औषधीय आहार (Medicinal Superfoods) वह आहार है, जो आपको रोगों से लड़ने की ताकत देता है। आयुर्वेद में ऐसे बहुत सारे खाद्य पदार्थों के बारे में बताया गया है, जो आपको रोगों से लड़ने के लिए तैयार करते हैं। सर्दी, खांसी, जुकाम ही नहीं, बल्कि पाचन संबंधी समस्याओं से भी औषधीय आहार (Medicinal Superfoods) छुटकारा दिला सकते हैं। आयुर्वेद एक्सपर्ट चैताली राठौर ने कुछ ऐसे ही खास सुपरफूड्स के नाम सुझाए हैं। हेल्थ शॉट्स के इस लेख में हम ऐसे ही कुछ औषधीय आहार और उनके महत्व और सेवन (How to consume medicinal superfoods) के तरीके के बारे में बता रहे हैं।
आज के समय में बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। थायराइड, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर से लेकर हेयर फॉल, स्किन प्रॉब्लम्स, वेट गेन, डाइजेशन संबंधी समस्याएं बिल्कुल आम हो चुकी हैं। हम सभी लोग हर छोटी समस्या के लिए फौरन दवाई खा लेते हैं। जिसकी वजह से हमारा शरीर और ज्यादा खराब हो रहा है। आपको जानकर हैरानी हो सकती है, परंतु ऐसे कई खाद्य पदार्थ हैं जिनमें मौजूद पोषक तत्व और प्रॉपर्टीज आपके शरीर के लिए दवाइयों के सेवन से कहीं बेहतर होती हैं (Medicinal Superfoods)। ये बिना किसी साइड इफेक्ट के आपको कई फायदे प्रदान कर सकती हैं।
हरी मूंग दाल के फायदे से तो आप सभी वाकिफ होंगे। कई महत्वपूर्ण विटामिन, मिनरल सहित फाइबर से भरपूर यह दाल पाचन क्रिया के लिए बेहद फायदेमंद होती है (Medicinal Superfoods)। साथ ही साथ वेट लॉस में इसका सेवन बेहद प्रभावी रूप से कार्य करता है। एक्सपर्ट की मानें तो यह थायरॉइड, पित्त असंतुलन, वजन घटाने आदि में मदद करती है। मूंग दाल को सब्जी और दाल में के रूप में डाइट में शामिल करें।
पपीता ज्यादातर लोगों के पसंदीदा फलों में से एक होता है। फाइबर की गुणवत्ता से भरपूर पपीते में एंटीऑक्सीडेंट सहित कई महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। पपीता कब्ज की समस्या के लिए सबसे अच्छा फल है, यह लैक्सेटिव के रूप में काम करता है। यदि आपको क्रॉनिक कांसेपशियन की समस्या रहती है और आप इसके लिए दवाइयां ले रही हैं, तो पपीते को जरूर आजमाएं।
पाचन संबंधी समस्याएं जैसे की ब्लोटिंग, गैस, एसिडिटी आदि दिन प्रतिदिन बिल्कुल आम होते जा रहे हैं। काला नमक गैस्ट्रिक समस्याओं में बेहद प्रभावी रूप से कार्य करता है। यह आपके पाचन क्रिया को सक्रिय रखते हुए इन समस्याओं के खतरे को कम कर देता है और बेहतर पाचन में मदद करता है। पाचन में सुधार के लिए खाने के बाद अजवाइन या जीरा पाउडर में काला नमक मिलाकर लेने की सलाह दी जाती है (Medicinal Superfoods)।
विटामिन सी से युक्त आंवले में एंटीऑक्सीडेंट की गुणवत्ता पाई जाती है, और यह शरीर की तमाम समस्याओं का इकलौता इलाज साबित हो सकता है। आंवला इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है, जिससे कि शरीर संक्रमण तथा अन्य बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार रहती है। इसके अलावा यदि आप हेयर फॉल से परेशान रहती हैं, तो यह सुपरफूड आपकी समस्या का एक बेहद प्रभावी समाधान साबित हो सकता है। इसलिए रोजाना एक आंवला खाएं या इसके पाउडर को गर्म पानी में घोल कर लें।
गाय के घी में हेल्दी फैट सहित आयरन, जिंक और कई महत्वपूर्ण विटामिन एवं मिनरल्स की मात्रा पाई जाती है। जो इन्हें बेहद खास बनाती हैं। आयुर्वेद के अनुसार गाय का घी स्मरण शक्ति, एलर्जी, पाचन, इनफर्टिलिटी, हड्डियों के स्वास्थ्य, सभी दोषों को संतुलित करने और अधिक स्वास्थ्य लाभों के लिए आदर्श है। इसलिए रोजाना अपनी डाइट में एक चम्मच घी जरूर शामिल करें। इससे आपके बीमार होने की टेंडेंसी बेहद कम हो जाती है।
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कड़ी पत्ता बालों के स्वास्थ्य, लीवर स्वास्थ्य, एनीमिया, स्किन पिगमेंटेशन, ब्लड प्यूरिफिकेशन, के लिए मैजिकल साबित हो सकता है। कड़ी पत्ते में कई खास गुणवत्ताएं पाई जाती हैं। आप इसे अपने बाल एवं त्वचा पर टॉपिकली अप्लाई करने के साथ ही इसे अपनी नियमित डाइट में भी शामिल कर सकती हैं। यह स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों को बनाए रखेगा।
धनिया आपकी रसोई के मसाले के डब्बे में मौजूद सबसे महत्वपूर्ण बीज है। यह पित्त दोष को संतुलित करता है और एसिडिटी को कम करने में मदद करता है। धनिया के बीज को पानी में उबालकर रोजाना सुबह खाली पेट पीने से आपकी कई बीमारियां दूर होती हैं। आप चाहे तो इसे रात में सोने से पहले भी ले सकती हैं।
याददाश्त बढ़ाने वाली ये जड़ी बूटी वजन घटाने में बेहद प्रभावी रूप से कार्य करती है। अश्वगंधा इम्यूनिटी को भी बढ़ावा देती है जिससे की कोई भी बीमारी आपको आसानी से प्रभावित नहीं कर पाती। बेहतर परिणाम के लिए इसे जूस या सूप के रूप में अपनी डाइट में शामिल करें।
अक्सर दर्द में हम पेन किलर्स लेते हैं, जिन्हें सेहत के लिए बेहद घातक बताया जाता है। ऐसे में मोरिंगा नेचुरल पेन किलर की तरह काम करता है और चोट पर हो रहे दर्द को कम करने में मदद करता है। इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जो हड्डियों की सेहत को बरकरार रखती है और इससे जुड़ी परेशानी को आपसे दूर रखती हैं।
यदि आपको मीठे की क्रेविंग्स होती है, या आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो इसमें खजूर आपकी मदद कर सकता है। खजूर में प्राकृतिक मिठास होती है, साथ ही साथ इसमें कई अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इसके मिठास को बैलेंस कर देते हैं। इस प्रकार आप खाद्य पदार्थों में मिठास जोड़ने के लिए खजूर का इस्तेमाल कर सकती हैं। पुरुषों और महिलाओं के लिए इनफर्टिलिटी की समस्या में खजूर अद्भुत काम करता है।
नोट: यहां उन सभी खाद्य पदार्थों के बारे में बात हुई है, जिनमें किसी ने किसी प्रकार से औषधीय गुण पाए जाते हैं। जो बीमारियों से लड़ने में शरीर की मदद करती है। तो, इनमें से किसी को भी अपनी दिनचर्या में शामिल करें और आयुर्वेद के साथ स्वस्थ और रोग मुक्त रहें।
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