30 की उम्र के बाद महिलाओं के शरीर में कई सारे बदलाव आते हैं। विशेष रूप से बॉडी में कैल्शियम की कमी हो जाती है, जिसकी वजह से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। वहीं मेटाबॉलिज्म भी धीमा हो जाता है, और बॉडी शेप में बदलाव होता है। इतना ही नहीं त्वचा में भी कई बदलाव देखने को मिलते हैं। ऐसे में शरीर को विशेष देखभाल सहित कुछ आवश्यक पोषक तत्वों की जरूरत होती है, जिसे पूरा करने में कुछ खास तरह के सुपरफूड्स आपकी मदद कर सकते हैं (superfoods for women in 30s)। कई ऐसे न्यूट्रिशियस खाद्य पदार्थ हैं, जिन्हें महिलाओं को 30 की उम्र के बाद अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है (superfoods for women in 30s)।
रिसर्चगेट के एक शोध के अनुसार पालक एक बेहद खास हरी पत्तेदार सब्जी है, जिसमें आयरन, फोलेट, विटामिन ए सहित विटामिन सी जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की गुणवत्ता पाई जाती है। ये पोषक तत्व त्वचा, बाल एवं हड्डियों की सेहत को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा इनमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से प्रोटेक्ट करती है और सूजन को कम कर देती है। इस प्रकार पालक का सेवन इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है, और महिलाओं की समग्र सेहत में सुधार करता है।
आंवला विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट का एक बेहतरीन स्रोत है। महिलाओं को हमेशा से इसके सेवन की सलाह दी जाती है, रोजाना एक से दो आंवले के सेवन से इम्यूनिटी को बढ़ावा मिलता है। साथ ही साथ पाचन क्रिया भी स्वस्थ रहती है। इतना ही नहीं यह महिलाओं की त्वचा एवं बालों की सेहत के लिए भी कमाल का होता है।
रिसर्चगेट के एक शोध के अनुसार आंवले में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है और ब्लड शुगर रेगुलेशन में मदद करती है। आप इसे जूस के रूप में आसानी से अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार अखरोट में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड मौजूद होते हैं, जो एक स्वस्थ हृदय और मस्तिष्क के निर्माण में मदद करते हैं। इसके अलावा अखरोट में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी कंपाउंड पाए जाते हैं, जो क्रॉनिक डिजीज के खतरे को कम कर देते हैं और महिलाओं के कॉग्निटिव फंक्शन का समर्थन करते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट विटामिन और मिनरल से भरपूर अनार महिलाओं की सेहत के लिए तमाम रूपों में फायदेमंद साबित हो सकता है। यह शरीर में इन्फ्लेमेशन को कम करता है, इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा अनार में फाइबर की गुणवत्ता पाई जाती है, जो पाचन स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होती है। साथ ही साथ इसका सेवन हेल्दी ब्लड प्रेशर मेंटेन रखने में भी मदद करता है। अनार के बीज भी आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं।
हल्दी में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है, साथ ही साथ इनमें एंटीऑक्सीडेंट कंपाउंड भी मौजूद होते हैं। नियमित रूप से हल्दी का सेवन जोड़ों की सेहत को बढ़ावा देता है, और पुरानी बीमारियों के खतरे को कम कर देता है। पब मेड सेंट्रल में प्रकाशित स्टडी के अनुसार बढ़ती उम्र के साथ हल्दी ब्रेन फंक्शन को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसके साथ ही नियमित रूप से हल्दी की चाय के सेवन से बॉडी डिटॉक्सिफिकेशन में मदद मिलती है। इसे महिलाओं की त्वचा स्वास्थ्य में सुधार के लिए जाना जाता है।
पपीता एक बेहद खास सुपरफूड है, जिसमें विटामिन ए, विटामिन सी, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट की गुणवत्ता पाई जाती है। इसके नियमित सेवन से एक स्वस्थ पाचन क्रिया के निर्माण में मदद मिलती है, साथ ही साथ इम्यूनिटी बूस्ट होता है। इतना ही नहीं पपीते के नियमित सेवन से महिलाओं की त्वचा में निखार आता है, और उनकी त्वचा पर एजिंग के निशान समय से पहले नजर नहीं आते।
पब मेड सेंट्रल में प्रकाशित स्टडी के अनुसार पपीते में पपाइन नामक एक प्रकार के एंजाइम मौजूद होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करते हुए आंतों की सेहत का समर्थन करते हैं। आप इस फल को सलाद के रूप में अपनी नियमित डाइट में शामिल कर सकती हैं।
ओमेगा 3 फैटी एसिड, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर चिया सीड्स हृदय स्वास्थ्य का समर्थन करती है और एक स्वस्थ पाचन के निर्माण को बढ़ावा देती है। इसके नियमित सेवन से ब्लड शुगर लेवल संतुलित रहता है। चिया सीड्स में एंटीऑक्सीडेंट की गुणवत्ता पाई जाती है, जो बॉडी को सेल्यूलर डैमेज से प्रोटेक्ट करती हैं और सूजन नहीं होने देती। इस प्रकार चिया सीड्स का नियमित सेवन महिलाओं की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
शकरकंद यानी कि स्वीट पोटैटो में बीटा कैरोटीन की गुणवत्ता पाई जाती है, जो बढ़ती उम्र के साथ आंखों से जुड़ी समस्याओं के खतरे को कम करने में आपकी मदद करते हैं। इसके अलावा शकरकंद के सेवन से इम्यूनिटी को बढ़ावा मिलता है।
इतना ही नहीं रिसर्चगेट के एक शोध के अनुसार शकरकंद फाइबर, विटामिन सी और विटामिन b6 सहित पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होता है। जो ब्लड प्रेशर को रेगुलेट करने में मदद करते हैं, साथ ही साथ पाचन क्रिया को बढ़ावा देते हैं और मेटाबॉलिक हेल्थ का समर्थन करते हैं।
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