मकरसंक्रांति 2025, आज है। इस त्योहार का अपना धार्मिक महत्व है। लेकिन इसके साथ ही ये त्योहार मौसम के हिसाब से हमारे सेहत के लिए भी महत्वपूर्ण है। मकर संक्रांति के मौके पर बनने वाली खाने की चीजें हमारे सेहत के दुरुस्त रखने में काफी मदद करती हैं। आज हम ऐसी ही 4 चीजों (makar sankranti foods benefits) के बारे में आपको बताने वाले हैं जो हम हर मकर संक्रांति पर खाते हैं लेकिन उनके फायदे क्या हैं, इसके बारे में हमें कम पता है।
इस मौके पर खिचड़ी को एक पारंपरिक खाने (makar sankranti foods benefits) के तौर पर खाया जाता है। दाल, चावल और हल्दी को मिला कर बने इस पारंपरिक व्यंजन का आध्यात्मिक तौर पर महत्व तो है ही लेकिन इसके अपने स्वास्थ्य फायदे भी हैं। बैलेंस न्यूट्रीशन नाम की एक संस्था की रिपोर्ट के अनुसार, ये डिश हल्की, पौष्टिक और सुपाच्य होती है जो पेट को आराम देती है और शरीर को तुरंत एनर्जी देने में कारगर है।
1. खिचड़ी में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का बेहतरीन बैलेंस होता है, जो शरीर को ऊर्जा देता है। यह पाचन के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह हल्का और आसानी से पच जाता है।
2. यह एक डिटॉक्स डिश मानी जाती है क्योंकि यह शरीर से टॉक्सिक चीजों को बाहर निकालने में मदद करती है। इसके अलावा, खिचड़ी खाना आंतों की हेल्थ को भी बेहतर बनाता है।
3. इसे बनाते वक्त आमतौर पर कम मसाले इस्तेमाल किए जाते हैं और जो मसाले इस्तेमाल भी होते हैं, उनमें फायदेमंद तत्व ज्यादा होते हैं। जैसे – हल्दी, जीरा और अदरक में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं। खासकर सर्दी के मौसम में जब इन्फेक्शन से सर्दी-जुकाम का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे वक्त में खिचड़ी के एंटी- ऑक्सिडेंट आपके काम आ सकते हैं।
चिउड़ा- दही दोनों ही हल्के होते हैं और हमारे पाचन तंत्र पर कोई अतिरिक्त प्रेशर नहीं डालते। दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो शरीर में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं और हमारे डाइजेशन सिस्टम को हेल्दी रखते हैं। इसके अलावा चिउड़ा आसानी से पचने वाला कार्बोहाइड्रेट है जो इस काम में दही की मदद करता है।
1. कार्बोहाइड्रेट का सोर्स होने के नाते चिउड़ा शरीर को इंस्टेंट एनर्जी देता है और दही में प्रोटीन और कैल्शियम अच्छे मात्रा में होते हैं जिसकी वजह से हमारी हड्डियां मजबूत होती हैं और मांसपेशियों को एनर्जी मिलती है।
2. दही चिवड़ा को (makar sankranti foods benefits) एक साथ खाना मतलब – फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिंस, जैसे मिनरल्स सब एक साथ शरीर तक पहुंचाना। इनका एक साथ शरीर में पहुंचना शरीर में ताजगी भरता है जिससे आप हल्का महसूस करते हैं।
3. चिउड़ा वैसे तो चावल की तरह धान का ही बाई प्रोडक्ट है लेकिन इसमें चावल के मुकाबले कम कैलोरी और फाइबर होते हैं। इस वजह से शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल के जमने की संभावना कम होती है और हमारे हार्ट पर इसका कोई असर नहीं होता।
4. फाइबर भी चिवड़ा में पाया जाता है जो हमारे पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखता है, इसलिए हम कम भूख महसूस करते हैं, इसलिए बढ़े वजन वाले लोगों के लिए भी चिउड़ा- दही नाम की ये डिश फायदेमंद है।
देश के अधिकतर हिस्सों में तिल और गुड से बनाए गए लड्डू मकर संक्रांति पर जरूर खाए जाते हैं। सर्दियों के मौसम में इसके अनेकाएक फायदे (makar sankranti foods benefits) हैं।
मकर संक्रांति पर तिल खाने का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह त्योहार सर्दियों में आता है और तिल की वजह से शरीर में गर्मी बनी रहती है और उसी तरह गुड़ पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है।
1. कैल्शियम, आयरन, और फास्फोरस की खान तिल कहलाता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाता है और ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करता है।
2. इसमें आयरन की मौजूदगी खून की कमी भी दूर कर सकती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन नाम की एक संस्था की रिपोर्ट के मुताबिक तिल के मिनरल्स हमारे शरीर से ब्लड शुगर को कम करते हैं और डायबिटीज टाइप 2 में बहुत मददगार हैं।
3. गुड़ में आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे मिनरल्स होते हैं, जो शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करते हैं और हमारे पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं।
4. गुड़ सर्दियों में शरीर में गर्मी बनाए रखने में भी मदद करता है।
5. अनसैचूरेटेड फैट की खान है तिल, जो दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि अनसैचुरेटेड फैट में हमारे शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने की क्षमता होती है।
गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान में मकर संक्रांति (makar sankranti foods benefits) पर हलवे की भी परंपरा है। ये हलवा ज्यादातर लौकी या गाजर का होता है। इसका कारण ये भी है कि ये सब्जियां सर्दी के मौसम में प्रमुख हैं और मिनरल्स से पूरी तरह लैश।
गाजर का हलवा
गाजर में विटामिन A, C और बीटा-कैरोटीन की भरपूर मात्रा होती है, जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में बहुत काम की है। इसके अलावा सर्दियों के मौसम में जब हमारी स्किन ड्राइनेस समेत अन्य कई समस्याओं से जूझती है।
ऐसे वक्त में भी गाजर बड़े काम का है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो स्किन की सेहत के लिए फायदेमंद है। गाजर में फाइबर भी पाया जाता है जो हमारे पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और हमारे पेट को साफ करता है।
लौकी का हलवा
लौकी में पानी की अधिकता होती है जिससे यह शरीर को हाइड्रेटेड रखता है। खासकर सर्दियों के मौसम में जब हम पानी से ठंड के कारण थोड़ा दूर ही रहना चाहते हैं। लौकी का हलवा हमारे पाचन को बेहतर बनाने, ब्लडप्रेशर और वजन को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसका कारण है इसमें फाइबर की मौजूदगी। इसके अलावा लौकी में विटामिंस भी पर्याप्त मात्रा में मिलते हैं जो शरीर से कमजोरी तो दूर करते ही हैं लेकिन उसके साथ साथ गाजर की तरह हमारी आँखों की सेहत के लिए भी फायदेमंद हैं।
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