बेसन की कढ़ी और चावल भला किसे नहीं पसंद। यह एक ऐसा जाना माना व्यंजन है जिसे अधिकांश घरों में बनाया जाता है और बेहद चाव से खाया जाता है। क्योंकि यह सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं, बेहद स्वास्थ्यप्रद भी होता है। बेसन की कढ़ी में प्रोटीन और आयरन की भरपूर मात्रा में होते हैं, जो कि शरीर में खून की कमी को पूरा करने के लिए एक बेहतरीन संयोजन है। वहीं बेसन कोलैजन को बढ़ाता है और इसमें एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुण होते हैं, जो कि त्वचा संबंधी समस्याओं से राहत प्रदान करते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं यह आपकी पेट संबंधी समस्याओं से लेकर, कई गंभीर समस्याओं के जोखिम को भी कम करती है।
वैसे तो कढ़ी स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद होती है, लेकिन क्या आप जानती हैं कि आप इसके स्वास्थ्य लाभों को और भी अधिक बढ़ा सकती हैं। अब आप सोच रही होंगी कि आप ऐसा कैसे कर सकती हैं? चिंता न करें हम आपको बताते हैं कढ़ी को अधिक स्वास्थ्यप्रद बनाने का तरीका।
बेसन की कढ़ी एक ऐसा व्यंजन है जिसका किसी भी मौसम में आनंद लिया जा सकता है। लेकिन इसकी खास बात यह है कि कढ़ी में कई अन्य सब्जियों को शामिल किया जा सकता है, जिससे केवल इसके स्वाद को ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य लाभों को भी बढ़ाया जा सकता है। हम यहां आपको ऐसी 5 सब्जियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आप कढ़ी में शामिल कर इसका पोषण मूल्य बढ़ा सकती हैं।
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मेथी पोषक तत्वों का एक पावर हाउस है, इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन-ए, बी1,2,3, विटामिन-सी,ई, फॉलिक एसिड, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, पोटेशियम, जिंक जैसे विटामिन और मिनरल की भरपूर मात्रा होती है। शारीरिक स्वास्थ्य से लेकर त्वचा और बालों के स्वास्थ्य तक, मेथी के स्वास्थ्य संबंधी अनेक लाभ हैं।
ऐसे में जब आप अपनी कढ़ी में मेथी को शामिल करती हैं, तो यह उसे एक खट्टा-कड़वा स्वाद प्रदान करती है। साथ ही यह सुनिश्चित करती है कि आपको भरपूर मात्रा में पोषण मिले। जिससे आपको गंभीर रोगों के जोखिम को कम करने में मदद मिल सके।
पालक में मौजूद विटामिन-ए,सी,के, मैग्नीशियम, मैंगनीज, कैल्शियम और आयरन इसे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी बनाते हैं। यह आंखों की रोशनी बढ़ाने, ऑक्सिडेटिव तनाव को कम करने और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मददगार है। सिर्फ इतना ही नहीं यह शरीर में खून की कमी को पूरा करने के साथ ही, हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।
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इसलिए अपनी कढ़ी में पालक को शामिल करना, न सिर्फ आपकी कढ़ी के स्वाद को बढ़ाएगा। बल्कि यह उसके स्वास्थ्य लाभों को भी बढ़ाने में मदद करेगा।
अक्सर हम साग बनाने के लिए बथुआ का इस्तेमाल करते हैं। यह उन आम हरी सब्जियों में से एक है जिसका सर्दियों के मौसम में ज्यादातर घरों में सेवन किया जाता है। इसमें विटामिन ए, कैल्शियम, फॉस्फोरस और पोटेशियम होता है। साथ आयरन, फॉस्फोरस और विटामिन ए और डी भी काफी मात्रा में बथुए में पाए जाते हैं।
कई बीमारियां दूर करने के लिए भी बथुए का प्रयोग किया जाता है। यह दांतों की समस्या को दूर करने के साथ ही, कब्ज को दूर करता है, पाचन शक्ति को बढ़ाता है, साथ ही खून को साफ करने में भी मदद करता है। तो अपनी कढ़ी के ज्यादा हेल्दी बनाने के लिए आप उसमें बथुआ को भी शामिल कर सकती हैं।
ड्रमस्टिक जिसे हिंदी में सहजन कहा जाता है, इन फलियों को अक्सर कई तरह के वयंजनों में शामिल किया जाता है जैसे- सब्जी, दाल, सांभर इत्यादि। ड्रमस्टिक या सहजन में विटामिन्स, मिनिरल्स, एंटीऑक्सीडेंट, बायोएक्टिव कम्पाउंड आदि से भरपूर होता है। इसके साथ ही इसमें फाइटेट्स भी होते हैं, जो एक प्रकार के एंटीन्यूट्रिएंट होते हैं।
अन्य न्यूट्रिशनल वैल्यू की बात करें तो सहजन की पत्तियों में प्रोटीन, विटामिन बी 6, विटामिन सी, आयरन, रिबोफ्लाविन, मैग्नीशियम आदि भी होते हैं। यह डायबिटीज को कंट्रोल करने के साथ ही, पेट को स्वस्थ रखने और इम्युनिटी को बूस्ट करने के लिए भी फायदेमंद है।
सोयाबीन में कई बीमारियों और इंफेक्शन का इलाज छिपा है। सोयाबीन प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत होता है। प्रोटीन के अलावा इसमें फाइबर, मिनरल्स और फाइटोएस्ट्रोजन्स होते हैं। इसके अलावा इसमें सैचरेटेड फैट की मात्रा भी कम होती है। साथ ही इसमें न तो कलेस्ट्रॉल होता है और न ही लैक्टोस।
सोयाबीन में आयरन, मैंगनीज, फॉसफोरस, कॉपर, पोटेशियम, जिंक और सेलेनियम भी प्रचूर मात्रा में होता है। सोयाबीन को अपनी कढ़ी में शामिल करना बेहद आसान है, आप अपने बेसन की कढ़ी में पकौड़े की जगह सोयीबीन की बड़ी का इस्तेमाल कर सकती हैं। यकीन मानिए यह आपको एक बेहतरीन स्वाद प्रदान करेगा, और आपको स्वस्थ रहने में मदद करेगा।
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