भारतीय संस्कृति में तुलसी के पौधे (Basil Plant) को बहुत ही पवित्र (Holy Tulsi) माना गया है। इसका प्रयोग सभी शुभ कार्यों के लिए होता है। तुलसी के धार्मिक महत्व के कारण ज्यादातर भारतीय घरों में इसका पौधा लगाया जाता है। तुलसी न केवल सांस्कृतिक रूप से, बल्कि हमारी सेहत के नजरिए से भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। तुलसी में कई तरह के औषधीय गुण (Medicinal benefits of Tulsi) पाए जाते हैं। जो हमारी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। वहीं आयुर्वेद (Ayurveda) में भी इससे होने वाले अनेको फायदे के बारे में बात की गई है।
आमतौर पर आपने देखा होगा कि लोग तुलसी का प्रयोग सर्दी-खांसी की समस्या में करते हैं। परंतु आपको बता दें कि सर्दी-खासी ही नहीं, यह आपके मस्तिष्क, दांत, त्वचा संबंधित समस्याओं में भी उतनी ही कारगर है।
औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी को आयुर्वेद में कई स्वास्थ्य समस्याओं के निदान के लिए प्रयोग किया जाता है। इसकी पत्तियों में विटामिन सहित कई अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपको स्वास्थ्य समस्याओं से दूर रहने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज सर्दी-खांसी, कब्ज, अपच, आदि समस्यायों में फायदेमंद हैं।
ईटराइट द न्यूट्रिशन क्लिनिक, अंधेरी वेस्ट, मुंबई की नूट्रिशनिस्ट मालविका अठावले का कहना है कि स्वास्थ्य की दृष्टि से तुलसी के पत्ते बहुत महत्वपूर्ण होते है। इसमें पाए जाने वाले औषधीय तत्व स्वास्थ्य समस्याओं से दूर रहने में आपकी मदद करते हैं।
तुलसी सर्दी खांसी जैसे संक्रमण में एंटी वायरल का काम करती है। साथ ही इसकी एन्टी फंगल प्रॉपर्टीज हमारी इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मददगार हैं। मालविका कहती हैं, कि तुलसी के काढ़े में थोड़ा सा गुड़ मिलाकर पीने से आपको कब्ज जैसी समस्या से भी राहत मिल सकती है।
एक्सपर्ट की मानें तो रोजाना तुलसी की कम से कम 2 पत्तियों को चबाने से आपको पाचन की समस्या से राहत मिल सकती है। इसके साथ ही यह आपी पाचन शक्ति बढ़ाने में भी मददगार है। तुलसी में अधिक मात्रा में मर्करी और आयरन मौजूद होते हैं। इसलिये यह हमेशा याद रखें कि इसमें मौजूद आयरन और मर्करी आपके दांतों के एनामेल को कम कर सकते है। बचाव के लिए हर बार पत्तों को चबाने के बाद अच्छी तरह कुल्ला करना न भूलें।
स्वास्थ्य के नजरिए से तुलसी के पौधे से ज्यादा इसकी पत्तियां फायदेमंद होती हैं। वहीं इसके बीज भी कुछ कम फायदेमंद नहीं होते। यह बिल्कुल भी जरूरी नहीं कि तुलसी का प्रयोग केवल स्वास्थ्य बिगड़ने पर ही किया जाए। अपने रोजाना के संतुलित आहार में इसे काढ़े, चूर्ण तथा अन्य रूपों में भी शामिल किया जा सकता है। यह गलत खानपान से संबंधित कई समस्याओं जैसे कब्ज, अपच इत्यादि से राहत देने में फायदेमंद है।
अक्सर बदलते मौसम में गले से जुड़ी समस्याओं के कारण आप परेशान रहती होंगी। इस समस्या से राहत दिलाने में तुलसी आपकी मदद कर सकती है। तुलसी के रस को हल्दी और सेंधा नमक के साथ गरम पानी में मिलाकर गरारे और कुल्ला करने से गले सहित दांतो की सभी समस्याओं से राहत मिलेगी।
आजकल अधिक समय स्क्रीन के सामने बिताने के कारण सर दर्द की समस्या आम होती जा रही है। ऐसे में तुलसी आपके लिए फायदेमंद रहेगी। तुलसी के तेल की दो-चार बूंद नाक में डालने से आपको सिर दर्द से राहत मिल सकती है।
आजकल बड़ों से लेकर बच्चे तक दांत दर्द की समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में तुलसी के पत्ते को काली मिर्च में लपेटकर दांतो के नीचे दबाने से आपको दांत दर्द से राहत मिल सकती है।
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कस्टमाइज़ करेंतुलसी के पत्ते और मंजरी को पानी के साथ उबालकर काढ़े के रूप में तैयार कर लें। फिर इसमें थोड़ी सी दालचीनी का चूर्ण मिलाएं और दिन में दो बार इसे पीने से आपको खांसी की समस्या से राहत मिलेगी। बच्चों को देने के लिए इसमें हल्के मात्रा में चीनी मिला सकती हैं।
पथरी की समस्या में तुलसी के पत्तियों को पीसकर इसमें शहद मिलाकर खा सकती हैं। परंतु पथरी होने पर पूरी तरह घरेलू उपचारों पर निर्भर न रहें। इस पर डॉक्टर से सलाह लेना आपकी सेहत के लिए उचित रहेगा।
शरीर में पोषक तत्वों की कमी सहित अनेक अन्य कारणों से महिलाओं को अनियमित मासिक धर्म की समस्या हो जाती है। ऐसे में तुलसी के बीज आपकी मदद कर सकते हैं। वहीं मासिक धर्म के दौरान होने वाली शारीरिक कमजोरी में भी इसके बीच सहायक होते हैं।
तुलसी में रुक्ष गुण पाए जाते हैं, जो आपकी त्वचा को तैलीय होने से रोकती है। इससे कील-मुंहासों से बचा जा सकता है। वहीं इसके रोपण गुण आपकी त्वचा के दाग-धब्बों को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही यह आपके रक्त को भी शुद्ध करने का काम करती है।
यदि आप अपच की समस्या से पीड़ित हैं, तो तुलसी के पत्तों और मंजरी को पीसकर चूर्ण के रूप में तैयार कर लें। इस चूर्ण को दिन में कम से कम 3 बार गर्म पानी के साथ लेने से आपको अपच और कब्ज की समस्या से राहत मिलने के साथ-साथ यह आपकी पाचन शक्ति को भी बढ़ाने में मदद करेगा।
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