रागी एक संपूर्ण अनाज है, जिसे साउथ इंडिया में काफी ज्यादा पसंद किया जाता हैं। कुछ सालों पहले तक लोग इसे बड़े चाव से खाते थें। परंतु कुछ साल पहले तक लोगों ने इसे खाना कम कर दिया था। हालांकि कुछ आहार विशेषज्ञों, इंफ्लुएंसर और स्वास्थ्य संस्थाओं की पहल पर लोगों का रुझान फिर से रागी की ओर बढ़ रहा है। अगर आप भी इस पौष्टिक अनाज को अपनी डेली डाइट का हिस्सा बनाना चाहती हैं, तो हमारे पास आपके लिए 2 टेस्टी रेसिपीज हैं (ragi recipe)।
पोषक तत्वों से भरपूर रागी अपने गुणों के लिए काफी प्रचलित है। आयरन, कैल्शियम, फाइबर, प्रोटीन जैसे महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स इसकी खासियत हैं। जिसका फायदा वेट लॉस से लेकर डायबिटीज तक को कंट्रोल करने के लिए होता है। डायटीशियन भी इन दिनों रागी के सेवन की सलाह देते हैं। इसकी गुणवत्ता का आनंद लेने के लिए आप इसे अलग-अलग व्यंजनों के तौर पर डाइट में शामिल कर सकती हैं।
अक्सर हम स्नैक्स में कुछ उल्टा-सीधा खा लेते हैं, जो डाइट में कैलोरी एड करने के साथ ही शरीर के लिए हानिकारक भी हो सकते हैं। आज रागी की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए हेल्थ शॉट्स आपके लिए लेकर आया है रागी की हेल्दी रेसिपी। तो आज से सेहत को प्राथमिकता देते हुए स्नैक्स में एन्जॉय करें रागी चकली और रागी ब्रेड की ये दो हेल्दी और स्वादिष्ट रेसिपी।
पब मेड सेंट्रल के अनुसार रागी कार्बोहाइड्रेट, सोडियम, फाइबर और प्रोटीन के साथ विभिन्न प्रकार के मिनरल्स का एक बेहतरीन स्रोत है। वहीं इसमें कैल्शियम और पोटेशियम भी मौजूद होते हैं। इतना ही नहीं यह एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है और ग्लूटेन फ्री होता है। यदि कोई व्यक्ति डायबिटीज से पीड़ित है तो वे इसका सेवन जरूर करें, यह ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य रखने में प्रभावी रूप से काम करता है।
रिसर्च गेट के अनुसार इसमें मौजूद मैग्नीशियम इन्सुलिन रेजिस्टेंस को नियंत्रित रखती हैं और ब्लड शुगर लेवल को भी मेंटेन रखने में मदद करती है। वहीं कैल्शियम हड्डियों एवं दांतों की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। रागी फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है और यह आपके पाचन क्रिया को पूर्ण रूप से संतुलित रखता है और अपच, कब्ज आदि जैसी पाचन संबंधी समस्यायों को भी नियंत्रित रखता है।
रागी को वेट लॉस डाइट में भी शामिल किया जा सकता है। पब मेड सेंट्रल के अनुसार इसका सेवन आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है, जिसकी वजह से आप ओवरईटिंग नहीं करती और आपका वजन भी नियंत्रित रहता है।
रागी का आटा – 2 कप
गेहूं का आटा – 1 कप
शहद या गुड़ – 3 से 4 चम्मच
नमक – एक चुटकी
पालक (वैकल्पिक) – 1 कप
ऑलिव ऑयल – 1 चम्मच
बेकिंग सोडा – 1 चम्मच
दही – 1 कप
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एक बाउल में आटा, रागी का आटा, शहद या जुड़, नमक, पालक (वैकल्पिक), ऑलिव ऑयल, बेकिंग सोडा और दही को एक साथ अच्छी तरह मिलाएं।
अब कंसिस्टेंसी को ध्यान में रखते हुए इसमें हल्का पानी मिला सकती हैं। फिर लगभग 2 घंटे तक सेट होने के लिए रख दें।
इधर एक कंटेर में बटर पेपर लगाएं या ऑलिव ऑयल भी लगा सकती हैं, इसमें तैयार किये गए बैटर को डाल दें।
अब इसे ओवन में लगभग 180 डिग्री पर 30 मिनट तक बेक करें।
फिर इसे ओवन से निकालें और थोड़ा ठंडा होने दें। उसके बाद इसके ऊपर थोड़ा शहद डालकर इसे एन्जॉय करें।
आप चाहें तो इसे 2 से 3 दिन तक रेफ्रिजेटर में स्टोर कर सकती हैं।
रागी का आटा – 2 कप
चावल का आटा – 1 कप
बेसन – 1 कप
लाल मिर्च – 2
काली मिर्च – 1 चम्मच
जीरा – 1 चम्मच
कड़ी पत्ता – 10 से 12
तिल – 3 से 4
कश्मीरी मेथी – 2 चम्मच
नमक (स्वादानुसार)
घी – 2 चम्मच
सबसे पहले एक ब्लेंडर में लाल मिर्च, काली मिर्च, कड़ी पत्ता और जीरा डालें सभी को एक साथ ब्लेंड कर लें।
अब एक बाउल में रागी का आटा, चावल का आटा और बेसन निकालें इसमें नमक, ब्लेंड किये गए मसाले, घी और कश्मीरी मेथी डालकर एक डो तैयार करें।
चकली के डो की कंसिस्टेंसी को न ज्यादा पतला न ही ज्यादा गाढ़ा, इसे सामान्य रखने की कोशिश करें।
अब यदि आपके पास चकली बनाने वाली मशीन है तो डो को उसमें डालें या इसे बनाने के लिए सांचे का पयोग भी कर सकती हैं। इसके साथ ही कई लोग इसे हाथ से भी तैयार कर लेते हैं।
अब इसे बेकिंग ट्रे पर रखें और इसके ऊपर तिल स्प्रिंक्ल कर लें। ओवन को प्रीहीट रखें।
ट्रे को ओवन में डालें और इसे लगभग 15 से 20 मिनट तक बेक करें। फिर इसे निकालें और चकली को ठंडा होने दें और इसे एन्जॉय करें।
आप इसे एयर टाइट कंटेनर में स्टोर करके रख सकती हैं।
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