यदि आप चाइनीज फूड की दीवानी हैं, तो आपने लोगों को सलाह देते हुए सुना होगा कि इसे ज़्यादा न खाएं। इसका सबसे बड़ा कारण अजीनोमोटो नामक नमक जैसे तत्व की उपस्थिति है। यह तत्व चाइनीज व्यंजनों का सार है, क्योंकि यह न केवल स्वाद जोड़ता है, बल्कि सुगंध भी लाता है।
तकनीकी रूप से, अजीनोमोटो सोडियम और ग्लूटामिक एसिड से बना एक यौगिक है, और चुकंदर, गन्ना, मक्का या कसावा जैसी सामग्री से तैयार किया जाता है। यह एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला अमीनो एसिड है, और आमतौर पर एशियाई भोजन जैसे नूडल्स, सूप, फ्राइड राइस आदि में उपयोग किया जाता है।
अजीनोमोटो के पोषण मूल्य की बात करें, तो सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट मनीषा चोपड़ा के अनुसार इस पदार्थ के 1000 ग्राम में 12,300 मिलीग्राम सोडियम, 21.2 मिलीग्राम कैल्शियम और 0.4 मिलीग्राम आयरन होता है। इसका मतलब है कि कोई विटामिन, प्रोटीन, वसा आदि इसमें नहीं हैं।
अजीनोमोटो कम मात्रा में उपयोग करने के लिए सुरक्षित है, मगर इसका अधिक उपयोग शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। दरअसल, ग्लूटामिक एसिड मस्तिष्क में एक न्यूरोट्रांसमीटर के रूप में कार्य करता है, इसलिए बहुत से लोग मानते हैं कि अजीनोमोटो हानिकारक है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि आपके शरीर के लिए ग्लूटामेट एक टोक्सिन हो सकता है, यह तंत्रिका कोशिकाओं को भी नष्ट कर सकता है। लेकिन ऐसा कोई अध्ययन नहीं है, जो इसका समर्थन करता हो।
अजीनोमोटो भोजन के स्वाद को बढ़ाता है और भोजन में अन्य सभी स्वादों को संतुलित और समृद्ध स्वाद देने के लिए सामंजस्य स्थापित करता है। लोग इसका इस्तेमाल टेबल सॉल्ट की जगह भी करते हैं, क्योंकि इसमें सोडियम की मात्रा काफी कम होती है।
अजीनोमोटो के सेवन से पसीने की समस्या हो सकती है।
इसके सेवन से शरीर में डिहाइड्रेशन के कारण थकान हो सकती है।
शरीर में बहुत अधिक सोडियम, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द का कारण बन सकता है।
इससे कुछ लोगों के पेट में जलन भी हो सकती है। पेट से संबंधित अन्य समस्याएं जैसे एसिडिटी, एसिड रिफ्लक्स आदि भी चीजों को और खराब कर सकते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंअधिक अजीनोमोटो खाने से रक्तचाप में उतार-चढ़ाव भी हो सकता है। अजीनोमोटो का अधिक मात्रा में सेवन करने वाले लोगों में भी माइग्रेन या तेज सिरदर्द देखने को मिलता है।
इसमें मौजूद मोनोसोडियम ग्लूटामेट, सोते समय सांस लेने में समस्या पैदा कर सकता है। इससे आपको बहुत खर्राटे भी आ सकते हैं।
और चौंकाने वाली बात यह है कि कॉम्प्रिहेंसिव रिव्यू इन फूड साइंस एंड फूड सेफ्टी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि यह कैंसर करक भी हो सकता है। अध्ययन से पता चलता है कि अजीनोमोटो का बहुत अधिक सेवन कैंसर कोशिकाओं को पुन: उत्पन्न कर सकता है और कोलोरेक्टल कैंसर का कारण भी बन सकता है।
न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक खाने में 0.5 ग्राम अजीनोमोटो एक सुरक्षित लिमिट है। इसे किसी भी खाने में शामिल किया जा सकता है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ जो लोग अजीनोमोटो के प्रति संवेदनशील हैं, उन्हें इससे पूरी तरह बचना चाहिए। यह न तो उनके लिए अच्छा है और न ही उनके बच्चे के लिए।
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