भाग- दौड़ भरे जीवन में, प्रतिदिन स्वस्थ भोजन करना एक कठिन कार्य है और इसलिए आपको अपने किचन कैबिनेट में पर्याप्त मात्रा में सूजी (Rava) की आवश्यकता होती है। पोषण विशेषज्ञ कई अच्छे कारणों से सप्ताह में कम से कम दो बार इसके सेवन की सलाह देते हैं। यह आसानी से हजम होने वाला सुपरफूड है। जिसे आपके आहार का हिस्सा जरूर होना चाहिए।
वास्तव में सूजी 5 मिनट में पक जाती है और इसे 10 मिनट से भी कम समय में स्टीम किया जा सकता है। हम बता रहें हैं इससे जुड़े कुछ स्वास्थ्य लाभों के बारे में।
सूजी से बनी कोई भी रेसिपी कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होने के कारण तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है। नाश्ते में सूजी रवा से बने व्यंजनों को शामिल करने से वजन घटाने में सहायता के अलावा पाचन को बढ़ावा मिलता है। यदि आप उन व्यक्तियों में से एक हैं, जिन्हें नियमित रूप से शारीरिक व्यायाम करने की आदत है, तो नाश्ते के लिए उपमा, रवा इडली, डोसा या अन्य सूजी के नाश्ते का सेवन जरूर करना चाहिए।
सूजी रवा आयरन का एक बड़ा स्रोत है और इसे आयरन की कमी या एनीमिया से पीड़ित लोगों के डाइट में शामिल करना चाहिए। सूजी से बने खाद्य पदार्थ ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने में सहायता करते हैं।
नर्वस सिस्टम आपके भावनात्मक स्वास्थ्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्वस्थ जीवन के लिए इसे अपने आहार का हिस्सा बनाना जरूरी हैं। नर्वस सिस्टम के खराब कामकाज से स्ट्रोक, हैमरेज और अन्य गंभीर संक्रमण हो सकते हैं। पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम, जिंक और फॉस्फोरस की उपस्थिति के कारण, सूजी विभिन्न नर्वस विकारों को रोकने में सहायता करती है।
सूजी हृदय रोगों और हाइपरलिपिडिमिया से पीड़ित लोगों के लिए सर्वोत्तम है। सूजी में ज़ीरो कोलेस्ट्रॉल होता है जो हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित रोगियों के लिए फायदेमंद विकल्प है। यह उनके डाइट प्लान में शामिल करने के लिए एक आदर्श खाद्य पदार्थ है।
सूजी में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो आपके पेट को लंबे समय तक भरा रख सकता हैं। थायमिन, फोलेट और विटामिन बी का एक समृद्ध स्रोत, सूजी उस एक्स्ट्रा भूख को मारती है और वजन कम करने में सहायता करती है।
सूजी नई माताओं के लिए जरूरी है क्योंकि यह प्रोलैक्टिन को उत्तेजित करके स्तनपान को बढ़ावा देती है। यह हॉर्मोन दूध की आपूर्ति के लिए जिम्मेदार है। स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए माताओं को घी और गुड़ में पकाई गई सूजी खिलाना भारतीय घरों में एक पारंपरिक घरेलू उपाय है।
सूजी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 66 है। यह मध्यम ग्लाइसेमिक इंडेक्स श्रेणी के अंतर्गत आता है, लेकिन फिर भी मधुमेह रोगियों द्वारा इसका सेवन मध्यम मात्रा में किया जा सकता है। फाइबर, प्रोटीन और ऊर्जा की दैनिक खुराक के लिए सूजी से बने व्यंजनों को हेल्दी सब्जियों के साथ अपनी डाइट में शामिल करें।
सूजी सेलेनियम से भरपूर एक एंटीऑक्सीडेंट है जो डीएनए सेल्स के ऑक्सीडेशन को रोक सकता है। इस प्रकार विभिन्न बीमारियों के जोखिम को टाला जा सकता है। यह इम्युनिटी को बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाता है।
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कस्टमाइज़ करेंसूजी सभी विटामिन और मिनरल्स का एक उत्कृष्ट स्रोत होने के कारण इसे एक पौष्टिक भोजन बनाता है। शून्य कोलेस्ट्रॉल और ट्रांस फैटी एसिड, कम फैट की उपस्थिति और नमक का निम्न स्तर इसे सभी आयु समूहों के लिए एक सुपर फूड बनाता है।
तो लेडीज, फिट रहने के लिए अपने हेल्दी डाइट में जल्दी शामिल करें सूजी!
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