वेट लॉस की प्लानिंग कर रहे व्यक्ति को हमेशा हाई प्रोटीन डाइट (High protein diet) लेने की सलाह दी जाती है। दिन प्रतिदिन जिम कर रहे व्यक्तियों के बीच प्रोटीन की खपत बढ़ती जा रही है। परंतु क्या आपको पता है जरूरत से ज्यादा प्रोटीन का सेवन आपके शरीर और स्वास्थ्य को हानि (Too much protein side effect) पहुंचा सकता है?
एक्सरसाइज करते वक्त शरीर पर अत्यधिक दबाव पड़ता है और शरीर स्ट्रेस में होता है। शरीर में मांसपेशियों और हड्डियों के निर्माण के लिए अमीनो एसिड की जरूरत पड़ती है। आमतौर पर प्रोटीन का सेवन ऊर्जा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। परंतु बाकी सारी जरूरतों को प्रोटीन पूरी तरह पूरा नहीं कर पाता। बॉडी बिल्डर्स अपनी मांसपेशियों के विकास के लिए डाइट में प्रोटीन का सेवन बढ़ाते जाते हैं। यहां तक कि यह वेट लॉस में भी काफी ज्यादा सहायता करता है।
हालांकि, बहुत से लोग इस बात को नजरअंदाज कर देते हैं, कि अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
आयुर्वेद और गट हेल्थ कोच डॉक्टर डिंपल जांगड़ा ने अपने इंस्टाग्राम पेज के जरिए प्रोटीन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण फैक्ट्स शेयर किए हैं। तो चलिए जानते हैं क्या हैं वे जरूरी बातें, जो हमें पता होना जरूरी है।
1. यह आपकी पोषक तत्वों के सेवन जैसे कि फाइबर, कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी को ओवरपावर्ड कर देता है। हेल्दी रहने के लिए एक बैलेंस्ड मील लेना बहुत जरूरी है।
2. लंबे समय तक अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन आपकी किडनी, लिवर और बोन्स पर मेटाबॉलिक स्ट्रेन छोड़ सकता है। इसके साथ ही कैंसर और हार्ट से जुड़ी बीमारियों की संभावना को भी बढ़ा देता है।
3. यदि आप एनिमल प्रोडक्ट से प्रोटीन लेती हैं, तो यह आपके कॉन्स्टिपेशन और पाचन से जुड़ी अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। प्लांट बेस्ड मील में मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को संतुलित रखते हैं और शरीर के अन्य फंक्शंस को भी हेल्दी रखने में मददगार हो सकते हैं।
4. यह आपके हार्डवर्क से घटाए गए वजन को दोबारा बढ़ा सकता है। प्रोटीन का सेवन फूड क्रेविंग्स पैदा करता है, और आपके मॉर्निंग रूटीन को भी प्रभावित कर सकता है।
5. प्रोटीन का अधिक सेवन आपके शरीर को थका सकता है। क्योंकि यह आपकी किडनी, लिवर और बोन्स पर जरूरत से ज्यादा स्ट्रेस डालता है। ताकि वह और ज्यादा वर्क कर सकें।
6. प्रोटीन का सेवन किडनी स्टोन या डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है। वहीं रिसर्च के अनुसार प्लांट बेस्ड प्रोटीन की तुलना में नॉन डेरी एनिमल प्रोटीन रेनल फंक्शन पर काफी ज्यादा हानिकारक प्रभाव डालती हैं।
7. कार्बोहाइड्रेट ब्रेन के लिए फ्यूल की तरह काम करता है और सेराटोनिन नामक एक हार्मोन रिलीज करता है। इस हॉर्मोन से हमें खुशी महसूस होती है। वहीं कार्बोहाइड्रेट की कमी मेंटल हेल्थ, एनर्जी लेवल और अटेंशन लेवल पर काफी ज्यादा प्रभाव डाल सकती है। इसके साथ ही ज्यादा मात्रा में प्रोटीन का सेवन करने से आपको डिप्रेशन महसूस होने लगता है।
8. किडनी में प्रोटीन जमा हो जाने से आपके पेट के अंदर काफी ज्यादा एसिडिक एनवायरनमेंट बन जाता है। जिसकी वजह से आपको बार-बार यूरिनेट करने की जरूरत पड़ती है। इसके साथ ही बढ़ता एसिड प्रोडक्शन लिवर और हड्डियों से जुड़ी समस्या का कारण बन सकता है।
रिसर्च के अनुसार पिछले 1 साल में जिस प्रतिभागी ने हाई प्रोटीन, हाई फैट और लो कार्ब्स डाइट ली थी वह काफी ज्यादा डिप्रेशन और एंग्जाइटी में नजर आए। वहीं दूसरी ओर लो फैट, हाई कार्ब्स और मॉडरेट प्रोटीन डाइट लेने वाले व्यक्ति स्वाभाविक रूप से संतुलित थें।
जब आप हेल्दी कार्बोहाइड्रेट को छोड़कर केवल ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन इनटेक करती हैं, तो आपके शरीर को एडजस्ट होने में परेशानी होती है। वहीं आपकी सांसों से बदबू आना शुरू हो सकता है।
हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के अनुसार, अपनी कैलोरी का 10 से 35 प्रतिशत हिस्सा प्रोटीन से प्राप्त करना पर्याप्त है।
जीवन में कभी भी किसी भी चीज की अति अच्छी नहीं होती। ठीक यही बात प्रोटीन पर भी लागू होती है। सभी न्यूट्रिएंट्स को मिलाकर बनी एक बैलेंस डाइट सेहत को लंबे समय तक बनाए रखती है।
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