चीकू के बारे में सोच कर ही मुंह में पानी आने लगता है। यह एक ऐसा फल है जिसको छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग तक काफी पसंद करते हैं। यह सभी के लिए एक परफेक्ट फ्रूट है, क्योंकि यह सभी की जरूरत के अनुसार पोषक तत्व प्रदान करता है। आपने अक्सर चीकू को साधारण तरीके से ही खाया होगा। हालांकि अब गर्मियां आ रहीं हैं और गर्मी में ठंडा पीने का मन करता है। ऐसे में हम आपके लिए चीकू मिल्क शेक (Chiku milkshake recipe) की एक स्पेशल रेसिपी लेकर आए हैं।
यह रेसिपी अक्सर गर्मियों में मेरी मम्मी बनाती हैं। यह मिल्क शेक की रेसिपी बहुत खास होने वाली है क्योंकि यह स्वादिष्ट के साथ-साथ आपकी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। अगर आपको चीकू की खासियत के बारे में नहीं पता है, तो चलिए पहले चीकू के बारे में कुछ दिलचस्प बातें जान लेते हैं।
चीकू को सबसे पौष्टिक फल की श्रेणी में रखा गया है, क्योंकि यह कैलोरी में कम और फाइबर में ज्यादा है। बहुत से लोगों को अपने आहार के माध्यम से फाइबर पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाता है। जिसकी वजह से उन्हें पाचन संबंधित समस्याएं, दिल से जुड़ी बीमारियां और बहुत से नकारात्मक प्रभाव अपने शरीर में देखने मिलते हैं।
ऐसे में चीकू को फाइबर की पूर्ति के लिए सबसे अच्छा फल माना गया है। वहीं एनसीबीआई की एक रिपोर्ट बताती है कि चीकू विटामिन सी का भी एक अच्छा स्रोत है। विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो आपकी कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाने में मदद करता है।
चीकू में मौजूद पॉली फेनोलिक यौगिक चीकू को एक एंटी इंफॉर्मेशन एजेंट बनाता है। आपकी सेहत के लिए चीकू का दैनिक सेवन काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। यह डाइजेस्टिव ट्रैक, इरिटेबल बॉवेल डिजीज और जठरशोथ जैसे रोगों की रोकथाम के माध्यम से पाचन तंत्र की स्थिति में सुधार करने में मदद करता है। यह किसी भी सूजन और दर्द को कम करके सूजन को भी कम करता है।
चीकू में फाइबर पर्याप्त मात्रा में होता है और बेहतर पाचन स्वास्थ्य के लिए फाइबर का सेवन काफी अहम है। यदि आपको कब्ज जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हैं, तो चीकू का रोजाना सेवन आपको इस समस्या से छुटकारा दिलाने में आपकी मदद कर सकता है। हालांकि यदि आपको डायबिटीज की समस्या है, तो आपको रोजाना इसका सेवन करने से बचना चाहिए और अपने डाइटिशियन से सलाह लेनी चाहिए।
चीकू में एंटीऑक्सीडेंट की अच्छी मात्रा पाई जाती है यह विभिन्न प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम करने में प्रभावी है। इसके अलावा, विटामिन ए और बी शरीर की त्वचा की बनावट के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं। विटामिन ए फेफड़ों और मुंह के कैंसर से भी सुरक्षा प्रदान करता है।