सिंघाड़े का मौसम शुरु हो चुका है और बाजार में हर जगह सिंघाड़े मिलने लगे है। और यदि आप इस फल को पसंद करने वालों में से हैं, तो आज हम आपको इस फल के कई बेहतरीन फायदे बताने वाले है। लेकिन अगर आपको इसका स्वाद पसंद है तो आपको इसका सेवन कई और तरीकों से भी कर सकते है। चलिए जानते है कि महिलाओं के लिए सिंघाड़े के क्या फायदे है और आप इसे अपनी डाइट में किस तरह शामिल कर सकते है।
सिंघाड़े, जिन्हें वॉटर चेस्टनट के नाम से भी जाना जाता है, यह पानी में उगने वाली सब्जी हैं जो दलदल, तालाबों, धान के खेतों और झीलों में पानी के नीचे उगती हैं। सिंघाड़ा एक घास जैसा पौधा है जो दक्षिण पूर्व एशिया, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और कुछ प्रशांत और हिंद महासागर द्वीपों में व्यापक रूप से पाया जाता है। इसके उपर का छिलका हरे रंग का होता है और इसके अदंर एक सफेद रंग का फल होता है जिसमें भरपूर मात्रा में पानी होता हैष
इस बारे में ज्यादा जानकारी दी डायटिशियन और वेट लॉस एक्सपर्ट करिश्मा शाह ने, करिश्मा शाह ने बताया कि सिंघाड़े में विटामिन, मिनिरल, फाइबर, पोटेशियम और कम वसा होता है। महिलाओं के लिए भी सिंघाड़े के कई फायदे होते है।
सिंघाड़े में कैलोरी कम होती है और यह इसमें वसा नहीं होता है, जो इसे वजन प्रबंधन के लिए एक उपयुक्त खाद्या पदार्थ बनाता है। इसमें एक क्रंची फ्लेवर होता है और विभिन्न व्यंजनों में शामिल किए जा सकते हैं, जिससे महिलाओं को उनके कैलोरी सेवन को बढ़ाए बिना पेट भरा हुआ महसूस करने में मदद मिलती है।
सिंघाड़ा आहार फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, जो स्वस्थ पाचन का समर्थन करता है। पर्याप्त फाइबर का सेवन कब्ज को रोकने और नियमित मल त्याग में मदद कर सकता है, जो आपके पूरे पाचन स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
सिंघाड़े में मौजूद विटामिन सी त्वचा को स्वस्थ बनाए रखते है। विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट है जो कोलेजन उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, त्वचा की लोच बनाए रखने और एंटी एजिंग की तरह काम करता है।
सिंघाड़े में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, इनका ब्लड शुगर लेवल पर न्यूनतम प्रभाव पड़ता है। डायबिटिज से पीड़ित महिलाओं या जो अपने ब्लड शुग को कंट्रोल करना चाहती हैं, उनके लिए सिंघाड़े को अपने आहार में शामिल करने से ग्लूकोज के स्तर को स्थिर करने में मदद मिल सकती है।
कैसे करें सिंघाड़े को अपनी डाइट में शामिल
सबसे बेहतर है उसे कच्चा खाना
सिंघाड़ा हल्की मिठास लिए रहता है। इसलिए इसे इसकी रॉ फॉर्म में खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना गया है। डायटीशियन करिश्मा शाह कहती हैं कि इसमें मौजूद सभी पोषक तत्वों का भरपूर लाभ लेना है, तो बस इसे छीलें और खाएं। इसके ऊपर का मोटा छिलका इसे देर तक फ्रेश रखता है। आप चाहें तो इसे अपने टिफिन में स्नैक्स के तौर पर भी कैरी कर सकती हैं।
सिंघाड़ा स्टिर-फ्राई करने के लिए एक बेहतर व्यंजन है। स्वादिष्ट स्टिर फ्राई बनाने के लिए थोड़े से सिंघाड़े को काट लें और इसमें तड़का हुआ करी पत्ता, जीरा और सरसों डालें। आप इसका सेवन सलाद में कच्चा भी कर सकते हैं।
आप अपने पसंद का कोई भी सूप या स्टू बनाएं और परोसने से ठीक पहले अपने सूप और स्टू में कटे हुए या टुकड़ों में कटे सिंघाड़े डालें। वे एक क्रंच जोड़ते हैं और आपको हर बाइट में एक अच्छा स्वाद मिलता है।
सिंघाड़े को मलाईदार डिप्स में मिलाएं या उन्हें ऐपेटाइज़र बनाने के लिए एक बेस के रूप में उपयोग करें। सिंघाड़े से बने डिप्स कुछ एशियाई व्यंजनों में विशेष रूप से लोकप्रिय हैं। इन्हे आप अपने पसंद के सैंडविच या बर्जर के साथ खा सकते है।
अगर आपको फलों से कोई स्मूदी बना रहींं है तो आप उसमें एक फल और मिला सकती है और वो है सिंघाड़ा। सिंघाड़ा आपकी स्मूदी में एक क्रंच और अलग स्वाद शामिल कर सकता है।
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