क्या आपको आंत में सूजन की समस्या हो रही है? यदि ऐसा है, तो सबसे पहले अपने भोजन में उपयोग किये जाने वाले उन खाद्य पदार्थों को देखना चाहिए, जो शरीर में सूजन पैदा कर रहे हैं। इसके बाद उपयोग किए जाने वाले तेल पर भी गौर करना चाहिए। शोध बताते हैं कि जब शरीर में सूजन को नियंत्रित करने की बात आती है, तो सीड आयल प्लांट आयल की तुलना में बहुत बेहतर होता है। सबसे अच्छी बात कि यह आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा (gut healthy seed oil) देता है।
बाल्कन यूनियन ऑफ ऑन्कोलॉजी के जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, अलसी के तेल से ट्यूमर के फैलने से बचाव होता है। यूरोपियन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन में कहा गया है कि अलसी का तेल रक्तचाप को नियंत्रित करता है। स्वस्थ आंत के लिए बीज के तेल (gut healthy seed oil) को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
वास्त में बीजाें से निकलने वाले सभी तेल (Seed Oil) पौधों के स्रोतों से प्राप्त होता है। विशेष रूप से सूरजमुखी, तिल, अलसी और कद्दू जैसे बीजों से प्राप्त होता है। सीड आयल खाना पकाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में बढ़िया स्वाद प्रदान करता है। आहार विशेषज्ञ गरिमा गोयल बताती हैं कि सीड ऑयल कई मायने में वनस्पति तेल से बेहतर साबित हो सकता है। प्लांट आयल को आम तौर पर ओमेगा-6 फैटी एसिड के कारण सीमित मात्रा में इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। यह संभावित रूप से सूजन पैदा कर सकता है। दूसरी ओर, सीड आयल में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो सूजन को नियंत्रित करने में फायदेमंद (gut healthy seed oil) हो सकता है।
सभी सीड आयल के गुण अलग-अलग होते हैं। खाना पकाने की तकनीकें, भोजन पकाने संबंधी प्राथमिकता और स्वास्थ्य संबंधी चिंता अलग-अलग हैं। इन सभी के अपने-अपने फायदे हैं। समग्र आहार के फैटी एसिड संतुलन को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है। आप कई प्रकार के खाना पकाने वाले तेलों का उपयोग करके महत्वपूर्ण फैट का संतुलित सेवन प्राप्त कर सकते हैं। हम सभी जानते हैं कि ओपियम के सीड आयल में स्वास्थ्य और त्वचा के लिए कुछ अद्भुत आयुर्वेदिक गुण होते हैं।
खाना पकाने में तेलों का उपयोग करने से पहले उनकी स्थिरता के बारे में जानना जरूरी है। आमतौर पर तेल को लंबे समय तक खाना पकाने के दौरान तेल को गर्म करना सही नहीं हो सकता है।
अलसी का तेल अपने ओमेगा-3 फैटी एसिड के लिए जाना जाता है। इसका उपयोग सलाद ड्रेसिंग में किया जा सकता है। इसे तैयार व्यंजनों पर डाला जा सकता है। अलसी का तेल वजन प्रबंधन से लेकर प्रजनन क्षमता और बालों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
कद्दू के बीज का तेल सलाद और सूप को हेल्दी और टेस्टी बनाता है। यह कई तरह के रोगों से बचाव (gut healthy seed oil) करता है। यह ब्रेन हेल्थ को बूस्ट कर सकता है।
तिल के बीज के तेल का स्मोकिंग पॉइंट हाई होता है। इनमें सेसमोल और सेसामिनोल जैसे दो हार्ट हेल्दी
एंटीऑक्सिडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं। ये कई लाभ प्रदान कर सकते हैं।
इन बीजों का उपयोग कुसुम तेल बनाने के लिए किया जाता है। इसमें असंतृप्त वसीय अम्लों का अनुपात अधिक होता है। संतृप्त वसा की मात्रा कम होती है।
सूरजमुखी के बीज का तेल आंत के स्वास्थ्य के लिए एक अच्छा विकल्प है। इसमें संतृप्त वसा कम और विटामिन ई अधिक होता है।
काले बीज के तेल का उपयोग लो हीट या बिना हीट वाले व्यंजनों में किया जा सकता है। वे सूजन को कम करने और आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद (gut healthy seed oil) करते हैं।
घर पर सीड्स आयल बनाना उतना आसान नहीं होगा, जितना आप सोचती हैं। यह एक लंबा और अधिक मेहनत का काम हो सकता है। यह हर किसी के लिए संभव नहीं हो सकता है। व्यावसायिक रूप से तैयार सीड आयल अत्यधिक रिफाइन होते हैं। ये हीट ट्रीटमेंट से गुजरते हैं। कुछ विशेष उपकरणों की मदद से कोल्ड-प्रेसिंग तकनीक का उपयोग करके चिया, फ्लैक्स, सूरजमुखी, तिल और पम्पकिन जैसे बीजों से घर पर तेल निकाला जा सकता है।
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