अक्सर आपने सुना होगा कि हमें डिनर लाइट और ब्रेकफास्ट हेवी करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि रात में जब हम सोने जाते हैं, तो हमारे शरीर का मेटाबॉलिज़्म रेट स्लो हो जाता है, जिसके कारण यदि हम हेवी डिनर करते हैं, तो उसके पाचन में समस्या आ सकती है और हमें पेट संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं। वहीं, रात में अच्छी नींद लेने और 8-9 घंटे की फास्टिंग के बाद जब हम उठते हैं, तो हमारे शरीर को तमाम तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है। ऐसे में, हमें हेवी लेकिन हेल्दी ब्रेकफास्ट करने की जरूरत होती है।
आमतौर पर लोग हेवी ब्रेकफास्ट करने के चक्कर में अनहेल्दी तली-भुनी चीज़ें खा लेते हैं, जिसके कारण उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ता है। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो हेल्दी ब्रेकफास्ट (Healthy Breakfast Options) में कई सारे ऑप्शंस होने के कारण कन्फ्यूज़ हो जाते हैं। ऐसे में सर्टिफाइड डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट किरन कुकरेजा ऐसे कुछ ऑप्शंस के बारे में बतातीं हैं, जिन्हे अपने ब्रेकफास्ट में शामिल करके आप खुद को स्वस्थ महसूस कर सकती हैं।
खाली पेट शरीर को पोषण देने और तमाम तरह की बीमारियों से खुद का बचाव करने के लिए नट्स और सीड्स खाना एक स्वस्थ विकल्प है। वहीं, अच्छी तरह से इनका पोषण प्राप्त करने के लिए इन्हें रात भर भिगोकर रखने से काफी मदद मिलती है।
डाइटीशियन किरन कुकरेजा बतातीं हैं कि, नट्स और सीड्स को रात भर भिगोने से उन्हें पचाने में आसानी होती है और ऐसा करने से पोषक तत्वों का अवशोषण भी बढ़ जाता है। इन्हें खाली पेट खाने से शरीर को ऊर्जा मिलती रहती है। साथ ही इससे मेंटल हेल्थ भी अच्छी होती है और शरीर को कई सारे फायदे होते है।
बेहतर हो जाती है पाचनशक्ति : भीगे हुए सीड्स और नट्स खाने से मेटाबॉलिज़्म मज़बूत होता है। दरअसल, इन्हें भिगोने से इनमें मौजूद एन्जाइम्स और फाइटिक एसिड्स जैसे कुछ अवरोधक भी टूट जाते हैं, जो कि पाचन संबंधी समस्या को बढ़ाते है। ऐसे में इनके सेवन से कई सारी पाचन संबंधी समस्याएं कम हो जाती है।
पोषण तत्वों का भंडार है सीड्स और नट्स : सीड्स और नट्स में विटामिन ई, सी, बी-कॉम्प्लेक्स, फॉलेट, आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, और मैग्नीशियम जैसे विभिन्न प्रकार के विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं, जो शारीरिक स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने में काफी सहायक होते है। इसके साथ ही इनको भिगोने से अंकुरण प्रक्रिया (Germination Process) शुरू हो जाती है, जिससे नट्स और बीजों में पोषक तत्वों की मात्रा और अधिक बढ़ जाती है।
मेंटल हेल्थ और वेट मैनेजमेंट में सहायक : सीड्स और नट्स में मौजूद ऑमेगा-3 फैट्स आपके मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं और तनाव को कम करते हैं। वहीं, इनमें मौजूद सैच्युरेटेड फैट, प्रोटीन, और फाइबर वजन प्रबंधन में भी सहायक होते है।
डायटीशियन किरन कुकरेजा बतातीं हैं कि, खाली पेट केला खाने से त्वरित ऊर्जा मिलती है, जिससे ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है, और इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर होने के कारण भरपूरता का अहसास भी होता है। साथ ही पपीता खाने से पाचन में मदद मिलती है, इन्फ्लेमेशन कम होता है और अच्छी मात्रा में विटामिन सी भी मिलता है। लेकिन खाली पेट केला और पपीता हमेशा सीमित मात्रा में खाना चाहिए, क्योंकि अत्यधिक मात्रा में खाने से इसके फायदे की बजाय कई स्वास्थ्य हानि भी देखने को मिल सकती है।
ब्रेकफास्ट में फलों और सब्जियों के जूस (Fruit And Vegetable Juice) का सेवन करने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।
मिलता है पोषण: फलों और सब्जियों में विटामिन्स, मिनरल्स, और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो आपके शरीर के सही एवं अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं। फलों और सब्जियों के जूस से आप तमाम तरह के न्यूट्रिएंट्स भी प्राप्त कर सकतीं हैं।
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कस्टमाइज़ करेंहार्ट हेल्थ के लिए भी फायदेमंद: फलों और सब्जियों के जूस में पोटैशियम मौजूद होता है, जो हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है। साथ ही विटामिन C और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर फलों और सब्जियों के जूस से आपके शरीर को रेडिकल्स के खिलाफ सुरक्षा मिलती है, जिससे आपका हृदय स्वस्थ रहता है।
शरीर में हाइड्रेशन भी बना रहता है : फलों और सब्जियों के जूस में नाट्रियम, पोटैशियम, कैल्शियम, और मैग्नीशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं जो शरीर के सही हाइड्रेशन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। साथ ही फलों और सब्जियों में मौजूद फाइबर भी हाइड्रेशन को बनाए रखने में मदद कर सकता है, क्योंकि फाइबर पानी को शरीर में अधिक समय तक रखता है और उसे उपयोग करने में मदद करता है।
सुबह-सुबह खाली पेट सौंफ का पानी (Fennel Seeds Water) पीने से पूरे दिन हमें पेट संबंधी समस्याओ से राहत मिलती है। डाइटिशयन किरन कुकरेजा बताती है कि, सौंफ में ऐसे कंपाउंड्स होते हैं जो सूजन और गैस को कम करने के साथ कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते है।
डीटॉक्सिफाय हो जाता है शरीर: सौंफ का पानी पीने से शरीर में मौजूद सभी टॉक्सिक प्रोडक्ट्स यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकल जाते है, जिससे व्यक्ति का तमाम तरह की बीमारियों से बचाव होता है।
पेट संबंधी समस्याएं रहती हैं दूर : सौंफ का पानी पाचन को सुधारने में मदद करता है। इसमें मौजूद एक्टिव कंपोनेंट्स गैस और एसिडिटी को शांत करने है और व्यक्ति को अलग अलग तरह की पेट संबंधी समस्याओं से दूर रखते है।
किशमिश (raisins) और अंजीर (figs) दोनों ही सुपरफूड हैं और इन्हें सुबह-सुबह खाने से आपको कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।
शारीरिक ऊर्जा बनाए रखने में सहायक: किशमिश में उच्च मात्रा में नेचुरल शुगर, विटामिन्स और मिनरल्स होते है, जो आपको शारीरिक ऊर्जा बनाए रखने में मदद करते हैं। वहीं, अंजीर में विटामिन ए, के और सी होते हैं, जो शारीरिक ऊर्जा के साथ शरीर को पोषण भी देते है।
ब्लड प्रेशर को रखते है नियंत्रित: किशमिश और अंजीर में कई एंटीऑक्सीडेंट्स और पोटेशियम होते है, जो ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं को भी दूर करते हैं और व्यक्ति को स्वस्थ रखते हैं।
शरीर को देते है पोषण: किशमिश में विटामिन डी, कैल्शियम, जैसे पौष्टिक तत्व होते है, वैसे ही अंजीर में भी विटामिन ए, विटामिन के, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे तत्व होते हैं , जो शरीर को पौष्टिकता पहुंचाने में मदद करता है।
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