ठंड का मौसम खत्म हो गया है और गर्मी का मौसम शुरू हो गया है और अब धीरे-धीरे गर्मी बढ़ रही है। आपको भी इस मौसम में गर्मी और उमस महसूस हो रही होगी। लेकिन कई लोगों को गर्मी के कारण कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स (health problems) का सामना करना पड़ सकता है। मौसम बदलने की वजह से कई लोग इंफेक्शन, एलर्जिक रिएक्शन्स और सर्दी-खांसी, वायरल बुखार जैसी समस्याओं परेशान होने लगते हैं और कई लोग तेजी से बीमार पड़ रहे हैं। इस मौसम का असर डाइजेस्टिव सिस्टम (Digestive System) पर भी पड़ता है और पाचन तंत्र को काम करने में परेशानी होती है। इन सभी का असर आपकी हेल्थ पर पड़ता है (summer foods for health)।
अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, कानपुर सीनियर कंसल्टेंट, जनरल सर्जरी एंड गैस्ट्रोएंटरोलॉजी डॉ. साद अनवर बताते हैं कि, गर्मी के मौसम में पेट की बीमारियाँ बढ़ जाती हैं, इसलिए कुछ जरूरी सावधानियाँ रखना बहुत ज़रूरी है। इसके लिए , सबसे पहले हमें साफ-सफाई पर ध्यान देना चाहिए। खाने से पहले और टॉयलेट के बाद हाथ धोना बहुत जरूरी है, ताकि बैक्टीरिया और वायरस से बचा जा सके। बाहर का खुला और बासी खाना खाने से बचें, क्योंकि इसमें जल्दी बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जिससे फूड पॉइजनिंग, डायरिया और उल्टी (Food poisoning, diarrhea and vomiting) जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
ताजा, घर का बना और हल्का भोजन करें, जिसमें दही, फल, और हरी सब्जियाँ शामिल हों, ताकि पाचन तंत्र मजबूत रहे। खूब पानी पिएं, लेकिन यह सुनिश्चित करें कि पानी साफ और फिल्टर किया हुआ हो, क्योंकि दूषित पानी से पेट में इंफेक्शन हो सकता है। बाजार के ठंडे पेय, कटे हुए फल, और सड़क किनारे बिकने वाली चाट-पकौड़ी खाने से बचें, क्योंकि इनमें बैक्टीरिया होने की संभावना अधिक होती है। अगर तेज गर्मी में बाहर जा रहे हैं, तो शरीर को हाइड्रेट रखने (keep the body hydrated) के लिए नींबू पानी, नारियल पानी या छाछ का सेवन करें।
ज्यादा मिर्च-मसाले और तेल से बनी चीजों को कम खाएं, क्योंकि यह पेट में जलन और एसिडिटी (Burning sensation and acidity) बढ़ा सकते हैं। अगर पेट दर्द, उल्टी, दस्त या बुखार जैसी कोई समस्या हो, तो घरेलू इलाज में समय बर्बाद न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है, क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। सही खान-पान और साफ-सफाई अपनाकर हम गर्मियों में पेट की बीमारियों से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
गर्मियों में बेल (Bail ka sharbat) का शरबत पीना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। बेल का शरबत एक हाइड्रेटिंग ड्रिंक है ये आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता। इसे पीने के कई फायदे हैं। बेल के शरबत में कर्क्यूमिन, फ्लेवोनोइड्स और टैनिन पाए जाते हैं जो आपके शरीर को कई फायदे पहुंचाते हैं। अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण से इसका शरबत आपके शरीर में इंफ्लेमेशन के कारण होने वाली बीमारियों का खतरा कम करता है। इसमें विटामिन A और विटामिन C भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इम्यून सिस्टम को मजबूत (strengthen the immune system) करने के साथ ही वायरल संक्रमण से बचाने में मदद करता है।
डाइजेस्टिव सिस्टम से जुड़ी परेशानियों से बचने के लिए आप दोपहर के खाने में दही को जरूर शामिल करें। इसके लिए आप दही का रायता, दही और चावल या इसे सादा भी खा सकती हैं। दही प्रीबायोटिक और प्रोबायोटिक (Prebiotic and Probiotic)का एक बेहतरीन कॉम्बिनेशन है जो आपके शरीर के तापमान को सही रखने में सहायता करता है। इसके साथ ही गर्मी के कारण होने वाली परेशानियों से बचने में आपकी मदद करता है। इसलिए इस मौसम में आप दही को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
डॉ. साद अनवर के अनुसार, इस मौसम में आपको उन फलों का सेवन ज्यादा करना चाहिए जो इस मौसम में ही मिलते हैं। बता दें कि, सीजनल फ्रूट्स (seasonal fruits) में वो तत्व पाए जाते हैं जो उस मौसम में आपके शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। यही वजह है कि आपको मौसम के हिसाब से ही फलों को खाना चाहिए।
गर्मियों में पोषण के लिए आप भीगे हुए ड्राई फ्रूट का सेवन कर सकती हैं। इसके लिए रातभर पानी में भिगोए हुए ड्राई फ्रूट खाने से आपकी ब्रेन पॉवर बढ़ जाती है (Eating dry fruits increases your brain power) और इससे आपकी मेमरी बढ़ती है। इसके साथ ही ये शरीर के टेम्परेचर को सही रखने में मदद करता है।
यह भी पढ़ें ; बिलोना विधि है ट्रेडिशनल और हेल्दी घी तैयार करने का तरीका, अमेजॉन से चुनें ये 5 बेस्ट बिलोना घी
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।