इन 5 व्हाइट फूड्स को कम ही खाएं, स्वास्थ्य के लिए हो सकते हैं हानिकारक

स्वस्थ और संतुलित भोजन करना चाहती हैं तो सबसे पहले इन 5 सफ़ेद चीजों को करें अवॉइड। ये चीज़ें बन सकती हैं आपके मोटापे का कारण और दे सकती हैं कई स्वास्थ्य समस्याएं।
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इन व्हाइट फूड्स को करें अवॉइड। चित्र : शटरस्टॉक

जब भी वज़न घटाने या हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने की बात आती है तो हम हमेशा यही सोचते रहते हैं कि क्या करें? कैसे करें? कहां से शुरुआत करें? क्या हमें किसी डाइटीशन के पास जाना चाहिए? हम सभी के मन में कुछ इसी तरह के सवाल चलते हैं, क्योंकि हमें नहीं पता होता है कि क्या खाना है और क्या नहीं। यह शायद सबसे बड़ी समस्या है जिसका हम सामना करते हैं। लेकिन अब आपको इस बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि हम आपके लिए लाएं हैं कुछ सुझाव, जो आपकी हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने में मदद करेंगे।

तो यदि आप वज़न कम करने या हेल्दी खाने के बारे में सोच रही हैं तो सबसे पहले अपने आहार से सभी सफेद चीजों अलग कर लें। सफेद चीजों (White foods) से हमारा मतलब है – मैदा, चीनी, नमक, चावल, ब्रेड, यहां तक कि पास्ता। अब ये सभी वो चीज़ें हैं जो हम सभी को पसंद हैं, लेकिन सेहत को किसी न किसी रूप में नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप इन फूड्स का सेवन करना छोड़ दें या मॉडरेशन में करें।

चलिये थोड़े विस्तार से जानते हैं कि कैसे व्हाइट फूड आइटम्स आपके स्वास्थ्य को किस तरह से नुकसान पहुंचा सकते हैं –

मैदा (Maida)

गेहूं के आटे को जब ज़्यादा रिफाइन किया जाता है तो यह मैदा बनता है। प्रेसेस के दौरान, गेहूं के आटे से कीमती फाइबर, बी विटामिन और आयरन निकल जाते हैं। जो लोग नियमित रूप से मैदा का सेवन करते हैं, उनमें वजन बढ़ने, मोटापा, टाइप 2 मधुमेह, इंसुलिन प्रतिरोध और उच्च कोलेस्ट्रॉल का खतरा बढ़ जाता है। मैदा में उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स 71 होता है। इसमें अनप्रोसेस्ड गेहूं की तुलना में दोगुनी कैलोरी भी होती है। आप इसकी जगह साबुत गेहूं का आटा या ओटमील पाउडर इस्तेमाल कर सकती हैं।

नमक (Salt)

हम सभी जानते हैं कि ज़्यादा नमक का सेवन हानिकारक है। एनसीबीआई के नौसार ज़्यादा नामा के सावन से आपका ब्लड प्रैशर बढ़ सकता है और हाई ब्लड प्रैशर के कारण हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए रेगुलर सॉल्ट के बजाय काला नमक, सेंधा का इस्तेमाल करना बेहतर है। इनमें ज़्यादा पोषण मूल्य होते हैं।

ब्रेड (Bread)

ज़्यादातर घरों में व्हाइट ब्रेड का सेवन किया जाता है। मगर यह स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं होती है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार यह भी प्रोसेस्ड आटे से बनी होती है इसलिए इसमें कैलोरी की मात्रा ज़्यादा होती है। सफेद ब्रेड में पोषण मूल्यों की कमी होती है। इसलिए आप ब्राउन ब्रेड या मल्टीग्रेन ब्रेड पर स्विच करें। आपको ऐसी ब्रेड की तलाश करनी चाहिए जिसमें साबुत गेहूं या साबुत अनाज हो। आपको 100% साबुत अनाज, 100% साबुत गेहूं की ब्रेड, या प्रत्येक स्लाइस में कम से कम 3 ग्राम फाइबर और 3 ग्राम से कम चीनी होनी चाहिए।

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ब्राउन ब्रैड हेल्दी है । चित्र : शटरस्टॉक

चीनी (Sugar)

आजकल सफेद चीनी छोड़ने की बात हर कोई करता है और यह सही भी है, क्योंकि इसे बहुत प्रोसेस किया जाता है। जिसकी वजह से यह उतनी हेल्दी नहीं है, बस इसमें कैलोरीज़ ज़्यादा म्में मौजूद होती हैं। रिफाइंड चीनी का सेवन नशे की लत के समान है क्योंकि हर बार जब आप इसका सेवन करते हैं, तो मस्तिष्क डोपामाइन (जो एक “फील-गुड” हार्मोन) के रिलीज होने का संकेत देता है, जो नशे की लत के समान प्रभाव डालता है। इसके बजाय गुड़ या कोकोनट का इस्तेमाल करें।

चावल (Rice)

डाइट करने वाले लोग सबसे पहले चावल खाना छोड़ देते हैं क्योंकि इनमें सिंपल कार्ब्स की मात्रा ज़्यादा होती है। जो मोटापे का कारण बन सकती है। इसलिए ब्राउन राइस या रेड राइस का सेवन भी किया जा सकता है। इनमें हाई फाइबर होता है, जो सेहत के लिए अच्छा है और कॉम्प्लेक्स कार्ब्स होते हैं।

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लेखक के बारे में

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

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