किडनी हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। यह हमारे शरीर के बेहतर तरीके से काम करने में हमारी सहायता करती है। किडनी का काम मुख्य रूप से यूरिया, क्रिएटिनिन, एसिड कई वेस्ट मटेरियल से हमारे ब्लड को फिल्टर करना है। ये सभी वेस्ट मटेरियल हमारे ब्लैडर में पहुंचते हैं और यूरिन के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
पर जब हमारी किडनी बेहतर ढंग से काम नहीं करती, तो हमें कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लोगों को किडनी की समस्या होने के बाद भी अंदाजा नहीं लग पाता जिसके कारण जान पर भी बन जाती है। इसलिए किडनी की समस्याओं को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है।
आज के वक्त में किडनी की समस्याओं से निपटने के लिए कई चिकित्सा मौजूद है, लेकिन क्या आयुर्वेद हमें इसमें सहायता दे सकता है? दरअसल कोरोना वायरस महामारी के बाद से लोगो ने आयुर्वेद को अपने जीवन का एक हिस्सा बना लिया है। यह कई रोगों से हमें निजात दिलाने में सक्षम है। चलिए विश्व किडनी दिवस पर जानते हैं कि क्या किडनी की समस्या में आयुर्वेद हमारे काम आ सकता है! अगर हां तो आखिर कैसे?
आयुर्वेद के अनुसार शरीर में पित्त के स्तर में असंतुलन के कारण किडनी की समस्या होती। हालांकि एक स्वस्थ जीवन शैली जैसे स्वस्थ आहार का पालन, अपनी जरूरत के अनुसार पर्याप्त पानी, अपनी दिनचर्या में व्यायाम को शामिल करना और योगा जैसी गतिविधियों में शामिल होना, शरीर पर अतिरिक्त मोटापे का नियंत्रण होना, धूम्रपान और शराब पीने जैसी आदतों का ना होना हमारी किडनी के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार है।
असल में आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियों का उल्लेख है, जो हमारी किडनी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। वर्ल्ड किडनी डे के उपलक्ष्य में आज ही उन्हीं खास चीजों पर बात करने वाले हैं।
हर साल मार्च के दूसरे गुरुवार को विश्व किडनी दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ नेफ्रोलॉजी और इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ किडनी फाउंडेशन द्वारा 66 देशों में साल 2006 में शुरू किया गया था। इस दिवस का उद्देश्य दुनिया भर में किडनी की बीमारियों के बढ़ते मामलों को रोकना है और लोगों को इसकी समस्याओं के बारे में जागरूक करना है।
इस मौके पर कई तरह के अभियान चलाए जाते हैं। ताकि लोगों में जागरूकता बढ़ाई जा सके। National Institute of Diabetes and Digestive and Kidney Diseases के अनुसार 44% किडनी के नए मामलों के लिए डायबिटीज जिम्मेदार है। इस साल यानी 2022 में विश्व किडनी दिवस 10 मार्च 2022 को मनाया जा रहा है।
किडनी की बीमारी एक ऐसी स्थिति है, जिसमें जब तक लक्षण गंभीर नहीं हो जाते तब तक आसानी से इस पर किसी का ध्यान नहीं जाता। हालांकि आपको कुछ लक्षण महसूस हो सकते हैं जैसे :
किडनी की समस्या से निपटने के लिए कैनबरी सबसे प्रभावी उपचारों में से एक है। यह एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में जानी जाती है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट की उपस्थिति आपकी किडनी के लिए बहुत फायदेमंद है। यह UTI की समस्या में बेहद फायदेमंद है।
आयुर्वेद में अदरक को एक अहम स्थान दिया गया है। यह आपकी किडनी की समस्याओं के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके सेवन से लिवर और किडनी डिटॉक्स हो जाते हैं इसमें मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण किडनी के दर्द और सूजन को कम करता है। यदि आपको यूटीआई की समस्या है तो यह इनफेक्शन में भी मदद कर सकता है।
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कस्टमाइज़ करेंधनिया के बीज यूटीआई की समस्या में सबसे प्रभावी माना गया है। इसके अलावा किडनी की अन्य समस्याओं जैसे किडनी स्टोन में भी धनिया एक सरल आयुर्वेदिक उपाय है। यह किडनी को बेहतर ढंग से साफ करने में सहायता प्रदान करता है। यह यूरिनरी सिस्टम को साफ रखने के लिए रोजाना खाली पेट धनिया का पानी पिया जाना चाहिए।