प्रकृति का हर रंग खूबसूरत है और हर एक के कुछ खास कारण हैं। यही वजह है कि आहार विशेषज्ञ अपने आहार में हर रंग के फूड्स को शामिल करने की सलाह देते हैं। हरी सब्जियाें के फायदे तो सभी जानते हैं, वही लाल और नारंगी के आहार भी न केवल स्वाद में लाजवाब होते हैं, बल्कि इम्युनिटी भी बढ़ाते हैं। पर क्या आप काले फूड्स के बारे में जानती हैं? जी हां, काले को कम न समझें, क्यों ब्लैक फूड्स भी आपके स्वास्थ्य के लिए कमाल कर सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 ब्लैक फूड्स और उनके फायदों के बारे में, जो पोषक तत्वों का खजाना हैं।
बहुत खास हैं ब्लैक फूड्स
काले फूड्स को स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। इससे शरीर को जरूरी पोषण मिलता है। महिलाओं के लिए ये फूड तो और भी जरूरी हैं, क्योंकि ये शरीर और दिमाग दोनों को मजबूत बनाते हैं। काले फूड्स डायबिटीज, अल्जाइमर और हार्ट डिजीज से भी सुरक्षा प्रदान करते हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि कई ब्लैक फूड्स आपके लिए स्वास्थ्यवर्धक साबित हो सकते हैं। ब्लैक फूड्स के बारे में जानने के लिए हमने बात की न्यूट्रीशनिस्ट ऐंड वेलनेस एक्सपर्ट डॉ. कृतिका अवस्थी से।
क्या है फूड्स के काले रंग का कारण
ब्लैक फूड्स में एंथोसायनिन नामक पिगमेंट पाया जाता है। यह पिगमेंट काले, नीले और बैंगनी रंग के खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। इस पिगमेंट में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। इसकी वजह से कैंसर, हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का जोखिम कम हो सकता है। ब्लैक फूड्स इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में भी अहम भूमिका निभाते हैं।
यदि आप बिहार के गया, जहानाबाद, अरवल आदि जिलों में अतिथि रूप में जाएंगी, तो आपको काले चावल की खीर जरूर परोसी जाएगी। उसके स्वाद और मिठास को तो आप वर्षों तक नहीं भूल पाएंगी। इसके फायदे भी आप उंगलियों पर गिन नहीं पाएंगी।
भरपूर आयरन और फाइबर वाले काले चावल को खाने से आपको कभी कमजोरी और थकान महसूस नहीं होगी। खून की कमी यानी एनीमिया को यह चावल कोसों दूर रखता है।
प्रोटीन और ल्यूटिन और जेक्सैन्थिन एंटीऑक्सीडेंट वाले काले चावल को बच्चाें को जरूर खिलाना चाहिए। इससे आंखें स्वस्थ होती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि यह कैंसर और अल्जाइमर की रोकथाम करने में भी सक्षम है। खीर के अलावा, काले चावल से दलिया, नूडल्स, इडली, रोटी और पीठा भी तैयार किया जा सकता है।
डॉ. कृतिका के अनुसार, उड़द में कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, फोलेट और जिंक पाया जाता है। यह न सिर्फ बॉडी के एनर्जी लेवल को बढ़ाता है, बल्कि नर्वस सिस्टम से जुड़ी बीमारियों को दूर रखने में भी मदद करता है।
यह स्पर्म काउंट को बढ़ाता है। यद दाल के अलावा, खिचड़ी, दहीवड़ा, चीला, डोसा आदि रूप में खाया जा सकता है। यदि आपको काम के तनाव और भागदौड़ भरी जिंदगी के वजह से सिरदर्द की शिकायत रहती है, तो उड़द का घरेलू उपाय बहुत लाभकारी सिद्ध होगा।
50 ग्राम उड़द को 100 मिली दूध में पकाकर उसमें घी डालकर खाने से वात के कारण जो सिर दर्द होता है उससे राहत मिलती है। यह हड्डियों को भी दुरुस्त रखता है।
फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन, कैल्शियम, जिंक, सेलेनियम और विटामिन ई से भरपूर होता है तिल। इसमें सेसमिन भी होता है, जो सूजन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
जोड़ों के दर्द में भी आराम दिलाता है। लड्डू के अलावा इसका प्रयोग पराठा, रोटी, स्मूदी, सूप और फ्रायड राइस में किया जाता हहै। सलाद को गार्निश करने में भी तिल का उपयोग किया जाता है।
देखने में भले ही काले अंगूर अच्छे नहीं लगते हैं, लेकिन यह गुणों से भरपूर है। इसमें ल्यूटिन और जेक्सैन्थिन कंपाउड मौजूद होता है। इसकी वजह से यह रेटिना डैमेज और मैकूलर डीजेनरेशन, जिसकी वजह से आंखों के सामने धब्बे दिखाई देते हैं, रोकने में मदद करता है।
अंगूर में मौजूद रेस्वेराट्रोल कैंसर रोधी गुणों के लिए जाना जाता है। यह हार्ट को भी सुरक्षित रखता है। इस फल में मौजूद प्रोएंथोसायनिडिन स्किन हेल्थ के लिए अच्छा है। फ्रूट चाट, सलाद, स्मूदी और जैम के रूप में भी इसका प्रयोग किया जाता है। बच्चे यदि कच्चा अंगूर खाएं तो उनके लिए और भी हेल्दी।
पोटैशियम से भरपूर काले अंजीर वजन घटाने में मदद करते हैं। कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में मदद करते हैं और ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल में रख सकते हैं। ये सूजन को कम करते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।
फाइबर से भरपूर काले अंजीर डायजेस्टिव सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। यह सूजन को भी कम करता है। स्मूदी, सलाद, पैनकेक के अलावा डेसर्ट के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है।
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