देश में नए वेरिएंट एच3एन2 वायरस के खौफ के बीच अब कोरोना ने फिर से दस्तक दे दी है। मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर की मानें तो अब भी देश में कोरोना के मामले बढ़ते देखे जा रहे हैं। इसी बीच एक्सपर्ट्स ने ट्यूबरक्लोसिस में कोरोना से खतरा होने की बात की है। वर्ल्ड ट्यूबरकुलोसिस डे (World Tuberculosis Day) पर आपको बता दें कि यह फेफड़ों में होने वाला इंफेक्शन है, जो पूरे शरीर को प्रभावित करता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप इसके प्रारंभिक लक्षणों से लेकर उपचार तक के बारे में सब कुछ जानें।
डॉ. अंजलि खलाने पुणे के रूबी हॉल क्लिनिक की कंसल्टेंट पल्मोनोलॉजिस्ट और स्लीप डिसऑर्डर स्पेशलिस्ट हैं। डॉ. अंजलि से हमने ट्यूबरकुलोसिस के बारे में विस्तार से बात की।
तीन सप्ताह से ज्यादा खांसी रहने पर ट्यूबरक्लोसिस की जांच कराने की सलाह दी जाती है। ट्यूबरक्लोसिस फेफड़ों में होने वाला खतरनाक संक्रमण है। जो धीरे-धीरे पूरे शरीर को चपेट में लेकर रोग प्रतिरोधक क्षमता पर असर डालता है। इसके मुख्य लक्षणों में तेज खांसी, बलगम और खांसते वक़्त खून आना, तेज बुखार रहना, वजन घटते जाना, रात में पसीना आना और कमजोरी और थकावट रहना शामिल है।
ट्यूबरक्लोसिस में व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत ज्यादा कमजोर हो जाती है। जिसके कारण उसे कोई भी संक्रमण जल्द होने का खतरा हो सकता है। वही कोरोना भी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर ही वार करता है। ऐसे में व्यक्ति की समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है। एनसीबीआई के अध्ययन में भी यह बात सामने आई है कि ट्यूबरक्लोसिस COVID-19 रोग के 2.10 गुना जोखिम को बढ़ाने का कारण बन सकता है।
डॉ. अंजलि खलाने बताती है कि ट्यूबरक्लोसिस वाले लोगों को COVID-19 होने की अधिक संभावना नहीं है, लेकिन ट्यूबरक्लोसिस से पहले ग्रस्त रहे लोगों में COVID-19 की गंभीर समस्याएं होने की ज्यादा संभावनाएं हो सकती हैं।
ट्यूबरक्लोसिस से ग्रस्त लोगों को संक्रमण से बचने के लिए कुछ विशेष सावधानियों पर ध्यान देना चाहिए।
बचाव को लेकर सलाह देते हुए एक्सपर्ट अंजलि का कहना है कि संक्रमण से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि ट्यूबरक्लोसिस का ठीक से इलाज किया जाएं। अधूरा इलाज या सावधानी न बरतना आपकी समस्या को ज्यादा बढ़ा सकता है।
यह भी पढ़े – कब्ज और खराब पाचन का कारण बन सकती हैं ये 5 तरह की चीजें, आज ही करें रुटीन से बाहर
एक्टिव लाइफस्टाइल से मतलब आपको नियमित व्यायाम और खुश रहने पर ज्यादा ध्यान देना होगा। संक्रमण पर जीत हासिल करने के लिए लाइफस्टाइल एक्टिव रखना एकमात्र तरीका है।
हेल्दी डाइट आपको हर समस्या से बाहर लाने का आसान रास्ता ही है। एक्सपर्ट अंजलि के मुताबिक सभी आवश्यक पोषक तत्वों के साथ प्रोटीन की सही मात्रा जरूर लें। इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होगी और संक्रमण होने का खतरा भी कम होगा।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंअगर आपने अभी तक टीकाकरण नही कराया है, तो आपके लिए संक्रमण होने का ज्यादा खतरा हो सकता है। इसलिए कोरोना का टीकाकरण लेने के साथ अन्य सभी आवश्यक टीकाकरण समय से जरूर कराएं।
यह भी पढ़े – मसूड़ों में सूजन और जाेड़ों में दर्द का कारण हो सकता है यूरिक एसिड का बढ़ना, जानिए इसे कैसे कंट्रोल करना है