सर्दियां पसन्द हों या नहीं लेकिन सर्दियों की एक बात हर किसी को भाती है- हरी पत्तेदार सब्जियां! अधिकांश हरी सब्जियां शीत ऋतु में ही आती हैं। और ये सेहत का खजाना होती हैं। सर्दियों में हमारे शरीर को ऊष्मा की आवश्यकता होती है। ऐसे में आप पोषण से कोई समझौता नहीं कर सकतीं। अगर आप हरी सब्जियां नहीं खा रही हैं तो आप बहुत सारा पोषण मिस कर रही हैं।
हम आपको बताते हैं ऐसे 5 साग जिनका सेवन आपको सर्दियों में जरूर करना चाहिए।
मेथी में मुख्य रूप फाइटोकेमिकल कंपोनेंट और ट्रिगोनेलिन, येमोजनीन, क्लोरीन, कैल्शियम, कॉपर, पोटेशियम, मैंगनीज, आयरन, जिंक और मैग्नीशियम होते हैं। ब्लड शुगर लेवल के लिए यह सभी पोषक तत्व महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जर्नल ‘आयु’ में प्रकाशित स्टडी के अनुसार मेथी पाचन की प्रक्रिया को धीमा कर देती है। इसके कारण खून में ग्लूकोज धीरे-धीरे पहुंचती है। जिससे शरीर का शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है।
मेथी आपके पेट का भी ख्याल रखती है और पाचन को दुरुस्त रखती है। अगर आपका पाचन तंत्र दुरुस्त है तो पूरा शरीर अच्छे से काम करेगा। इतना ही नहीं, मेथी कोलेस्ट्रॉल स्तर कम करने में भी मदद करती है। ‘रीसेंट पेटेंट ओं फूड न्यूट्रिशन एंड एग्रीकल्चर’ नामक जर्नल में प्रकाशित स्टडी में सुझाया गया है कि 15 ग्राम मेथी पाउडर भोजन के बाद ग्लूकोज बनने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है।
हरी पत्तेदार सब्जियों में से पालक के फायदे आप सबने सुन रखे होंगे। पालक एक ऐसा पौष्टिक आहार है जिसमें हर तरह के जरूरी विटामिन होते हैं जैसे कि विटामिन ए, सी, के , फोलिक एसिड्स , कैल्शियम और आयरन। आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि पालक में 91% असल में पानी ही है। तो इसका सेवन करने से आपका शरीर हाइड्रेट भी रहता है।
इसमें पानी की उच्च मात्रा है और फाइबर युक्त है, जो बेहतर पाचन और भोजन के सोखने में मदद करता है। इसके कारण, आपका मेटाबॉलिज्म भी संतुलित रहता है। पालक का सेवन आपका वजन कम करने में भी मददगार है। पालक ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर करता है और खराब कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम करने में भी मदद करता है।
पालक में भी उच्च मात्रा में नाइट्रेट होते हैं, जो आपके शरीर में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए जाने जाते हैं। पालक ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन का एक समृद्ध स्रोत है, जो मूल रूप से आंखों के अनुकूल पोषक तत्व प्रदान करता है।
फाइबर में भरपूर बथुआ पाचन तंत्र को ताकत देता है और कब्ज दूर करता है। बथुए के सेवन से पेट सम्बंधी सभी समस्याओं से निजात मिलती है। किडनी के स्वास्थ्य के लिए भी बथुआ बहुत फायदेमंद है। अगर आपको किडनी में पथरी है तो बथुए के रस का नियमित सेवन आपके लिये बहुत लाभदायक होता है।
अगर आपको अनियमित पीरियड्स होते हैं तो भी बथुए का सेवन फायदेमंद है। आयरन से भरपूर बथुआ अनियमित मासिक धर्म को सही करने का सबसे कारगर उपाय है। बथुआ कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन ए, सी और बी 6 से भरपूर होता है। ये सभी पोषक तत्व बथुआ को पौष्टिक और सर्दियों में आवश्यक आहार बनाते हैं।
सर्दियों के दौरान शारीरिक एक्टिविटी कम हो जाती है, जिससे शरीर की मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। लेकिन सरसों का साग आपके मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने में आपकी मदद कर सकता है। सरसों का साग डाइट्री फाइबर में समृद्ध होता है जो आपकी गट हेल्थ को बनाए रखता है। जिससे आप कब्ज जैसी समस्या से बच जाती हैं। यदि आपको वॉटर रिटेंशन या इंफ्लामेशन की समस्या है, तो सरसों का साग आपकी इस समस्या को दूर कर सकता है।
चौलाई को राजगीरा या रामदाना भी कहते हैं। इसके बीज के बने लड्डू तो आपने जरूर खाये होंगे लेकिन इसके पत्ते भी साग के रूप में खाये जाते हैं। चौलाई में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन ए, सी, आयरन, कैल्शियम और फॉस्फोरस होता है। चौलाई फॉलेट का भी महत्वपूर्ण स्रोत है। पाचन संबंधी समस्याओं से लेकर हृदय स्वस्थ रखने तक, चौलाई बहुत फायदेमंद होती है।
तो लेडीज, इन लाभदायक हरे साग को अपने आहार का हिस्सा बनाएं और इसके फायदे पाएं।
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