सुबह खाली पेट कॉफी पीना दे सकता है आपको ये 5 स्वास्थ्य जोखिम, जानिए क्या है कॉफी पीने का सही समय
बहुत से लोग ऐसे हैं, जिन्हें सुबह उठने के साथ हाथ में सबसे पहले कॉफी चाहिए होती है। कॉफी केक प्याले के बगैर उनकी आंख नहीं खुलती। हालांकि, यदि एक सीमित मात्रा में सही तरीके से कॉफी पी जाए तो यह फायदेमंद हो सकती है। परंतु सुबह उठने के साथ खाली पेट कॉफी पीना एक अनहेल्दी आदत है, जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। मणिपाल हास्पिटल, गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा ने सुबह खाली पेट कॉफी पीने के कुछ संभावित नुकसान बताएं हैं। तो यदि आप भी ऐसा करती हैं, तो पहले जान ले इसके साइड इफेक्ट्स (side effects of coffee on empty stomach)।
जानें खाली पेट कॉफी पीने के साइड इफेक्ट (side effects of coffee on empty stomach)
1. बढ़ सकता है स्ट्रेस हार्मोन
सुबह खाली पेट कॉफी पीने की आदत से बॉडी में कॉर्टिसोल का स्तर बढ़ सकता है, जो ओव्यूलेशन, वजन और हार्मोनल संतुलन को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। कॉर्टिसोल जिसे स्ट्रेस हार्मोन कहा जाता है, ऊर्जा शक्ति को रेगुलेट करता है साथ ही साथ आपको अधिक अलर्ट महसूस करने में मदद करता है। जब आप नींद से जागती हैं, तो बॉडी में स्वाभाविक रूप से कॉर्टिसोल का स्तर अधिक होता है। वहीं जब आप खाली पेट कॉफी पीती हैं, तो यह और ज्यादा बढ़ सकता है जिससे आपकी मूड पर असर पड़ता है।
2. मूड बदल सकता है
खाली पेट कॉफी पीने से बॉडी में कॉर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है जिसकी वजह से आपको घबराहट, कंपकंपी और मूड में बदलाव सहित अन्य प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
3. पोषक तत्वों के अवशोषण पर असर पड़ता है
कॉफी में टैनिन नामक कंपाउंड होते हैं, जो आयरन और कैल्शियम सहित कुछ पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा डाल सकते हैं। सुबह उठते के साथ खाली पेट कॉफी पीने से शरीर की इन आवश्यक पोषक तत्वों को अवशोषित करने की क्षमता कम हो सकती है, यदि आप नियमित रूप से खाली पेट कॉफी पीती रहती हैं, तो समय के साथ आपकी बॉडी को इन पोषक तत्वों की कमी का सामना करना पड़ सकता है। यह उन लोगों के लिए अधिक घातक हो सकता है, जिन्हें पहले से किसी प्रकार की बीमारी है।
4. बढ़ जाता है एसिडिटी का खतरा
कॉफी एसिडिक होती है, और जब इसे खाली पेट पिया जाता है, तो यह पेट की एसिडिटी की समस्या को बढ़ा सकती है। कैफ़ीन और हाई एसिडिक होने के कारण यह पेट की परत को परेशान कर सकता है, जिससे बेचैनी और एसिड रिफ्लक्स भी हो सकता है। समय के साथ, एसिडिक कॉफी के लगातार संपर्क में आने से गैस्ट्राइटिस या पेप्टिक अल्सर जैसी अधिक गंभीर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्थिति के विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।
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5. डिहाइड्रेशन
कैफीन ड्यूरेटिक है, जिसका अर्थ है कि यह यूरिन के उत्पादन को बढ़ावा देता है, जिसके कारण बार-बार यूरिन पास करने की आवश्यकता होती है और बॉडी से पानी निकलता जाता है। खाली पेट इसका सेवन करने पर, कॉफी डिहाईड्रेशन को बढ़ावा दे सकती है। खासकर अगर पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन न किया जाए। डिहाईड्रेशन से सिरदर्द, चक्कर आना और थकान जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं, जो समग्र स्वास्थ्य और एनर्जी लेवल को प्रभावित करते हैं।
क्या है कॉफी पीने का सही समय और तरीका
कॉफी पीने के सही समय की बात करें तो इसे कभी भी खाली पेट न पिएं। यदि आपको सुबह कॉफी पीने की आदत है, तो पहले ब्रेकफास्ट करें और उसके कुछ देर के बाद कॉफी लें। वहीं यदि वर्कआउट करती हैं, तो कुछ खाएं और फिर वर्कआउट के 30 मिनट पहले कॉफी लें। हमेशा दोपहर को 2 से 3 बजे के बाद कॉफी पीने से बचने का प्रयास करें। क्युकी शाम की कॉफी आपकी नींद को प्रभावित कर सकती है।
कॉफी पीने के समय के साथ-साथ इसे पीने का तरीका भी मायने रखता है। जैसे ही आप अपनी कॉपी में दूध और ढेर सारा रिफाइंड शुगर डाल देती हैं, इसकी गुणवत्ता वहीं खत्म हो जाती है। इसलिए सुबह की ब्लैक कॉफी में एक चम्मच घी या दालचीनी पाउडर ऐड कर के पिएं। इस प्रकार काफी आपको नुकसान पहुंचाए बिना वेट लॉस में भी आपकी सहायता करती है।
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