नवरात्र शुरू हो चुके हैं और 9 दिनों के इस पावन पर्व को लोग बेहद धूमधाम से मनाते हैं। इस दौरान देवी की आराधना में लोग 9 दिनों का व्रत रखते हैं। यह एक लंबा उपवास है ऐसे में अपनी सेहत को ध्यान में रखते हुए खानपान के प्रति विशेष रूप से सचेत रहने की आवश्यकता होती है, जिसमें लौकी आपकी मदद कर सकता है। गर्मी के मौसम में लौकी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। लौकी में पर्याप्त मात्रा में पानी के साथ ही कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस को बनाए रखते हैं और आपको पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करते हैं। तो चलिए जानते हैं व्रत में लौकी खाने के फायदे, साथ ही जानेंगे इसे डाइट में किस तरह शामिल करना है।
लौकी का जूस आपके शरीर पर ठंडा प्रभाव डालता है और विशेष रूप से गर्मी के मौसम में आपके शरीर को पर्याप्त हाइड्रेशन प्रदान करता है। यह आपके पेट को ठंडा रखता है और शरीर की गर्मी को कम करता है। गर्म मौसम में व्यक्ति को बहुत अधिक पसीना आता है, ऐसे में लौकी का जूस इसकी भरपाई करता है। इसलिए नियमित रूप से लौकी का जूस पीने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती।
वेट लॉस में लौकी के जूस का सेवन बेहद कारगर साबित हो सकता है। यह फाइबर से भरपूर होता है, जो आपको लंबे समय तक संतुष्ट रहने में मदद करता है। वहीं इसमें कैलोरी की कम मात्रा होती है, लौकी को आयुर्वेदिक चिकित्सा में पेट की चर्बी को कम करने के लिए निर्धारित किया गया है। “इसमें मौजूद फाइबर वजन घटाने में बेहद प्रभावी रूप से कार्य करता है। वहीं इसमें विटामिन सी, विटामिन बी, विटामिन के, विटामिन ए, विटामिन ई, आयरन, फोलेट, पोटेशियम और मैंगनीज जैसे आवश्यक विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। यह सभी पोषक तत्व वेट लॉस जर्नी को अधिक आसान बना देते हैं।
लौकी में कोलीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है, यह एक प्रकार का न्यूरोट्रांसमीटर जो मस्तिष्क के कार्यों को बेहतर बनाने में मदद करता है और स्ट्रेस, डिप्रेशन और अन्य मेंटल डिसऑर्डर को रोकने में मदद करता है। वहीं फास्टिंग में अक्सर थकान की वजह से तनाव बढ़ सकता है, ऐसे में लौकी का जूस आपके मूड को स्टैबलिश करने में मदद करेगा।
फास्टिंग के दौरान खान पान में होने वाले बदलाव की वजह से कई बार लोगों को कब्ज या डायरिया का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में लौकी का रस कब्ज की स्थिति में बेहद कारगर होता है और डायरिया के इलाज के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है। इसमें 98 प्रतिशत तक पानी और फाइबर की मात्रा पाई जाती है, जो आपके पाचन तंत्र को साफ करती है, वहीं स्टूल को मुलायम बना देती है जिससे कि कब्ज नहीं होता।
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यह न केवल स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में मदद कर सकता है, बल्कि यह कॉस्मेटिक समस्याओं में भी मददगार साबित होगा। लौकी का जूस एक प्राकृतिक क्लींजर है जो शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। लौकी के रस को सिर में लगाने से हेयर फॉल कम होता है और यह समय से पहले बालों को सफेद होने से रोकता है। इतना ही नहीं इसके सेवन से त्वचा में प्राकृतिक ग्लो बरकरार रहता है।
फाइबर से भरपूर लौकी को जूस के तौर पर अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं। इसे किसी अन्य फल और सब्जियों के जूस के साथ न मिलाएं। वहीं इसे निकाल कर तुरंत पिएं, जूस बनाकर छोड़ देना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
लौकी, दूध और ड्राई फ्रूट्स को एक साथ मिलकर लौकी हलवा तैयार कर सकती हैं। यह स्वाद में बेहद कमाल का होता है। इसमें मिठास जोड़ने के लिए खजूर, खांड, कोकोनोट शुगर जैसे हेल्दी शुगर सब्सीट्यूट का इस्तेमाल करें। वहीं इसे केसर से गार्निश कर एंजॉय करें।
लौकी को छोटे टुकड़ों में काटकर दूध के साथ पकाएं। साथ ही अपना मन पसंदीदा ड्राई फ्रूट्स और खाया डालकर इसका खीर तैयार करें। नवरात्रों के फास्टिंग में से इसे एंजॉय करें। यह आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखेगा और जरूरी पोषण प्रदान करेगा।
नवरात्रि के व्रत में दही खाया जाता है। ऐसे में लौकी को कस कर लें और इसे दही में डालें। वहीं स्वाद के लिए इसमें सेंधा नमक ऐड करें और इसे इंजॉय करें। यह एक रिफ्रेशिंग रेसिपी है, जो आपको संतुष्ट रखने के साथ ही तरोताजा रहने में मदद करेगी।
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