ठंड के मौसम में सर्दी-खांसी से बचना है, तो इन 5 जड़ी-बूटियों का जरूर करें सेवन

हां, आखिरकार सर्दियां आ ही गयीं- लेकिन उसके साथ ही आ चुके हैं हमें बीमार करने वाले वायरस। डरें नहीं, हम बता रहे हैं आपको ऐसी 5 ताकतवर औषधियां जो आपको सर्दी-खांसी से सुरक्षित रखेंगी।
सर्दी, खासी - जुकाम के लिए अपनाएं आयुर्वेदिक हेर्ब्स. चित्र : शटरस्टॉक
सर्दी, खासी - जुकाम के लिए अपनाएं आयुर्वेदिक हेर्ब्स. चित्र : शटरस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Updated: 21 Dec 2020, 20:53 pm IST
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आखिरकार साल का वह समय आ ही गया है जब आपकी बेस्ट फ्रेंड आपकी रजाई होती है। लेकिन सर्दी का मतलब सिर्फ हवा में ठंडक और आलस भरे दिन ही नहीं होते। सर्दियों में फ्लू के वायरस भी बढ़ जाते हैं और सर्दी-खांसी का जोखिम भी बढ़ जाता है।

वायरस फैलाने का कारण आप चाहें बदलते मौसम को माने या ठंडक को मगर यह तो तय है कि इस समय वायरस तेजी से संक्रमित होता है। इसलिए इस वक्त खुद को सुरक्षित रखना ही सबसे समझदारी का काम होगा।

आप घर पर रहकर खुद को गर्म रखें तो वायरल बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। लेकिन इसके साथ ही अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत करना भी जरूरी है, जिसके लिए आपको यह 5 औषधि मदद करेंगी।

1. मुलेठी

मुलेठी सिर्फ गले की खराश और दर्द से ही राहत नहीं दिलाती, बल्कि इसके और भी कई फायदे हैं। रिव्यू जर्नल एस्टा फार्मासिटिका सिनिका बी (APSB) में प्रकाशित 2015 की एक स्टडी के अनुसार मुलेठी में दो केमिकल कंपाउंड होते हैं, जो एंटीवायरल एजेंट की तरह काम करते हैं। यही कारण है कि मुलेठी वायरस फैलने से भी रोक सकती है।

मुलेठी के खास गुण आपको संक्रमण से बचाए रखते हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक
मुलेठी के खास गुण आपको संक्रमण से बचाए रखते हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक

2.उन्नाब

उन्नाब यूनानी चिकित्सा में सदियों से इस्तेमाल होता आया है। यह बेर को सुखा कर बनाया जाता है। इसे भारतीय जूजूबा के नाम से भी जाना जाता है। यह श्वास नली को राहत पहुंचाने और खांसी दूर करने के लिए जाना जाता है। इस औषधि में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है, जो आपके इम्यून सिस्टम को ताकतवर बनाता है।

उन्‍नाब असल में सूखे हुए बेर होते हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक
उन्‍नाब असल में सूखे हुए बेर होते हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक

इंटरनेशनल जर्नल ऑफ बायोलॉजिकल मैक्रोमोलेक्यूल्स की 2017 की एक स्टडी में पाया गया कि उन्नाब इम्यून सेल्स के बनने को भी बढ़ाता है।

3. अमलतास

भले ही आप अमलतास के औषधीय गुणों से अवगत न हों, लेकिन इसके पेड़ो को आपने जरूर देखा होगा। पीले फूलों से लदे पेड़, जिसके फूल अक्सर सड़को पर बिछे मिलते हैं, वही अमलतास है। इसके फूल और बीजों में औषधीय गुण होते हैं।

 

 

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भारत के नेशनल हेल्थ पोर्टल के अनुसार अमलतास बुखार कम करने में कारगर है। साथ ही यह सूजन और इंफ्लामेशन कम करके, जकड़न और गले की समस्याओं से निजात दिला सकता हैं।

4. तुलसी

अब इसमें तो किसी को कोई संदेह नहीं है कि तुलसी सर्दियों के लिए सबसे कारगर उपाय है। जी हां, यह बात शत प्रतिशत सही है। जर्नल ऑफ आयुर्वेद और इंटीग्रेटेड मेडिसीन में 2014 में प्रकाशित पेपर के अनुसार तुलसी में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल, एन्टीफंगल और एंटीइंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी होती हैं। जिसके कारण तुलसी सर्दी में होने वाले सभी इन्फेक्शन का रामबाण इलाज है।

तुलसी के बारे में तो आप पहले से ही बहुत कुछ जानती होंगी। चित्र: शटरस्‍टॉक
तुलसी के बारे में तो आप पहले से ही बहुत कुछ जानती होंगी। चित्र: शटरस्‍टॉक

5. सपिस्‍तान

कॉर्डिया मिक्सा या सपिस्‍तान का नाम शायद आपने न सुना हो। लेकिन जब आपको इसके गुण पता चलेंगे, तब आप भी इसे अपने जीवन का हिस्सा बना लेंगी।

यह औषधि भी यूनानी चिकित्सा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। सपिस्‍तान का इस्तेमाल सर्दी, जुखाम, खांसी और श्वास संबंधी रोगों के इलाज के लिए किया जाता है। IOSR जर्नल ऑफ फार्मेसी के 2016 जून एडिशन में प्रकाशित पेपर में पाया गया है कि इस औषधि में एंटीमाइक्रोबियल और एंटी इन्फ्लामेट्री प्रॉपर्टी होती हैं। साथ ही यह पेन किलर की तरह काम करता है। यही कारण है कि सर्दियों में होने वाले फ्लू से बचने के लिए यह औषधि परफेक्ट है।

अब महत्वपूर्ण सवाल- आपको इनका सेवन कैसे करना है?

अगर इन औषधियों की चाय अलग-अलग करके बनाना आपके बस की बात नहीं, तो घबराएं नहीं। आप हमेशा ही OTC मिश्रण जैसे हमदर्द का जोशीना ले सकती हैं। इसमें तुलसी, अमलतास, सपिस्‍तान, मुलेठी और उन्नाब सहित सात और औषधि हैं।

तो अगली बार जब भी आपको सर्दी जुखाम हो, आप इन औषधियों का सहारा ले सकती हैं।

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