खाने के शौकीनों के लिए भारत विविध स्वाद वाला पसंदीदा डेस्टिनेशन हो सकता है। भारत में तमाम ज़ायकों के साथ जब स्वास्थ्य का समागम होता है, तो वे खाद्य पदार्थ अधिक स्वादिष्ट और ‘अमृत’ समान बन जाता है। भारत के हर राज्य में विविधताओं से भरे व्यंजनों की खुशबू है। इन्हीं लाजवाब पौष्टिक खाद्य पदार्थों में बाजरा भी शामिल है। बाजरा के पौष्टिक तत्वों और आसानी से उपलब्ध होने के कारण इस वर्ष को बाजरा वर्ष घोषित किया गया है। ताकि आप इस पौष्टिक अनाज के लाभों को फिर से एक्सप्लोर कर सकें। अगर आप भी बाजरा को आहार में शामिल करने का कोई टेस्टी तरीका ढूंढ रहे हैं, तो बाजरा की चकली एक परफेक्ट स्नैक्स है। आइए जानते हैं इसके स्वास्थ्य लाभ और रेसिपी (millet chakli recipe)।
सर्दी के मौसम में खाने के अनेक ऑप्शन में ‘बाजरे’ का सेवन भी लोग बहुत चाव से करते है। खेती से लेकर किसी की प्लेट का हिस्सा बनने तक, अपने अंदर अनेक खूबियां संगठित करा हुआ बाजरा सर्दियों में स्वास्थ्य को मिलने वाला एक ‘गिफ्ट हैम्पर’ है।
अक्सर आपने बाजरे से बनी चीज़ों को अपनी मेन कोर्स मील में शामिल किया होगा, लेकिन सर्दियों के मौसम में यदि हम बाजरे को अपनी लंच और डिनर प्लेट के साथ स्नैक्स टाइम में भी जोड़ लें, तो यह सर्दियां हमारे स्वास्थ्य के लिए एक बेहतरीन मौसम में बदल जाएंगी। इसीलिए आज बाजरे की हेल्दी और टेस्टी रेसिपी ‘बाजरे की चकली’ बनाना सीखें।
आयुर्वेद से लेकर मॉडर्न साइंस तक, बाजरे के फायदों से हर कोई वाकिफ है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिन के अनुसार, बाजरा में मौजूद फेनोलिक गुणों में एंटीऑक्सीडेंट की प्रचुर मात्रा है, जो शरीर को पौष्टिकता देने में काफी सहायक होते है। इसके साथ ही रिपोर्ट में बताया गया कि, बाजरे के दानों में फाइटोकेमिकल्स की मौजूदगी शरीर की इम्यून पावर बढ़ाती है और तमाम बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करती है।
साथ ही बाजरे के स्वास्थ्य लाभ बताते हुए सर्टिफाइड डाइटीशियन जूही अरोरा कहती हैं कि, बाजरा स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है और इसके सेवन से तमाम बीमारियों से लड़ने की क्षमता मिलती है और उन बीमारियों के रोकथाम में भी सहायता मिलती है।
न्यूट्रिशन जर्नल के अनुसार बाजरा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करता है।वहीं, डायटीशियन बतातीं हैं कि इसका सेवन अन्य मिलेट के सेवन में सबसे ज्यादा लाभदायक होता है। इसके साथ ही बाजरा में उच्च फाइबर होता है, जिससे खाने के बाद शरीर में शुगर के उच्च स्तर को कम करने में मदद मिलती है। फाइबर आहार को स्लोली डाइजेस्ट करता है और शरीर को उच्च ब्लड शुगर से बचाने में मदद करता है।
बाजरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और मैग्नीशियम मौजूद होते हैं, जो जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही बाजरा में विटामिन D की मात्रा भी होती है, जो हड्डियों और जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। वहीं, बाजरा में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो जोड़ों के स्वास्थ्य को सुधारने में भी मदद करता है ।
डायटीशियन जूही अरोरा के अनुसार बाजरे से ब्लड शुगर लेवल कन्ट्रोल रहता है। जिसके कारण व्यक्ति के इंसुलिन रेसिस्टेंस में सुधार होता है। इसके साथ ही बाजरे में फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है जो, बोवेल मूवमेंट में मदद कर आंतों को हर तरह के इंफेक्शन से दूर रखता है। साथ ही इसके कारण पीसीओएस से जुड़े लक्षणों में कमी आती है।
1 कप बाजरा आटा (pearl millet flour)
1/4 कप सूजी (semolina)
1/4 कप चना आटा (gram flour)
1/2 छोटी चम्मच लाल मिर्च पाउडर (red chili powder)
1/2 छोटी चम्मच अजवाइन (carom seeds)
नमक स्वाद के अनुसार
पानी
बाजरा को चकली बनाने के लिए सबसे पहले, सभी सामग्रियों को एक पतीले में मिलाएं, जिसके बाद धीरे-धीरे पानी मिलाकर उन्हें एक साथ गूंथ लें। आटा गूंथने के बाद एक छोटा टुकड़ा ले और उसे लंबे रोल की तरह बना लें। इस रोल को चकली के शेप में बनाने के लिए लपेटें और धीरे-धीरे उसे फैलाए और चकली का शेप दे। इसी तरह से बाकी की चकलियों को बनाएं।
जब आपकी सभी चकलिया सही शेप में बन जाएं तो उन्हें बेक करें। आप चाहें तो उन्हें फ्राई भी कर सकती है, लेकिन फ्राई करने से बेहतर और स्वास्थ्यवर्धक ऑप्शन हैं कि एयर फ्राई या बेक करें।
कुछ देर बेक या फ्राई करने के बाद उन्हें बाहर निकालकर ठंडा होने के लिए रख दें। अब आप इन बाजरा की चकलियों को गरमा गरम चाय के साथ या अपनी पसंदीदा चटनी के साथ सर्व कर सकती हैं। यह एक स्वास्थ्यपूर्ण और टेस्टी विकल्प है।
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