आजकल की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकतर लोग सेहतमंद रहने के लिए अपनी डाइट का खास ख्याल रखने लगे हैं। फिट रहने के लिए लोग ऑयली, स्पाइसी व जंक फूड से दूरी बनाकर सब्जियों को कम मसालों में पकाकर या उबालकर अपने आहार में शामिल करने लगे हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि कच्ची सब्जियों (vegetables for heart health) का सेवन स्वास्थ्य के लिए अधिक लाभकारी हो सकता है।
एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिसर्च में साफ तौर से बताया गया है कि कच्ची सब्जियां कई पोषक तत्वों और बायोएक्टिव फाइटोकेमिकल्स से समृद्ध होती हैं। जो कोरोनरी हार्ट डिजीज से बचाने में मददगार हो सकती हैं। इसके साथ ही इसमें फाइबर और पोटेशियम भी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं।
हर मौसम में पाया जाने वाला खीरा सलाद में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला है। खीरे का इस्तेमाल चाहें तो सलाद के रूप में या फिर जूस के रूप में कर सकते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ केमिस्ट्री एंड फार्मास्युटिकल साइंसेज (International Journal of Chemistry and Pharmaceutical Sciences) के मुताबिक, इसमें कई तरह के विटामिन और मिनरल्स होने के साथ-साथ भरपूर मात्रा में पानी भी मौजूद होता है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
आप टमाटर का सेवन भी कच्ची सब्जी के रूप में कर सकती हैं। इससे जुड़े शोध बताते हैं कि कच्चा टमाटर विटामिन-सी से भरपूर होता है। वहीं, इसे पकाने के बाद इसमें मौजूद विटामिन-सी की मात्रा कम हो जाती है। इसलिए, टमाटर के ज्यादा फायदे हासिल करने के लिए इसका कच्चा सेवन करना अधिक लाभकारी हो सकता है।
कच्ची खाई जाने वाली सब्जियों की लिस्ट में चुकंदर का नाम भी शामिल है। चुकंदर एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो कई मायनों में फायदेमंद साबित हो सकता है। इसका सेवन हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी में सहायक साबित हो सकता है।
स्वास्थ्य के लिए पालक के लाभ भी कई सारे हैं। इसका सेवन पका के खाने के अलावा, कच्चा भी किया जा सकता है। रिसर्च गेट द्वारा किये गए शोध के अनुसार, यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के साथ-साथ विटामिन-के, विटामिन बी-6, राइबोफ्लेविन, फोलेट, नियासिन, फाइबर, ओमेगा 3-फैटी एसिड से भी समृद्ध होती है।
इतना ही नहीं, पालक में भरपूर मात्रा में आयरन भी पाया जाता है, जो ऑस्टियोपोरोसिस की परेशानी के अलावा एनीमिया की समस्या से भी बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
प्याज पर हुई रिसर्च से पता चलता है कि रोजाना एक कच्चा प्याज खाने से ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है। इसके अलावा, कच्चे प्याज का सेवन छींक और बहती नाक से राहत प्रदान कर सकता है। इसके साथ ही, दांतों से संबंधित समस्याओं के लिए कच्चे प्याज के लाभ देखे जा सकते हैं। स्वास्थ्य के अलावा कच्चा प्याज त्वचा की रंगत में भी सुधार कर सकता है।
रिसर्च गेट द्वारा किये गए शोध के अनुसार, गाजर में कैरोटीन, एस्कॉर्बिक एसिड, प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर के साथ कई प्रकार के विटामिन शामिल होते हैं। पकाने के अलावा, इसका सेवन कच्चा भी किया जा सकता है।
गाजर के सेवन से इसमें मौजूद कैरोटीनॉयड विशेष रूप से बीटा-कैरोटीन, विटामिन-ए की पूर्ति के लिए जाना जाता है, जो एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। यह शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसानों से बचाने में सहायक माना जाता है।
इसका सेवन अधिकतर कच्चा ही किया जाता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित पबमेड सेंट्रल (PubMed Central) की रिसर्च के मुताबिक, मूली का उपयोग पित्त पथरी, पीलिया की परेशानी, लिवर रोग, अपच की समस्या, और अन्य गैस्ट्रिक दर्द जैसे कई रोगों के लिए एक घरेलू उपचार के रूप में किया जाता है।
यह कार्बोहाइड्रेट, शुगर, फाइबर, प्रोटीन एवं कई प्रकार के विटामिन और मिनरल्स, जैसे- कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, मैंगनीज जिंक, पोटेशियम और फास्फोरस से भरपूर होता है। ये सभी पोषक तत्व सेहत के लिए लाभकारी माने जाते हैं।
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