शिमला मिर्च स्वादिष्ट होने के साथ-साथ हेल्दी भी होता है। रिकॉर्ड बताते हैं कि 6000 ईसा पूर्व से खाना पकाने में शिमला मिर्च का उपयोग किया जाने लगा था। शिमला मिर्च अलग-अलग रंगों में आती है। यह हरी, लाल, पीली और नारंगी भी होती है। घंटी के आकार वाली शिमला मिर्च (Bell Pepper) का प्रयोग गर्मी के दिन में जरूर करना चाहिए। वजन घटाने में मददगार होने के अलावा इसके कई स्वास्थ्य लाभ (Capsicum aka shimla mirch benefits in summer) हैं।
न्यूट्रीएंट जर्नल के अनुसार, गर्मी में भरपूर पानी वाली सब्जियां, सलाद शरीर को हाइड्रेट करते हैं। शिमला मिर्च सुपर हाइड्रेटिंग होते हैं। इनमें तरबूज की तरह लगभग 92 प्रतिशत पानी होता है। यही वजह है कि इनमें कैप्साइसिन शून्य होती है। अधिकांश मिर्च में मौजूद कैप्साइसिन गर्मी बढ़ाते हैं। इसमें तरबूज की तरह नेचुरल शुगर नहीं होता है।
जर्नल ऑफ़ फ़ूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी के अनुसार, मेडिटेरिनियन डाइट में सबसे अधिक शिमला मिर्च का इस्तेमाल होता है। यह ताजा सलाद और स्टफिंग में उपयोगी होता है। इसे कच्चा भी खाया जा सकता है। ग्रिल्ड, रोस्टेड या स्टिर-फ्राइ के रूप में भी इसे खाया जा सकता है। स्वाद बढाने के लिए इसे कई फ़ूड में जोड़ा भी जाता है।
जर्नल ऑफ़ फ़ूड साइंस में प्रकाशित शोध आलेख के अनुसार, शिमला मिर्च विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन के, कैरोटीनॉयड और डाइटरी फाइबर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है। शिमला मिर्च में विटामिन बी6 और फोलेट भी होता है। यह होमोसिस्टीन के स्तर को कम करने में मदद करता है। इससे हृदय रोग का खतरा कम होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट फ्री रेडिकल्स और सेलुलर ऑक्सीकरण से लड़ने में मदद करते हैं। शिमला मिर्च में इलेक्ट्रोलाइट्स खासकर पोटैशियम भरपूर होता है। तेज़ गर्मी के दौरान पर्याप्त जलयोजन प्रदान करती है। इसमें विटामिन सी की पर्याप्त आपूर्ति स्किन हेल्थ को बढ़ावा देता है।
जर्नल ऑफ़ फ़ूड प्रोटेक्शन के अनुसार, गर्मी के दिन में वजन घटाने को आसान बनाती है लाल शिमला मिर्च। यह थर्मोजेनेसिस को सक्रिय करने और चयापचय दर को बढ़ाने में मदद करती है। इसमें हल्की थर्मोजेनिक क्रिया होती है, जो लाल या हरी मिर्च के विपरीत हृदय गति और रक्तचाप को बढ़ाए बिना मेटाबोलिज्म रेट को बढ़ा देती है। इससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
हार्वर्ड हेल्थ ब्लॉग के अनुसार, लाल शिमला मिर्च लाइकोपीन से भरपूर होती है। इसलिए यह हृदय स्वास्थ्य के लिए बढिया है। हरी शिमला मिर्च कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले फाइबर का एक अच्छा स्रोत है। होमोसिस्टीन के स्तर में वृद्धि से हृदय रोग का जोखिम बढ़ जाता है। शिमला मिर्च में विटामिन बी6 और फोलेट होता है, जो होमोसिस्टीन के स्तर को कम करने में मदद करता है। शिमला मिर्च में मौजूद पोटैशियम ब्लड प्रेशर को कम करता है, जो दिल के लिए भी फायदेमंद होता है। यह मधुमेह के जोखिम को भी कम कर सकता है।
न्यूट्रीएंट जर्नल के अनुसार, स्वस्थ इम्यून सिस्टम, स्किन और जॉइंट्स को सहारा देने के लिए कोलेजन जरूरी है। इसे बनाने के लिए विटामिन सी जरूरी है। यह गठिया के जोखिम और सूजन को कम करता है। विटामिन K ब्लड के थक्कों के निर्माण में सहायक होता है। मजबूत हड्डियों के विकास और ऑक्सीडेटिव क्षति से कोशिकाओं की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है।
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कस्टमाइज़ करेंजर्नल ऑफ़ आयुर्वेद के अनुसार, विटामिन ए से भरपूर होने के कारण लाल शिमला मिर्च आईज हेल्थ के लिए जरूरी है। यह ल्यूटिन कैरोटीनॉयड का एक समृद्ध स्रोत है, जो आंखों के धब्बेदार अध:पतन (macular degeneration) के जोखिम को कम करने में मदद करता है। आंखों का धब्बेदार अध: पतन उम्र से संबंधित आई प्रॉब्लम का सबसे आम कारण है। शिमला मिर्च बीटा-कैरोटीन और विटामिन सी के हाई लेवल के कारण आंखों को मोतियाबिंद (Bell pepper for cataract) से भी बचाती है।
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