पौष्टिक आहार लेना आपके स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। लेकिन इस डाइट का ख्याल रखना तब और ज्यादा जरूरी हो जाता है जब आप पॉली सिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम(PCOS) से जूझ रही हों।
PCOS ऐसा सिंड्रोम है जिसमें महिलाओं के शरीर में मेल हॉर्मोन एंड्रोजेन अधिक बनने लगता है। इसके कारण ओवरीज के आसपास सिस्ट बन जाती है जिससे अनियमित पीरियड्स, चेहरे पर अत्यधिक बाल, भारी आवाज, एक्ने, गंजापन, मूड स्विंग्स, मोटापा, डायबिटीज, एंग्जायटी और डिप्रेशन हो सकता है।
PCOS में डाइट का बहुत खयाल रखना होता है, इतना कि कई पौष्टिक भोजन भी आपको अवॉयड करने होते हैं।
हम बता रहे हैं ऐसे 5 भोजन को आपको अवॉयड करने चाहिए
डेनमार्क की एक स्टडी के अनुसार PCOS से जूझ रही महिलाओं में टाइप-2 डायबिटीज की सम्भावना 4 गुना अधिक होती है। उनके शरीर में पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनती, जिसके कारण खून में ग्लूकोस का स्तर अनियंत्रित हो जाता है। ब्लड शुगर ज्यादा होने पर किडनी और हार्ट फेल तक हो जाता है।
इसलिए PCOS है तो आपको स्टार्च युक्त अनाज पूरी तरह अवॉयड करना चाहिए। गेंहू में ग्लूकोस की मात्रा ज्यादा होती है, और पांचन के बाद अंततः यह ग्लूकोस ब्लड में ही मिल जाता है। गेंहू वैसे तो कार्बोहाइड्रेट और फाइबर का अच्छा स्रोत है लेकिन अगर आपको PCOS है तो गेंहू अपने आहार से बिल्कुल निकाल दें।
आलू पोटैशियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी6, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट का भंडार होता है। लेकिन इसमें मौजूद स्टार्च के कारण PCOS में यह सब्जी नुकसान करती है। स्टार्च भी पांचन के बाद शुगर के रूप में खून में मिल जाता है, जो इंसुलिन स्पाइक की स्थिति को जन्म देता है। इसलिए PCOS से गुजर रही महिलाओं को आलू नही खाना चाहिए।
दूध हमारे लिए कितना जरूरी है यह सबको पता है। दूध में मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करता है और इसका प्रोटीन और हेल्दी फैट हमारे लिए बहुत जरूरी होता है। लेकिन गाय के दूध में इंसुलिन ग्रोथ फैक्टर-1 (IGF-1) नामक हार्मोन भी होता है जो शरीर में इंसुलिन पैदा करने वाले हॉर्मोन की नकल करता है।
PCOS से जुड़ी कई रिसर्च में यह पाया गया है कि इस समस्या से गुजर रही महिलाओं में IGF-1 का स्तर सामान्य से अधिक होता है। ऐसे में दूध से मिलने वाले हॉर्मोन का ओवरी पर दुष्प्रभाव पड़ता है।
यही नहीं, डेरी में गाय और भैसों में अतिरिक्त हॉर्मोन इंजेक्ट किये जाते हैं जिससे दूध ज्यादा बने। ये हॉर्मोन दूध में भी होते हैं और PCOS में हॉर्मोनल असंतुलन पैदा कर देते हैं। इसलिए अगर आपको PCOS है तो आपको वीगन दूध जैसे आलमंड मिल्क को अपनाना चाहिए।
PCOS में शरीर में सामान्य से ज्यादा ऑस्ट्रोजन बनता है, जिसे ऑस्ट्रोजन डॉमिनांस कहते हैं। जर्नल एनवायर्नमेंटल हेल्थ पर्सपेक्टिव में प्रकाशित स्टडी के अनुसार टोफू और सोय मिल्क PCOS के लिए खतरनाक होते हैं। जहां आम लोगों के लिए सोया प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है, खासकर अगर आप वीगन हैं, लेकिन इसमें मौजूद आईसोफ्लेवोन्स शरीर में फाइटोएस्ट्रोजन पैदा करते हैं, जो ऑस्ट्रोजन के समान ही होता है।इसलिए PCOS में सोया का सेवन आपके हॉर्मोन्स को बुरी तरह असंतुलित कर देता है।
कॉफी नींद दूर करती है, ध्यान बढ़ाती है, स्टैमिना बढ़ाती है और एंटीऑक्सीडेंट से लैस है। सीमित मात्रा में कॉफी पीना सेहत के लिये फायदेमंद भी होता है। लेकिन PCOS में यह कॉफी खतरनाक हो सकती है।
सबसे पहली बात, कॉफी कॉर्टिसोल (स्ट्रेस हॉर्मोन) का स्तर बढाती है। कॉर्टिसोल बढ़ने से इंसुलिन ज्यादा बनती है तो अन्ततः आपके ब्लड शुगर को असंतुलित करती है। इसके साथ ही कॉफी से एसिडिटी होती है, जिससे आपको पाचनतंत्र की कई समस्याएं हो सकती हैं। और कॉफी के साथ आप चीनी या कोई अन्य स्वीटनर लेंगी, जो आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देगा।
इसलिए कॉफी और अन्य कैफीन युक्त ड्रिंक्स से दूर रहना ही सबसे बेहतर होता है।
इन चीजों को अपनी डाइट से बाहर कर देंगीं तो आपको PCOS मैनेज करने में कोई समस्या नहीं आएगी। कोई भी दिक्कत होने पर सबसे पहले अपनी गाइनो से सम्पर्क करें।
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