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जन्माष्टमी के लंबे व्रत के बाद लगाएं धनिया पंजीरी का भोग, नहीं होगी पाचन संबंधी समस्याएं

जन्माष्टमी व्रत में धनिया पंजीरी का भोग लगाया जाता है। कभी आपने सोचा है कि आखिर धनिया में ऐसा क्या खास है जो इसे उपवास के बाद प्रसाद के रूप में शामिल किया गया है।
Updated On: 30 Oct 2023, 12:00 pm IST
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dhaniya panjiri recipe
धनिया पंजीरी के स्वास्थ्य लाभ और रेसिपी. चित्र : शटरस्टॉक

भारतीय घरों में पूजा या त्यौहारों पर पंजीरी बनाने का रिवाज है। यह कई तरीकों से बनाई जाती है और इसमें अलग – अलग सामग्रियों का प्रयोग किया जाता है। पंजीरी अक्सर गेहूं के आटे, बेसन और नारियल से भी बनाई जाती है। परंतु कृष्ण जन्माष्टमी पर यह धनिये से बनाई जाती है। जन्माष्टमी जहां अन्य व्रतों की तुलना में लंबी अवधि का उपवास माना जाता है, वहां धनिया पंजीरी आपके पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद साबित होती है। आइए जानते हैं धनिया पंजीरी के स्वास्थ्य लाभ और इसे बनाने की रेसिपी।

जन्माष्टमी का खास प्रसाद है धनिया पंजीरी

धनिया यूं तो मसालों की श्रेणी में आता है पर यह जन्माष्टमी का खास प्रसाद माना जाता है। व्रतोपवासी लोग इससे रात में अपना व्रत खोलते हैं। मंदिरों में भी धनिया पंजीरी के भोग का विशेष महत्व है। यह सभी पंजीरियों में से सबसे शुद्ध और सात्विक है और जन्मष्टमी पर इसी का भोग लगाया जाता है। यह स्वाद में बेहतरीन और पौष्टिक होती है।

सबसे पहले जानते हैं धनिया पंजीरी का पोषण मूल्य

कैलोरी: 113 किलो कैलोरी | कार्बोहाइड्रेट: 9g | वसा: 8 ग्राम | संतृप्त वसा: 5 ग्राम | कोलेस्ट्रॉल: 14mg | सोडियम: 1mg | पोटेशियम: 38mg | चीनी: 7g | विटामिन सी: 0.2 मिलीग्राम | कैल्शियम: 3mg | आयरन: 0.3mg

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धनिया आपके लिए है लाभदायक। चित्र: शटरस्टॉक

जानिए धनिया पंजीरी आपके लिए कैसे फायदेमंद है

1. धनिया मधुमेह को नियंत्रित कर सकता है। यह इंसुलिन के स्राव को बढ़ाने वाली ग्रंथियों को उत्तेजित करने में मदद करता है। साथ ही, धनिया बोर्नियोल और लिनालूल से भरपूर होता है, जो पाचन में मदद करता है।

2. नारियल फाइबर और एमसीटी से भरपूर होता है, जो हृदय स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। यह वजन घटाने और पाचन तंत्र में सुधार कर सकता है।

3. इसमें मखाना और बादाम जैसे नट्स और ड्राई-फ्रूट हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। साथ ही, आपको कमजोरी महसूस नहीं होने देते हैं।

4. धनिया पंजीरी पाचन में अच्छी है। खासकर तब जब आप सुबह से व्रत रख रही हों और आपने कुछ न खाया हो। व्रत के बाद धनिया पंजीरी खाना सबसे सही है, क्योंकि यह आसानी से पच जाती है और आपको तुरंत एनर्जी देती है।

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एक थकान भरे दिन में एनर्जी के लिए आप किस पर भरोसा करती हैं?

धनिया पंजीरी बनाने के लिए आपको चाहिए

¼ कप घी
10-12 काजू (कुटे हुए)
10-12 बादाम (कुटे हुए)
½ कप मखाना
2 कप धनिया पाउडर
½ कप कद्दूकस किया हुआ सूखा नारियल
½ कप पिसी चीनी

नोट – यह सामग्री 8 लोगों के लिए पर्याप्त है

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धनिया पंजीरी स्वाद में बेहतरीन और पौष्टिक होती है। चित्र : शटरस्टॉक

धनिया पंजीरी बनाने का तरीका

एक कड़ाही में मध्यम आंच पर 1 बड़ा चम्मच घी गर्म करें।

घी के गरम होते ही कढ़ाही में काजू और बादाम डाल कर हल्का ब्राउन होने तक भून लीजिए।
अब इन्हें एक बाउल में निकाल कर एक तरफ रख दें।

उसी पैन में मखाने डालकर क्रिस्पी होने तक भूनें।

इन्हें पैन से निकालें और हल्का क्रश करें। पैन में बचा हुआ घी डालें।

घी के पिघलने पर कढ़ाही में धनिया पाउडर डाल कर ब्राउन और महक आने तक (10-12 मिनट) चलाते हुए भूनें।

भुने हुए मेवे पैन में डालें और अच्छी तरह मिलाएं।

पैन को आंच से हटा लें और मिश्रण को पूरी तरह से ठंडा होने दें।

ठन्डे मिश्रण में सूखा नारियल और पिसी चीनी डालकर सभी चीजों को अच्छी तरह मिला लें।
आपका प्रसाद तैयार है!

इन बातों का रखें ध्यान

अगर धनिया पाउडर अच्छी तरह से भुनेगा नहीं तो यह मुंह में कड़वा स्वाद छोड़ देगा। इसलिए, इसे मध्यम आंच पर और अच्छी तरह से सुगंधित और ब्राउन होने तक भूनें।

अगर मिश्रण को ठीक से ठंडा नहीं किया गया तो चीनी हीट से पिघल जाएगी और पंजीरी अजीब बनेगी।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं।

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