आयुर्वेद के अनुसार जानिए क्या है दूध, दही और चावल जैसे 6 हेल्दी फूड्स को खाने का सही समय

हमारे आसपास बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जिनके पास खाने की एक पूरी लिस्ट है, जिसके बारे में वे मानते हैं कि इन्हें खाने से वे बीमार पड़ जाएंगे या वजन बढ़ जाएगा। जबकि आयुर्वेद में हर आहार के लिए एक सही समय निश्चित किया गया है।
kya foods ko khane ka sahi samay
आयुर्वेद के अनुसार जानिए क्या है, हेल्दी फूड्स को खाने का सही समय। चित्र : शटरस्टॉक

आजकल अपनी डाइट और हेल्थ को लेकर सभी कॉन्शियस हैं। हमें पता है कि अपने आहार में क्या शामिल करना है और क्या नहीं। और क्या खाने से हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है? और क्या हमें तंदुरुस्ती की ओर ले जाएगा?

मगर इन सब के बीच हम आज भी जिस चीज़ को नहीं समझ पाए हैं, वह है अनुशासन और समय का महत्व। हमारे कहने का मतलब है कि आहार में भी समय और अनुशासन बेहद ज़रूरी है। जी हां… शायद आपको नहीं पता है, लेकिन हर खाद्य पदार्थ को खाने का अपना एक सही समय होता है और गलत समय पर खाना, हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।

इसलिए, आज हम आपको बताएंगे कुछ फूड्स को खाने का सही समय और इससे जुड़ी समस्याएं

1. चावल (Rice)

अध्ययनों के अनुसार, दोपहर का समय यानी लंच टाइम चावल खाने का सबसे अच्छा समय है। दिन के समय, हमारा चयापचय तेज होता है और हमारा शरीर सभी भारी खाद्य पदार्थों को पचा लेता है। साथ ही, दोपहर के समय में शरीर को ऊर्जा की ज़्यादा ज़रूरत होती है। चावल में मौजूद कार्ब्स हमारे शरीर का ऊर्जा स्तर बढ़ाने के लिए आवश्यक होते हैं।

दूसरी ओर रात के समय चावल भूल कर भी नहीं खाने चाहिए, क्योंकि यह आपका वज़न बढ़ा सकते हैं।

raat ke samay n khaen chawal
रात के समय चावल नहीं खाने चाहिए। चित्र: शटरस्‍टॉक

2. दूध (Milk)

रात के समय में दूध पीना सबसे सही है क्योंकि यह आपको राहत दिलाता है और बेहतर नींद लेने में मदद करता है। दूध पचने में भारी होता है इसलिए, सुबह के समय इसे नहीं पीना चाहिए। यह आपको सुस्त महसूस करवा सकता है और आपके पाचन तंत्र को गड़बड़ा सकता है। हालांकि बच्चों को सुबह दूध दिया जा सकता है, क्योंकि वे आपसे ज्यादा एक्टिव होते हैं और उन्हें आपसे ज्यादा एनर्जी की जरूरत होती है।

3. दही (Curd)

आयुर्वेद के अनुसार दही दिन के समय खाना चाहिए। आप चाहें तो इसे सुबह नाश्ते में भी खा सकते हैं। प्रोबायोटिक्स से भरपूर दही तासीर में ठंडा होता है और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है। कुछ लोग डिनर में भी रायता खाना पसंद करते है। जबकि यह आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचाा सकता है। भूल कर भी रात के समय में दही का सेवन न करें। इससे आपको सर्दी – खांसी, जुकाम हो सकता है और यह शरीर में बलगम बनने का कारण भी बन सकता है।

पोल

एक थकान भरे दिन में एनर्जी के लिए आप किस पर भरोसा करती हैं?

4. सेब (Apple)

आपको सुबह के समय एक सेब खाना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि सेब आहार फाइबर, पेक्टिन से भरपूर होते हैं, जो इसके छिलके में पाया जाता है। चूंकि ज्यादातर लोगों को अनुचित नींद या देर से खाने की आदतों के कारण पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं, इसलिए सुबह उठने के बाद सेब खाना एक अच्छा विचार है।

शाम को या रात के समय में सेब कभी नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसमें प्रकृतिक एसिड होता है। इसे शाम को खाने से आपके पेट में गैस बन सकती है। यह सब सेब में मौजूद पेक्टिन के कारण होता है।

seb khane ke fayde
सुबह उठने के बाद सेब खाना एक अच्छा विचार है। चित्र : शटरस्टॉक

5. केला (Banana)

पोटेशियम में उच्च केले, हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं, और हमारी त्वचा की गुणवत्ता में सुधार करते हैं। रात के खाने में या रात के खाने के बाद केला खाने से बचना सबसे अच्छा है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि यह बलगम बनने, और अपच का कारण बन सकता है।

ऊर्जा प्राप्त करने के लिए कसरत से पहले केला खाना चाहिए, लेकिन रात में कभी नहीं। सुबह नाश्ते या पोस्ट वर्कआउट डाइट के रूप में भी आप केला खा सकती हैं।

6. चीनी (Sugar)

अमेरिकन जर्नल ऑफ फिजियोलॉजी में एक अध्ययन से पता चला है कि व्यायाम करने से तुरंत पहले चीनी लेना कार्डियो के फैट बर्न करने वाले प्रभावों को रोकता है। दोपहर के समय आप चीनी का सेवन कर सकते हैं क्योंकि शरीर ऊर्जावान होता है और चीनी को पचा सकता है। रात के वक़्त चीनी नहीं खानी चाहिए क्योंकि यह मोटापे और हृदय रोग का कारण बन सकती है।

वैसे चीनी को जितना हो सके अपनी डाइट में कम करना ही बेहतर है। इसकी जगह आप मीठे के हेल्दी विकल्प जैसे शहद, शक्कर या गुड चुन सकती हैं।

यह भी पढ़ें : हेल्दी हार्ट के लिए खाने से परहेज क्यों करना, जब हमारे पास है एक गिल्ट फ्री रेसिपी

  • 112
लेखक के बारे में

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

अगला लेख