वेट कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं तिरंगे के ये तीन रंग, डाइट में शामिल करें इस रंग के फल-सब्जियां 

वेट मैनेजमेंट करना चाहती हैं, तो आपको इन तीन रंग के फल और सब्जियों पर खास ध्यान देना होगा। क्योंकि ये सभी पोषक तत्वों का खजाना हैं। 
coloured fruits aur vegetables ke fayde
सब्जियां बढ़ा देती हैं पुलाव की गुणवत्ता। चित्र: शटरस्टॉक
Published On: 15 Aug 2022, 05:00 pm IST
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प्रकृति ने हमें खाने के लिए अलग-अलग रंग के खाद्य पदार्थ दिए हैं। यदि इन खाद्य पदार्थों को अपनी प्लेट में नियमित रूप से शामिल किया जाए, तो कभी-भी हमें आयरन, कैल्शियम, विटामिन की कमी नहीं होगी। स्वास्थ्य समस्याएं भी हमसे दूर रहेंगी। आहार विशेषज्ञ भी अलग-अलग रंगों के नेचुरल फल और सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं। तीन रंगों वाले तिरंगे की तरह हम यदि अपने भोजन में हरा, सफेद और नारंगी रंग की सब्जियों और फलों को अपने भोजन में शामिल (tri colour fruits and vegetables) करें, तो न सिर्फ हम स्वस्थ होंगे, बल्कि हमारा वजन भी संतुलित होगा।

 न्यूट्रीशनिस्ट निधि नहाटा हेल्थ शॉट्स से बताती हैं, ‘प्रकृति में अलग-अलग रंग के कई फल-सब्जियां मौजूद हैं। यदि हम उन्हें अपनी डाइट में शामिल करें, तो हमें कभी भी सप्लीमेंट लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।’ आइए जानते हैं, इन तीनों रंगों के अंतर्गत पाए जाने वाली सब्जियों और फलों को।

 हरा (Green)

इस रंग के अंतर्गत सभी हरी और पत्तेदार सब्जियां शामिल हैं। हरी सब्जियां और हरी पत्तेदार सब्जियों में कैल्शियम, बीटा कैरोटिन और विटामिन सी भरपूर पात्रा में पाए जाते हैं।

भिंडी(Lady Finger Or Okra)

 इन दिनों हमारी रसोई में भिंडी खूब पक रही है और खाई भी जा रही है। विटामिन सी, विटामिन ए और ई से भरपूर भिंडी में फाइबर, पोटैशियम, आयरन, कैल्शियम, मैग्‍नीशियम, कॉपर, फोलेट भी पाया जाता है। कम कैलोरी वाली भिंडी न सिर्फ वेट लॉस में मददगार है, बल्कि ब्लड शुगर को भी कंट्रोल में रखती है।  यह इम्यूनिटी और पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाती है।

 नाशपाती (Pear)

विटामिन सी, विटामिन के, पोटैशियम, कॉपर, डाएटरी फाइबर और लो कैलोरी वाला पीयर वेट लॉस और डायजेस्टिव सिस्टम दोनों के लिए फायदेमंद है।

सफेद (White)

कैल्शियम, सेलेनियम, आयरन से भरपूर सफेद रंग की सब्जियों और फलों के खाने से ज्यादातर स्वास्थ्य समस्याएं दूर रहती हैं।

मशरूम (Mushroom)

मशरूम में सेलेनियम, पोटैशियम, राइबोफ्लेविन, नियासिन और विटामिन डी जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। विटामिन डी के स्रोत मसरूम को खाने से पहले जांच लें कि वह बहुत पुराना तो नहीं है। फंगल इंफेक्शन वाला मशरूम खाने से डायजेस्टिव सिस्टम खराब हो सकता है। लो कैलोरी वाला मशरूम वेट लॉस में मददगार होता है।

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केला (Banana)

 विटामिन सी, आयरन, डाएटरी फाइबर और मैंग्नीज से भरपूर होता है केला। ट्रिप्टोफैन एलिमेंट के कारण यह तनाव को दूर करता है। एक स्वस्थ व्यक्ति दिन भर में तीन-चार केले खा सकता है। इससे वजन और ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल रहता है।

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केला भी आपकी सेहत के लिए अच्छा है। चित्र : शटरस्टॉक

 केसरिया (saffron) या नारंगी (Orange Colour)

केसरिया (saffron) या नारंगी रंग के फलों और सब्जियों में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा होता है। इसमें बीटा कैरोटीन एंटीऑक्सीडेंट मौजूद रहते हैं। ये इम्यून सिस्टम को बूस्ट करते हैं।

कद्​दू (Pumpkin) 

विटामिन सी, विटामिन ई, आयरन, सोडियम, फोलेट व फाइबर से भरपूर होता है कद्​दू। यह इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करता है। डायबिटीज, ब्लड शुगर और वेट को कंट्रोल करता है।

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कद्​दू ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है। चित्र:शटरस्टॉक

संतरा(Orange fruit)

 विटामिन ए, विटामिन सी, सोडियम, फाइबर से भरपूर होता है संतरा। इसके खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। हेयर लॉस नहीं होने देता है। वेट लॉस में मददगारर होता है।

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लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

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