दुनिया भर में शाकाहार (Veganism) के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है। हृदय रोग (Heart Disease) , डायबिटीज (Diabetes) और अन्य बीमारियों से बचने के लिए भी लोग शाकाहार के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। शाकाहार की सबसे बड़ी खासियत है कि अगर इसे सही तरीके से पकाया जाए, तो यह पचने में आसान और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
पर इसी के साथ शाकाहार के बारे में कुछ ऐसी मान्यताएं भी विकसित हो गईं हैं, जो सच्चाई से कोसों दूर हैं। 1 अक्टूबर विश्व शाकाहार दिवस (world vegetarian day 2021) के अवसर पर आपको उन भ्रामक धारणाओं (Myths about vegetarianism) से बाहर आ जाना चाहिए, जो इसे किसी भी अन्य डाइट से कमतर मानती हैं।
वर्ल्ड वेजिटेरियन डे यानी विश्व शाकाहार दिवस की स्थापना 1977 में नॉर्थ अमेरिकन वेजिटेरियन सोसायटी (NAVS) द्वारा की गई थी। जिसका 1978 में अंतर्राष्ट्रीय शाकाहारी संघ द्वारा समर्थन किया गया। 1 अक्टूबर शाकाहार जागरुकता माह की वार्षिक शुरुआत है।
इस खास दिवस का उद्देश्य शाकाहार के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ाना और उन भ्रामक अवधारणओं से मुक्त होना है, जो इसे किसी भी डाइट से कमतर मानती हैं। साथ ही यह सात्विक आहार आपको पर्यावरण एवं पशुओं के प्रति ज्यादा संवेदनशील बनाता है। कई अध्ययनों में यह सामने आया है कि शाकाहार आपके हृदय रोग, स्ट्रोक और कैंसर के रिस्क को कम करने में मददगार है।
आजकल एनिमल बेस्ड डाइट प्रोटीन (Protein) का पर्याय बन गयी है। बहुत से लोगों को गैर – मांस स्रोतों में प्रोटीन को ढ़ूंढ़ने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। आमतौर पर प्लांट बेस्ड आहार (Plant Based Food) में पशु – आधारित आहार (Animal Based Food) की तुलना में अधिक फाइबर (Fiber) और कम संतृप्त वसा (Saturated Fat) होती है। आपको बता दें कि ये दोनों कारक हार्ट हेल्दी डाइट की आधारशिला हैं।
कई पौधे-आधारित भोजन हैं,जो प्रोटीन के मुख्य स्रोत हैं और एक स्वस्थ आहार की श्रेणी में फिट होते हैं। उदाहरण के लिए- फलियां (बीन्स, दाल, मटर और मूंगफली), सोया उत्पाद, साबुत अनाज, नट और बीज। लैक्टो-ओवो शाकाहारियों के लिए, कम वसा या वसा रहित डेयरी और अंडे भी एक महत्वपूर्ण प्रोटीन स्रोत हो सकते हैं।
वास्तविकता
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कस्टमाइज़ करेंजब मांस- मुक्त आहार की बात होती है, तो कमजोरी का टैग अपने आप इससे जुड़ जाता है। यह आम धारणा है कि मांसाहारी आहार मानव को ज्यादा ताकत प्रदान करते हैं। डेविड कार्टर और अल्ट्रा मैराथनर मैट फ्रेज़ियर, ये दो ऐसे एथलीट हैं जो शाकाहार खाकर भी बेहतर प्रदर्शन करते हैं। भारत में भी कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो मांस-मछली की बजाए घी-दूध पर ज्यदा भरोसा करते हैं।
वास्तविकता
शाकाहारियों के लिए, आहार में सोया उत्पादों को शामिल करना प्रोटीन और कैल्शियम (Calcium) दोनों की आवश्यकता को पूरा करने जैसा है। दरअसल, इस बात के प्रमाण हैं कि बचपन और किशोरावस्था में सोया का सेवन करने से स्तन कैंसर (Breast Cancer) का जीवनकाल कम होता है। जबकि वयस्क उम्र से सोया के सेवन की शुरुआत करने से समान स्तर की सुरक्षा नहीं हो पाती है।
वास्तविकता
एक सुनियोजित शाकाहारी या वीगन आहार लाइफ के किसी भी स्टेज में आपके पोषक तत्वों की जरूरतों को पूरा कर सकता है। जिसमें गर्भावस्था और स्तनपान, बचपन और प्रतिस्पर्धी खेलों में भाग लेना शामिल है। फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ कुछ पोषक तत्वों के सेवन को बढ़ाने में आपकी मदद कर सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान, अधिक आयरन की आवश्यकता होती है, लेकिन आयरन को पौधे आधारित स्रोतों से भी प्राप्त किया जा सकता है। गर्भवती महिलाओं को भरपूर मात्रा में आयरन युक्त खाद्य पदार्थ खाना चाहिए और अवशोषण (Absorption) बढ़ाने में मदद करने के लिए विटामिन सी का स्रोत शामिल करना चाहिए। साथ ही गर्भवती महिलाओं को अपने डॉक्टर से भी सलाह लेनी चाहिए।
वास्तविकता
जरुरी नहीं है कि हर शाकाहारी भोजन या वीगन फूड आपके स्वास्थ के लिए अच्छा हो। उदाहरण के लिए कुछ कुकीज़, चिप्स और मीठे अनाज में शुगर और सोडियम उच्च मात्रा में होता है। अगर आप शाकाहारी हैं और वेजी बर्गर खा रहीं हैं, तो इसका अर्थ यह नहीं है कि आप हेल्दी रहेंगी। प्रोसेस्ड फूड हर तरह से आपके लिए हानिकारक ही होगा।
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