‘इंफ्लामेशन यानी सूजन’ – स्वास्थ्य के बारे में हमें यकीन है कि आपने यह शब्द जरूर सुना होगा। पर कभी आपने सोचा है कि आखिर यह है क्या और होती क्यों है? अगर नहीं तो इसके बारे में जानना आपको बहुत जरूरी है क्योंकि यह बहुत से रोगों को जन्म दे सकता है। ये न सिर्फ आपके लिए दर्दनाक स्थिति हो सकती है, बल्कि शरीर को कई गंभीर नुकसान भी पहुंचा सकती है।
सादा शब्दों में कहें तो यह आपके शरीर का बैक्टीरिया और वायरस के खिलाफ प्रतिरोध है। इन पदार्थों से मुकाबला करने के लिए हमारे शरीर में एंटीबॉडीज बनती हैं। जिससे हमारी स्किन पर लाल रेशेस, चकत्ते और दर्द भी हो सकता है।
लेकिन हमारी निष्क्रिय जीवन शैली और खाने के तरीके के कारण हमारा शरीर अपनी कार्यक्षमता का पूरा इस्तेमाल नहीं कर पाता। जिसकी वजह से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है।
हालांकि सभी खाद्य पदार्थ ऐसे नहीं होते जो आपके शरीर में सूजन पैदा करें। अगर आपके आहार में स्थूल और सूक्ष्म पोषण तत्व (macro and micro-nutrients) मौजूद हैं तो वह शरीर में इंफ्लामेशन नहीं बढ़ाते।
मुंबई के ज़ेन स्पेशलिटी हॉस्पिटल में न्यूट्रीशनिस्ट प्रिया पालन कहती हैं ” लंबे समय तक इंफ्लामेशन रहने से आपके शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता मंद पड़ जाती है। क्योंकि आपकी इम्युनिटी कमजोर हो चुकी होती है। अगर आप ज्यादा जंक फूड का सेवन करते हैं तो यह एक बहुत बड़ी परेशानी बन सकती है।”
आपको ध्यान देना है कि वे आहार कौन से हैं जो आपके शरीर में सूजन बढ़ाते हैं। हम यहां 5 तरह के ऐसे फूड बता रहे हैं, जो इंफ्लामेशन को ट्रिगर करते हैं। बेहतर है कि इनसे परहेज किया जाए –
यह हैरान करने वाली बात नहीं है, क्योंकि चीनी की ज्यादा मात्रा खास करके रिफाइंड शुगर आपकी सेहत के लिए बिल्कुल ठीक नहीं है।
पालन कहती हैं, “इसमें सिर्फ कैलोरीज होती हैं और अन्य पोषक तत्व शून्य हैं। ज्यादा चीनी खाने से शरीर में सूजन बढ़ जाती है। इसकी वजह है इसमें मौजूद फ्रुक्टोज।”
वह कहती हैं, “अगर आप बहुत ज्यादा मीठा खाना पसंद करती हैं, तो आपको उसे नेचुरल फॉर्म में ही लेने की कोशिश करनी चाहिए। इसके लिए आप फल और नट्स आदि का सेवन कर सकती हैं।”
ट्रांस फैट्स सबसे खराब फैट्स में से एक हैं जो कि सभी तले हुए खानों में होता है। वह समझाती हैं, ” तले हुए पदार्थों का ज्यादा सेवन करने से न केवल आप मोटे हो जाते हैं, बल्कि यह सूजन बढ़ाने वाले प्रोटीन जिन्हें सी रिएक्टिव प्रोटीन भी कहते हैं, उनकी मात्रा में बढ़ोतरी कर देता है।”
“शराब भी वही खराब चीज है, जो सिर्फ आपको कैलोरीज देती है, इसमें पोषक तत्व नगण्य होते हैं। इसीलिए आपका शरीर इन कैलोरीज को अपने अंदर सोख लेता है और सीधा साथ फैट्स में बदल देता है। शराब आपके गुर्दों पर भी सीधा प्रभाव डालता है, जिसकी वजह से आपका शरीर सूज जाता है और आपकी मांसपेशियों और हड्डियों में अकड़न और दर्द महसूस होता है।“
मूलत: ये रिफाइंड कार्ब्स हैं, जो कैलोरी में हाई होते हैं। अमेरिकन साइंटिफिक जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक परिष्कृत कार्ब्स जैसे कि ब्रेड, पिज़्ज़ा, पास्ता और बर्गर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है। अगर आप उन्हें सामान्य मात्रा में खाते हैं, तब तो कोई परेशानी नहीं है परंतु अगर आप ग्लूटेन से एलर्जिक हैं और इनका बहुत ज्यादा सेवन करती हैं, तो यह आपके एडवांस्ड ग्लाईकेशन एंड ( ए जी ई ) को भी बड़ी मात्रा में जागृत कर देता है। जिससे आपके शरीर में सूजन होने लगती है।
आप सोच रहे होंगे कि सामान्य शक्कर को कृत्रिम शक्कर में बदलने से आपके कैलोरीज में कुछ कमी आएगी। पर इसके ज्यादा सेवन से आपके शरीर में सूजन बढ़ जाती है। कृत्रिम मिठास आपके पेट में मौजूद गुड और बैड बैक्टीरिया के संतुलन को खराब कर देती है। आंतों में मौजूद ये गुड बैक्टीरिया आपके शरीर को सूजन से बचाए रखते हैं। जबकि इनके प्रभावित होने पर आपके शरीर में इंफ्लामेशन होने लगती है।”
अगर आपके परिवार में किसी को क्रोनिक डिजीज या फिर कोई ऑटोइम्यून रोग जैसे कि गठिया आदि है तो आपको ऊपर लिखे गए सभी खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए। ये सभी आहार आपकी बीमारी को और भी खराब स्थिति में पहुंचा सकते हैं।