सीनियर जर्नलिस्ट कमाल खान (61) के बाद कथक नृत्य के सम्राट पंडित बिरजू महाराज का 83 साल की उम्र में रविवार को देर रात हार्ट अटैक से निधन हो गया। बिरजू महाराज का जन्म 4 फरवरी, 1938 में लखनऊ में हुआ था। उनका असली नाम बृजमोहन मिश्रा था। महज तीन दिन के अंतराल में हार्ट अटैक ने हमसे इन दो मशहूर हस्तियों को छीन लिया है। इससे पहले 14 जनवरी को मशहूर पत्रकार कमाल खान का हार्ट अटैक से निधन हो गया था। वे टीवी रिपोर्टिंग में अपनी ताज़ातरीन और अनूठी शैली के लिए मशहूर थे।
बहरहाल, शोध में यह बात सामने आ चुकी है कि ठंड के दिनों में हार्ट अटैक की संभावना बेहद बढ़ जाती है। वैसे, अधिकतर लोगों को लगता है कि ठंड के दिनों सर्दी-जुकाम व फ्लू की समस्याएं तेजी से आती है। लेकिन हार्ट अटैक का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है। आइए, जानते हैं सर्दियों में हृदयाघात से होने वाली मौतों के मामले क्यों बढ़ जाते हैं।
रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि गर्मी कि तुलना में सर्दियों में हृदयाघात के मामले दो गुना बढ़ जाते हैं। इस सीजन में सुबह के वक्त हार्ट डिजीज और दिल के दौरे पड़ने की घटनाएं ज्यादा होती है। रिसर्च में यह बात भी सामने आई है कि ठंड के दिनों में फ्लू की घटनाएं बढ़ जाती हैं। इस कारण से हार्ट तनाव की स्थिति में आ जाता है। इसलिए सर्दियों के दिनों में हृदय स्वास्थ्य को अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है।
दिल के स्वास्थ्य को लेकर न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन व टोरंटो यूनिवर्सिटी ने शोध किया था। इस शोध के मुताबिक, हार्ट अटैक, सांस सम्बंधित बीमारी और इंफ्लूएंजा के बीच एक खास रिलेशन होता है।
एक्सप्रेस.को.यूके ने अपनी एक रिपोर्ट में हार्ट अटैक और फ्लू को लेकर बेहद चौंकाने वाली खबर प्रकाशित की थी। इस रिपोर्ट के अनुसार, फ्लू के संकुचन के हफ्ते के अंदर हार्ट अटैक की संभावना 6 गुना तक बढ़ जाती है। दरअसल, इंफ्लूएंजा का नकारात्मक प्रभाव वस्कुलर सिस्टम और हृदय पर पड़ता है।
विशेषज्ञों का मानना हैं कि दूसरे सीजन की बजाय ठंड के दिनों में हार्ट अटैक आने का जोखिम काफी बढ़ जाता है। इसलिए इसी मौसम में हार्ट अटैक के मामले अधिक आते हैं। उन लोगों में इसकी संभावना अधिक बढ़ जाती है, जिनकी धमनियां पहले से संकुचित हैं। हार्ट अटैक की संभावना सुबह-सुबह अधिक होती है, क्योंकि इस समय तापमान बेहद ठंडा होता है और नमी भी होती है।
गौरतलब है कि अगर शरीर किसी तरह के संक्रमण से पीड़ित है तो हार्ट को अधिक ब्लड पंप करना पड़ता है। इस वजह से हार्ट तनाव में आ जाता है। इंफ्लूएंजा संक्रमण में भी यही होता है। इस संक्रमण के कारण बॉडी में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है। जो अनियमित हार्ट को अपने निशाने पर ले सकता है। वहीं, इससे ब्लड प्रेशर की कमी के कारण मायोकार्डियल इस्किमिया (Myocardial ischemia) की आशंका बढ़ जाती है।
1. सांस फूलने की शिकायत हो, या फिर कम स्तर की बुखार हो तो समय पर डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
2. किसी भी तरह का मानसिक तनाव लेने से बचना चाहिए। खान-पान की ख़राब आदतों को समय रहते छोड़ दें।
3. अपनी डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल करें। समय-समय पर डॉ. से सलाह लेते रहे।
4. इस सीजन में वायरल इन्फेक्शन की शिकायत भी बढ़ जाती है जो हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाता है।
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