इस मामले में हमें कोविड-19 महामारी का शुक्रगुजार होना चाहिए क्योंकि इसके बाद ही हम अपनी इम्युनिटी को लेकर इतने सजग हुए हैं। लेकिन इम्युनिटी बढ़ाने के लिए हम विटामिन सी के सप्लीमेंट्स या विटामिन सी युक्त भोजन को ही प्राथमिकता देते हैं।
यह जानना जरूरी है कि सिर्फ विटामिन सी का सेवन हमारे इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत नहीं बना सकता, बल्कि कई तरह के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है।
सबसे पहले तो जान लें कि सिर्फ एंटीबॉडी बनाना ही इम्यून सिस्टम का हिस्सा नहीं है।
आपकी लार से लेकर पाचन रस तक सब में अवांछित संक्रमण को खत्म करने की अपनी-अपनी शक्ति होती है। ज्यादातर पेट में पहुंचने वाला बैक्टीरिया पेट मे मौजूद एसिड से मर जाता है।
अब बात करते हैं अक्वायर्ड इम्युनिटी की जिसके तहत एंटीजन और एंटीबॉडी बनते हैं।
हमारे खून में मौजूद वाइट ब्लड सेल्स और ल्यूकोसाईट्स एक खास तरह का प्रोटीन बनाते हैं, जो शरीर में घुसे इन्फेक्शन को खत्म करता है। एक बार जिस इंफेक्शन के खिलाफ हमारे शरीर में एंटीबॉडी बन गईं, दोबारा उस इन्फेक्शन को शरीर में आते ही खत्म कर दिया जाता है। यही आधार है वैक्सीन का, जिसमें शरीर को एंटीबॉडी बनाने का मौका दिया जाता है।
जी हां, आपकी मांसपेशियों को बनाने के साथ-साथ इम्युनिटी के लिए भी प्रोटीन बहुत आवश्यक होता है। प्रोटीन वाइट ब्लड सेल्स के बनने, काम करने और खत्म होने की पूरी प्रक्रिया में आवश्यक होता है। प्रोटीन की कमी होने से WBC जल्दी खत्म होती हैं और देर से बनती हैं जिससे इम्युनिटी कमजोर हो जाती है।
जर्नल न्यूट्रिशन रिव्यु में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार यह सभी फोलेट और विटामिन बी एंटीबॉडी की C1 यूनिट को बनाने के लिए जिम्मेदार हैं। यानी बी विटामिन की कमी के रहते एंटीबॉडी बनना असंभव है।
इननेट और अक्वायर्ड इम्युनिटी, दोनों के लिए ही विटामिन ए की महत्वपूर्ण भूमिका है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ हेल्थ के अनुसार विटामिन ए लिम्फोसाइट्स बनाने में सहायक है और T-सेल्स बनने में भी योगदान देता है। विटामिन ए की डाइट में कमी से इम्युनिटी कमजोर हो जाती है।
मिनरल्स में सेलेनियम, जिंक, मैग्नेशियम और कॉपर इम्यून सिस्टम के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। यह सभी मिनरल्स और माइक्रो न्यूट्रिएंट्स इम्मयून सिस्टम के नाजुक संतुलन को बनाने के लिए आवश्यक है और एक ही भी कमी हमारी इम्युनिटी पर दुष्प्रभाव डाल सकती है।
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए सिर्फ खट्टे फलों पर ही आश्रित ना रहें। संतरे, नींबू और मौसम्बी के साथ साथ हरी पत्तेदार सब्जियां, फिश और अंडे भी आहार में शामिल करें।