सत्य और अहिंसा के साथ सात्विक आहार था महात्मा गांधी का सिद्धांत, क्या आप जानते हैं इस आहार के फायदे

महात्मा गांधी दुनिया भर में एक ऐसे नायक के रूप में जाने जाते हैं, जिन्होंने न्यूनतम संसाधनों के साथ एक बड़े सपने को साकार किया। खास बात यह कि इसमें अहिंसा के सिद्धांत का पालन किया गया।
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सात्विक डाइट का मन पर शांत प्रभाव पड़ता है। चित्र- अडोबी स्टॉक
संध्या सिंह Updated: 30 Jan 2024, 11:28 am IST
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वीगन या शाकाहार का समर्थन करने वालों का एक महत्वपूर्ण तर्क है कि यह अहिंसा के सिद्धांत का पालन करता है। अहिंसा गांधी जी के जीवन और व्यवहार का मूल सिद्धांत था। हालांकि जो इस आहार का विरोध करते हैं, वे पौधों के बढ़ने, सांस लेने और महसूस करने को तर्क के रूप में इस्तेमाल करते हैं। जबकि यह बिल्कुल बचकाना और सतही तर्क है। क्योंकि अगर दोनों ही सिद्धांत एक बराबर होते, तो विज्ञान और समाज दोनाें ही शाकाहार के समर्थन में नित नए शोध न कर रहे होते। आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि है। अहिंसा के पुजारी का हिंसक अंत करने वाले आज भी उन्हें सिद्धांतों में पराजित नहीं कर पाए हैं। गांधी जी के महान सिद्धांतों में से एक है सात्विक आहार। आइए जानते हैं इस आहार के फायदों (Benefits of sattvic diet) के बारे में।

क्या है सात्विक आहार (What is Sattvic diet)

बहुत से लोग सात्विक आहार का सेवन करके योग करते हैं। ये आयुर्वेद की एक औषधीय आहार प्रणाली है, जो 5000 सालों से भारत में प्रयोग में है। जो लोग सात्विक आहार का पालन करते हैं वे मुख्य रूप से पौष्टिक खाद्य पदार्थ खाते हैं, जिनमें ताजा उत्पाद और नट्स होते हैं।

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पौधे-आधारित शाकाहारी आहार पैटर्न हेल्दी गट माइक्रोबायोम को बढ़ाने में मदद करता है। चित्र:शटरस्टॉक

इस डाइट में फाइबर की मात्रा अधिक और वसा की मात्रा कम होती है। इसमें केवल शाकाहरी चीजें ही शामिल की जाती है। सात्विक शब्द का अर्थ है “शुद्ध सार”, और सभी सात्विक भोजन शुद्ध और संतुलित होते हैं। जो शांति, उच्च मानसिक स्पष्टता और खुशी की भावना पैदा करते हैं। सात्विक डाइट का पालन करने के अपने कई फायदे हैं। चलिए जानते हैं सात्विक भोजन के कुछ फायदे।

यहां जानिए क्यों दुनिया भर में बढ़ते जा रहे हैं सात्विक आहार के प्रशंसक

1 मानसिक स्पष्टता और शांति बढ़ाने वाला है

सात्विक डाइट का मन पर शांत प्रभाव पड़ता है। यह रिफाइंड और उत्तेजक खाद्य पदार्थों से परहेज करते हुए ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, नट्स और बीजों के सेवन को बढ़ाता है। ये पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ आवश्यक विटामिन और खनिज प्रदान करते हैं जो आपके मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करता है।

इसके अतिरिक्त, हैवी और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ के सेवन से आपको दूर रखता है, जिससे आप अधिक केंद्रित होते है और शांति का अनुभव करते है।

2 शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है

सात्विक आहार संपूर्ण और असंसाधित खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता देता है, जो विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं। प्राकृतिक, पौधे-आधारित सामाग्री को बढ़ावा समग्र शारीरिक स्वास्थ्य का समर्थन करता है, प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देता है, और स्वस्थ वजन बनाए रखने में सहायता करता है। आहार उन खाद्य पदार्थों के सेवन को प्रोत्साहित करता है जो पचाने में आसान होते हैं, अच्छा पाचन और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाता हैं, जो पूरे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

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सात्विक भोजन का शरीर के ऊर्जा स्तर पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

3 पाचन में सुधार करता है

पौधे-आधारित शाकाहारी आहार पैटर्न हेल्दी गट माइक्रोबायोम को बढ़ाने में मदद करता है। यह बिल्कुल सही है क्योंकि अधिक फाइबर खाने से, आपके गट फ्लोरा को मदद मिल सकती है और नियमित मल त्याग को बढ़ाने में मदद कर सकता है, इसका मतलब है अधिक फल, सब्जियां और साबुत अनाज खाना आपके पाचन तंत्र के लिए अच्छा है।

4 ऊर्जा स्तर को बनाए रखता है

सात्विक भोजन का शरीर के ऊर्जा स्तर पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। आहार में अत्यधिक मसालेदार, नमकीन या अत्यधिक मीठे खाद्य पदार्थों से परहेज किया जाता है, जिससे ऊर्जा असंतुलन हो सकता है। इसके बजाय, यह उन खाद्य पदार्थों का सेवन पर जोर देता है, जो रक्त शर्करा के स्तर में भारी उतार-चढ़ाव पैदा किए बिना निरंतर ऊर्जा प्रदान करते हैं। ऊर्जा में यह संतुलन पूरे दिन एक स्थिर और समान स्वभाव में योगदान देता है।

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लेखक के बारे में

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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