स्किन को ग्लोईंग और मुलायम बनाने के लिए त्वचा पर कई प्रकार के प्रोडक्टस और होम रेमिडीज़ का प्रयोग किया जाता है। मगर स्किन संबधी समस्याओं का खतरा बना रहता है। ऐसे में त्वचा को हेल्दी बनाए रखने के लिए आहार में किए गए कुछ सामान्य बदलाव इस समस्या को हल कर सकते हैं। बैंगनी रंग के फल और सब्जियां ओवरऑल हेल्थ के अलावा त्वचा को प्रोटेक्ट करने में मदद करते हैं। जानते हैं वो बैंगनी फल और सब्जियां, जो त्वचा को ग्लोइंग बनाने में हैं मददगार।
इस बारे में डायटीशिन डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि जामुनी रंग के फलों और सब्जियों में मुख्य रूप एंटीऑक्सीडेंटस की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे त्वचा को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचा जा सकता है, जिसस एजिंग को डिले करने में मदद मिलती है। इनमें मौजूद विटामिन ए की मात्रा त्वचा पर उम्र से पहले दिखने वाली फाइन लाइंस और झुर्रियों की समस्या को हल कर देती है। एक्सपर्ट के अनुसार बैंगनी फलों और सब्जियों में एंथोसायनिन पाया जाताहैं, जो एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। इनके सेवन से सेलुलर डैमेज को रोकने और सेल्फ रिपेयर में मदद मिलती हैं।
बीटरूट में एंटी एंजिंग प्रॉपर्टीज़ पाई जाती है। इसके सेवन से त्वचा को ऑक्सीडेटिव तनाव से मुक्ति मिलती है और विटामिन और मिनरल की कीम पूरी होती है। इसमें मौजूद अल्फा लिपोइक एसिड स्किन को फ्री रेडिकल्स बचाकर यूथफुल बनाए रखने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से एक्ने और पिगमेंटेशन की समस्या भी हल होने लगती है। इसे सैलेड, जूस और स्मूदी की फॉर्म में अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
एगप्लांट यानि बैंगन में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें पाई जाने वाली एंटीऑक्सीडेंटस और मैंगनीज़ की मात्रा ओवरऑल हेल्थ के अलावा स्किन को भी फायदा पहुंचाता है। इसमें मौजूद विटिमिन और मिनरल त्वचा को रूखेपन, एजिंग और डार्क स्पॉटस से बचाने में मदद करते हैं। बैंगन में पाई जाने वाली नेसुनिन की मात्रा स्किन सेल्स को प्रोटेक्ट करने और रिपेयर करने में मदद करता है। इससे स्किन डलनेस दूर होने लगती है।
गहरी जामुनी और काली गाजर में बीटा कैरोटीन की उच्च मात्रा पाई जाती है। इसके सेवन से सन एक्सपोज़र से त्वचा पर बढ़ने वाली जलन, खुजली और रैशेज से राहत मिलती है। इसके सेवन से स्किन टैक्सचर में सुधार आता है और एंटीऑक्सीडेंटस की उच्च मात्रा से त्वचा पर बैक्टीरियल इंफेक्शन का प्रभाव कम होने लगता है। त्वचा का मुलायम बनाने के लिए इसे आहार में अवश्य शामिल करें।
आलूबुखारे में एंटीमाइक्रोबियल और एंटी इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज़ पाई जाती हैं। इससे त्वचा पर बढ़ने वाले दाग धब्बों और एक्ने की समस्या दूर होने लगती है। इसमें मौजूद विटामिन सी त्वचा में कोलेजन की मात्रा को बढ़ाता है, जिससे त्वचा झाईयों और झुर्रियों से दूर रहती है। साथ ही त्वचा का लचीलापन बना रहता है।
जामुन में पॉलीफेनोल्स की उच्च मात्रा पाई जाती है। ये न केवल त्वचा को ग्लोंइग बनाने में फायदेमंद हैं बल्कि ये एक मूड बूस्टर फल भी है। इसके नियमित सेवन से विटामिन सी, फोलेट और मैगनीशियम की प्राप्ति होती है। जामुन का सेवन करने से त्वचा फ्री रेडिकल्स के खतरे से बचा रहता है। इससे स्किन संबधी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार काले अंगूर में एंथोसायनिन जैसे एंटीऑक्सिडेंट उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। इसके सेवन से मुँहासों की समया हल हो जाती है। इसके अलावा त्वचा को सनबर्न, वॉटर रिटेंशन और हाइपरपिग्मेंटेशन से राहत मिलती है।
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