क्या खाना खाने के बाद भी आपको आलस और थकान महसूस होती रहती है। तो इसका मतलब है कि आपके आहार में कुछ कमी है। अगर आप इन पौष्टिक बीजों का सेवन नहीं कर रहीं, तो इन्हें आज से ही अपने आहार में शामिल कर लें।
स्कूल में आपने पढ़ा होगा, एक संतुलित आहार में यह 5 चीजें जरूर होनी चाहिए- कार्बोहाइड्रेट, फैट, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स। इसके लिए हमारे आहार में दाल, फल, सब्जी, दूध और डेरी प्रोडक्ट, अनाज इत्यादि शामिल होने चाहिए। जानने के बावजूद हम अक्सर ये संतुलित आहार नहीं ले पाते।
इसीलिए खाना खाने के बाद भी हम आलस महसूस करते हैं। कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल, पुणे की डायटीशियन शालिनी सोमसुंदरम बताती हैं कि कैसे हम अपने आहार को पौष्टिक बना सकते हैं।
इन 5 बीजों को अपने आहार में शामिल करें-
सूरजमुखी के बीजों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो आपके लिए बहुत जरूरी होते हैं। साथ ही इनमें हेल्दी फैट, मैग्नीशियम और विटामिन ई का भंडार होता है। अगर आपकी स्किन नैचुरली ग्लो नहीं करती, तो आपको अपनी डाइट में सूरजमुखी के बीज जरूर शामिल करने चाहिए।
सर्दियों में तिल के लड्डू तो हम सबने खाएं हैं। तिल सिर्फ शरीर को गर्म रखने के ही काम नहीं आता, इसमें पोषक तत्वों का भंडार है।
डॉ सोमसुंदरम कहती हैं, “तिल में पर्याप्त मात्रा में जिंक होता है, जो हमें अन्य किसी आहार में नहीं मिल पाता। साथ ही यह इम्युनिटी बढ़ाता है और आपको पूरे दिन ऊर्जावान बनाए रखता है। तिल डायबिटिक मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। बस इसकी मात्रा का ध्यान रखना चाहिए। सप्ताह में एक दिन तिल खाना पर्याप्त है।”
हेम्प सीड यानी भांग के बीज प्रोटीन का सबसे अच्छा वीगन स्रोत है। प्रोटीन का भंडार होने के कारण हेम्प सीड मसल्स गेन करने में सबसे अधिक इस्तेमाल होते हैं। इसके साथ ही हेम्प सीड्स ऊर्जा देते हैं, इम्युनिटी बढ़ाते हैं, वजन कम करने में सहायक हैं और भूख नियंत्रित करते हैं।
हेम्प सीड्स में सभी जरूरी फैटी एसिड्स होते हैं जो पीएमएस को रोकने में कारगर हैं। यह अनिद्रा को भी खत्म करते हैं। इसलिए हेम्प सीड आपके आहार का हिस्सा होने चाहिए।
प्रोटीन, पोटाशियम और मैग्नीशियम के साथ-साथ कद्दू के बीजों में जो सबसे खास पोषक तत्व है वह है विटामिन के। विटामिन के बहुत कम फूड्स में पाया जाता है और इसकी कमी से हड्डियों में कमजोरी आ जाती है। विटामिन K ही हड्डियों को कैल्शियम अब्सॉर्ब करने में मदद करता है जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं। अर्थराइटिस के मरीजों को तो कद्दू के बीज जरूर खाने चाहिए।
सब्जा के बीज जिन्हें फालूदा बीज भी कहते हैं, बहुत पौष्टिक होते हैं। इनमें अल्फा लिनोलेनिक एसिड होता है जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और वजन कम करता है। साथ ही इसमें विसेनिन, ओरिएन्टीन और बीटा कैरोटिन जैसे फ्लैवोनॉइड्स होते हैं जो इम्युनिटी बढ़ाते हैं। सब्जा के बीज खाने से जुकाम बुखार एकदम दूर रहता है। एक चम्मच बीज एक गिलास पानी में भिगोकर सुबह खाएं। इससे वजन कम होता है, इम्युनिटी बढ़ती है और ओवरऑल हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है।
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कस्टमाइज़ करेंसोमसुंदरम कहती हैं, “इन सभी बीजों को 15 ग्राम अगर आप हर सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ खा लें तो आपको कुछ ही दिनों में फायदा नजर आने लगेगा।”