ढोकला और केक बनाने के लिए लगातार कर रहीं हैं ईनो का इस्तेमाल, तो जानिए क्या हो सकते हैं इसके नुकसान
इनो से तो आप सभी परिचित होंगे। गैस, एसिडिटी, हार्टबर्न, इत्यादि जैसी पेट से जुड़ी समस्याओं से राहत पाने के लिए इसे इस्तेमाल किया जाता है। परंतु लोग इसे पेट से जुड़ी समस्याओं में प्रयोग करने के बजाय खाद्य पदार्थों में एडिटिव की तरह इस्तेमाल करने लगे हैं। इडली, डोसा, केक, कुकीज, इत्यादि जैसे अन्य व्यंजनों के बैटर को फर्मेंट करने के लिए इसे प्रयोग करते हैं। वहीं यह आसानी से मार्केट में हर जनरल स्टोर और केमिस्ट की दुकान में उपलब्ध होता है। क्या आप भी इसे अपने खाद्य पदार्थों में एडिटिव के रूप में इस्तेमाल करती हैं? तो क्या आप जानती हैं सेहत पर इसका क्या असर पड़ता है? यदि नहीं तो आज हम बताएंगे आपको फर्मेंटेशन के लिए इनो को इस्तेमाल करना कितना सुरक्षित है (side effects of eno in hindi)।
हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर न्यूट्रीफाई बाई पूनम डाइट एंड वैलनेस क्लिनिक एंड अकेडमी की डायरेक्टर पूनम दुनेजा से बातचीत की। उन्होंने इनो को एडिटिव के रूप में इस्तेमाल करने को लेकर कुछ जरूरी जानकारी शेयर की है। तो चलिए जानते हैं, आखिर किस तरह सेहत को प्रभावित करता है इनो।
पहले जानते हैं क्या है इनो
ईनो एक एंटासिड है जिसमें सोडियम बाइकार्बोनेट, सोडियम कार्बोनेट और साइट्रिक एसिड मौजूद होता है। इसे आमतौर पर गैस और एसिडिटी से जुड़ी समस्याओं से राहत पाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ईनो पेट में जाकर एसिड को न्यूट्रलाइज कर देता है जिसकी वजह से एसिडिटी से राहत मिलती है।
ईनो के इस्तेमाल पर क्या कहती हैं एक्सपर्ट
न्यूट्रीशनिस्ट पूनम दुनेजा ने इनो को लेकर बताया कि बिना बात के और डेली बेसिस पर इनो का सेवन शरीर के लिए कई रूपों में नुकसानदेह हो सकता है। इनो एक एंटासिड है जो पेट के एसिड को न्यूट्रलाइज कर देता है। ऐसे में यदि इसे बार-बार लंबे समय तक इस्तेमाल किया जाए तो यह पाचन क्रिया से जुड़ी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। साथ ही ये आपको ब्लोटिंग, एसिडिटी और कब्ज जैसे समस्याओं का शिकार बना देता है।
इसे खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यदि आपने साल में एक बार इसे कभी कभार खाने में इस्तेमाल कर लिया, तो इसमें कोई बुराई नहीं है। परंतु कई महिलाएं इसे नियमित रूप से खाद्य पदार्थों को फर्मेंट करने के लिए इस्तेमाल करती हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। एक्सपर्ट के अनुसार नेचुरल प्रोसेस से खाद्य पदार्थों को फर्मेंट करना सबसे ज्यादा हेल्दी होता है।
ईनो के नियमित इस्तेमाल से हो सकते हैं यह साइड इफेक्ट (side effects of eno in hindi)
एक्सपर्ट के अनुसार जरूरत पड़ने पर इनो का सेवन हानिकारक नहीं है। परंतु इसे खाद्य पदार्थों में ऐड करना और इसकी आदत बना लेना या छोटी-छोटी बात पर इनो का सेवन आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है। आइए जानते हैं यह किस तरह सेहत को नुकसान पहुंचाता है।
1. ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है
आमतौर पर हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को इनो से परहेज रखने की सलाह दी जाती है। परंतु यदि आपका ब्लड प्रेशर सामान्य है और आप हर रोज इनो लेती हैं तो यह आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। ऐसे में इसके लौंग टर्म इफेक्ट के रूप में हाइपरटेंशन और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या देखने को मिल सकती है।
ईनो में सोडियम बाइकार्बोनेट की मात्रा पाई जाती है जो ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का काम करती है। इंटरनेशनल फाउंडेशन फॉर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर्स के अनुसार हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित व्यक्तियों को सोडियम बाई कार्बोनेट और सोडियम के सेवन को सीमित रखना चाहिए।
2. एलर्जिक रिएक्शन
ईनो के अन्य साइड इफेक्ट के तौर पर आपको एलर्जिक रिएक्शन देखने को मिल सकता है। एंटासिड शरीर में एलर्जिक रिएक्शन को ट्रिगर करती है। साथ ही इम्यून सिस्टम को भी कमजोर कर देती है। इनो एक एंटासिड है, जिसका अधिक सेवन आपको एलर्जी एवं इंफेक्शन से ग्रसित कर सकता है। वहीं इसे खाद्य पदार्थों में एडिटिव के रूप में इस्तेमाल करने से फूड एलर्जी और फूड रिएक्शन होने का खतरा बना रहता है।
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3. किडनी को करता है प्रभावित
इनो के साइड इफ़ेक्ट के तौर पर किडनी से जुड़ी समस्याएं देखने को मिल सकती है। एंटासिड जैसे कि इमो का अधिक सेवन रिनल फैलियर का कारण बन सकता है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार सीमित मात्रा में एंटासिड का सेवन सेहत पर साइड इफेक्ट नहीं छोड़ता। परंतु यदि यह आदत में शामिल हो जाए तो काफी ज्यादा हानिकारक हो सकता है।
4. दिल की सेहत को प्रभावित करता है
एंटासिड की अधिकता दिल से जुड़ी बीमारियों का कारण बन सकती है। एंटासिड में सोडियम कार्बोनेट और सोडियम बाई कार्बोनेट मौजूद होता है, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता हैं। वहीं बढ़ते ब्लड प्रेशर के साथ हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है।