शोधकर्ताओं के अनुसार, दक्षिण-पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत के एक छोटे से क्षेत्र में खोज से पता चलता है कि चमगादड़ों में कितने कोरोनावायरस होते हैं और यह कितने लोगों में फैलने की क्षमता रखते हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ शेडोंग के वेइफेंग शी और उनके सहयोगियों ने मई, 2019 और नवंबर, 2020 के बीच छोटे, जंगल में रहने वाले चमगादड़ों से नमूने एकत्र किए। उन्होंने चमगादड़ के मुंह से स्वाब लेने के साथ-साथ मूत्र और मल का भी परीक्षण किया।
शोधकर्ताओं ने सेल जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट में लिखा, “कुल मिलाकर, हमने विभिन्न चमगादड़ प्रजातियों से 24 कोरोनावायरस जीनोम इकट्ठे किए, जिनमें चार SARS-CoV-2 जैसे कोरोना वायरस शामिल हैं।” इनमें से एक वायरस कोविड – 19 वायरस के बहुत सामान है जो – जेनेटिक रूप से SARS-CoV-2 वायरस जो वर्तमान महामारी का कारण बन रहा है।
उन्होंने कहा – RpYN06 नामक एक वायरल नमूना राइनोफस पुसिलस नामक (horseshoe bat species) प्रजाति से लिया गया।
उन्होने लिखा है “जून 2020 में थाईलैंड से एकत्र किए गए SARS-CoV-2 संबंधित वायरस के साथ, ये परिणाम स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करते हैं कि SARS-CoV-2 से संबंधित वायरस चमगादड़ों की आबादी में प्रसारित होते रहते हैं।”
शोधकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि SARS-CoV-2 कहां से आया। हालांकि चमगादड़ ही संभावित स्रोत बताया जा रहा है। मगर यह संभव है कि वायरस ने पहले एक जानवर को संक्रमित किया हो। 2002-2004 में फैलने वाले सार्स वायरस को सिवेट कैट नामक एक जानवर से ट्रैक किया गया था।
चमगादड़ विभिन्न प्रकार के वायरस के लिए ज़िम्मेदार हैं, जो मनुष्यों में गंभीर बीमारियों का कारण बनते हैं और हेंड्रा वायरस, मारबर्ग वायरस, इबोला वायरस और सबसे विशेष रूप से कोरोना वायरस से जुड़े हुए हैं। चमगादड़ और मनुष्यों के अलावा, कोरोना वायरस सूअर, मवेशी, चूहे, बिल्ली, कुत्ते, मुर्गियां, हिरण और हाथी सहित घरेलू और जंगली जानवरों की एक विस्तृत श्रृंखला को संक्रमित कर सकते हैं।”
अधिकांश नमूने राइनोफस पुसिलस चमगादड़ की प्रजातियों से आए थे। हालांकि कोरोनोवायरस महामारी की उत्पत्ति के बारे में कुछ विवाद है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे संभावित स्रोत एक जानवर है – शायद एक चमगादड़ ।
लोग चमगादड़ का शिकार करते हैं और खाते हैं। चमगादड़ अन्य जानवरों को भी संक्रमित कर सकते हैं, जिनका शिकार और लोग भी करते हैं। ऐसे में उनमें मौजूद वायरस लोगों को भी संक्रमित कर सकते हैं।
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