अमूमन पूजा या किसी विशेष आयोजन पर प्रसाद बनाया जाता है। वास्तव में यह भारतीय परंपरा है कि हर अवसर का एक खास प्रसाद होता है। अयोध्या में आज राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन हो रहा है। इस विशेष अवसर को और विशेष बनाने के लिए महाप्रसाद (Maha Prasad) का खास बॉक्स तैयार किया गया है। प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha Maha Prasad) के अवसर पर भक्तों को दिए जाने वाले अयोध्या राम मंदिर प्रसाद (Ayodhya Ram Mandir prasad) में राम दीया, अक्षत और रोली के अलावा और भी बहुत कुछ खास है। क्या हैं वह प्रसाद सामग्री और क्या हैं इसके सेहत लाभ (Ram Mandir Prasad Benefits), आइए जानते हैं।
लखनऊ की मशहूर छप्पन भोग दुकान से बनकर तैयार होने वाले अयोध्या राम मंदिर प्रसाद (Ayodhya Ram Mandir prasad) के डिब्बे में सात चीजों को शामिल किया गया है। मंदिर ट्रस्ट की ओर से तैयार करवाए गए इन डिब्बों में मावा लड्डू, रामदाना चिक्की, गुड़ की रेवड़ी और तुलसी दल भी शामिल किया गया है। जबकि पूजन सामग्री में राम दीया, अक्षत व रोली रखी गई है। यह प्रसाद न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि आपकी सेहत के लिए भी बहुत खास है।
मणिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि “भोग और प्रसाद में अकसर मौसम के हिसाब से खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाता है। इससे शरीर स्वस्थ बना रहता है। महाप्रसाद (Maha Prasad) में शामिल की गई चिक्की, तिल रेवड़ी, छोटी इलायची और मावा लड्डू ये सभी ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो आपको सर्दी के इस मौसम में अंदर से गर्माहट देंगे। यानी ये आपकी सेहत के लिए विंटर सुपरफूड्स हैं।”
अदिति आगे बताती हैं, “इनमें एंटी ऑक्सीडेंटस भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को मौसमी बीमारियों और एलर्जी से दूर रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसमें पाया जाने वाला कैलिशयम, प्रोटीन और आयरन शरीर को मज़बूती प्रदान करता है। विटामिन ए और विटामिन डी स्किन और आंखों के लिए फायदेमंद साबित होता है।”
औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी की पत्तियों का प्रयोग भोग और प्रसाद में विशेष रूप से किया जाता है। प्रसाद में तुलसी का होना अनिवार्य मात्रा जाता है। पूजा के थाल से लेकर प्रसाद तक तुलसी को अवश्य शामिल किया जाता है। इसमें विटामिन, मिनरल, कैल्शियम और जिंक प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। एंटी एलर्जिक और एंटी इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर तुलसी का सेवन करने से शरीर मौसमी एलर्जी और संक्रमणों से बचा रहता है। गंगाजल से पवित्र करके तुलसी दल को भोग और प्रसाद में रखा जाता है।
अपने स्वाद और महक के लिए मशहूर छोटी इलायची को मसालों की रानी कहा जाता है। अयोध्या राम मंदिर प्रसाद में इलायची को भी विशेष स्थान दिया गया है। इसके सेवन से शरीर को पोषण की प्राथ्पत होती है। एंटीमाइक्रोबियल गुणों से भरपूर इलायची शरीर को बैक्टीरिया से मुक्त रखकर डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर और ओरल हेल्थ को उचित बनाए रखती है। भोग प्रसाद से लेकर छोटी इलायची को व्यंजनों को तैयार करने में इस्तेमाल किया जाता है।
अमरांथ या चौलाई के बीज को रामदाना कहा जाता है। एनआईएच के अनुसार व्रत में खाया जाने वाला यह रामदाना विटामिन, मिनरल और आयरन से भरपूर होता है। इसमें मौजूद फाइबर की मात्रा शरीर को मज़बूती प्रदान करती है और गट हेल्थ के लिए फायदेमंद साबित होता है।
एंटीऑक्सीडेंटस और एंटी इंफ्लामेटरी प्राेपर्टीज़ से भरपूर रामदाना शरीर में बढ़ने वाली सूजन की समस्या को कम करता है। इसाके सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है। वहीं गुड़ की तासीर गर्म होती है, जो शरीर को संक्रामक रोगों से बचाने में मदद करती है। रामदाना चिक्की को रामदाना व गुड़ को मिलाकर तैयार किया जाता है।
डेयर प्रोडक्ट्स को हमेशा से प्रसाद में शामिल किया जाता रहा है। मिठाइयों का स्वाद बढ़ाने वाले सबसे लोकप्रिय सुपरफूड है मावा यानी खोया। दानेदार खोया शरीर में कैल्शियम और प्रोटीन की कमी को पूरा करता है। इससे न केवल हड्डियों को मज़बूती मिलती है, बल्कि शरीर कई समस्याओं से बचा रहता है। इसके सेवन से सर्दी में बालों में बढ़ रही शुष्कता कम होती है और डेड स्किन सेल्स को भी रिमूव किया जा सकता है।
एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर खोए में विटामिन के प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जिससे आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। अगर आप वेट गेन करना चाहती हैं, तो मसल्स बिल्डअप में मावा लड्डू (Mawa ladoo) मददगार हो सकते हैं। पर वेट लॉस करने वालों का इनका सेवन बहुत थोड़ी मात्रा में ही करना चाहिए।
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कस्टमाइज़ करेंरेवड़ियां ट्रेडिशनन मिठाइयों में से एक हैं, जिन्हें सर्दियों के मौसम में खूब पसंद किया जाता है। पर ये दो तरह से बनाई जाती हैं। पहली शक्कर और तिल के साथ, जबकि दूसरी तरह की रेवड़ियां गुड़ और तिल से तैयार की जाती हैं। जो दिखने में भूरापन लिए हुए पीले रंंग की होती हैं। राम जी के महाप्रसाद में यही गुड़ वाली रेवड़ियां शामिल की गई हैं। जो न सिर्फ स्वादिष्ट हैं, बल्कि हेल्दी भी हैं। गुड़ और तिल दोनों ही सर्दियों में आपके शरीर को बीमारियों के खिलाफ मजबूती देते हैं।
गुड़ आपके पाचनतंत्र के लिए भी अच्छा है, जबकि तिल और गुड़ दोनों ही हीमोग्लोबिन का स्तर उचित बनाए रखते हैं। इन दोनों से तैयार रेवड़ी खाने से शरीर में एनर्जी का लेवल उचित बना रहता है।
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