बिल्डअप को रोकता है और हृदय स्वास्थ्य में सुधर करता है।
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कस्टमाइज़ करेंपालक, केल और ब्रोकली जैसी सब्जियां विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं। ये ब्लड प्रेशर को कम करके, ब्लड वेसल्स के कार्य में सुधार करती हैं और सूजन को कम कर हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। इसके अतिरिक्त, इसमें मौजूद उच्च फाइबर सामग्री कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करती है।
बादाम और अखरोट जैसे नट्स में पर्याप्त मात्रा में हेल्दी फैट, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। ये एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर, सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करते हैं। नट्स में एल-आर्जिनिन भी होता है, जो एक एमिनो एसिड है, जो स्वस्थ रक्त वाहिकाओं को बढ़ावा देता है।
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