क्या आपको भी पत्ता गोभी खाने से डर लगता है? तो एक्सपर्ट से जानिए इससे जुड़े मिथ्स की सच्चाई

पत्ता गोभी कई रोगों से बचाव करता है।लेकिन इसके बारे में कहा जाता है कि इसमें मौजूद टेपवर्म ब्रेन हेल्थ को प्रभावित करता है। इस मिथ के पीछे का फैक्ट सही है या नहीं, जानते हैं एक्सपर्ट से।
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पत्तागोभी के सेवन से घातक ब्रेन टैपवर्म  (न्यूरोसिस्टिसरकोसिस) इन्फेक्शन हो सकता है। यह एक मिथ है। चित्र: शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Published: 22 Jan 2023, 12:30 pm IST
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जाड़े के मौसम में वेजिटेबल स्टोर, सुपर मार्केट सभी जगह पत्तागोभी उपलब्ध होता है। हरा रंग होने के कारण यह आकर्षक (Tempting Food) लगता है। पास्ता, नूडल्स, सलाद, सूप में प्रयोग किया जाता है पत्ता गोभी। इसमें मौजूद पोषक तत्व कैंसर से बचाव करने, हृदय स्वास्थ्य और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है। लेकिन पत्ता गोभी के बारे में एक मिथक है। इसमें मौजूद कीड़ा उबालने पर भी नहीं मरता है। यह सीधे ब्रेन की कार्यप्रणाली को प्रभावित करता है। क्या यह सच है या भ्रान्ति (Cabbage Misconception facts), इसके लिए हमने बात की पारस होस्पिटल, गुरुग्राम के इंटरनल मेडिसिन में हेड ऑफ़ द डिपार्टमेंट डॉ. आर. आर. दत्ता से।

पत्ता गोभी के फायदे (Cabbage Benefits)

पत्ता गोभी क्रूसिफेरस फैमिली का सदस्य है। इसमें ब्रोकली, केल, फूलगोभी भी आते हैं। इनमें फाइटोन्यूट्रिएंट्स कंपाउंड मौजूद होते हैं। ये बैली फैट को कम करने में मदद कर सकता है। इसमें सल्फ्रोफेन कंपाउंड भी मौजूद होता है। सल्फर युक्त कंपाउंड के कारण ही पत्तागोभी कड़वे स्वाद वाला होता है। जो कैंसर से बचाव करता है। इसमें सोडियम, पोटेशियम, विटामिन सी, विटामिन के जैसे पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं। इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र के लिए उपयोगी है। यह इन्फ्लेमेशन कम करता है और ब्लड प्रेशर भी घटाता है। यह कोलेस्ट्रॉल लेवल घटाकर हार्ट हेल्थ को भी मजबूती देता है।

क्या है न्यूरोसिस्टिसरकोसिस इन्फेक्शन

टेपवर्म (Taenia solium) मानव मल के संपर्क में आने से फैलता है। दूषित भोजन, पानी और गंदे हाथ के जरिये यह हमारे आहार तक आ जाता है। इससे संक्रमण होने पर मस्तिष्क, मांसपेशियों और अन्य ऊतकों को यह प्रभावित कर देता है। सिस्टीसर्कोसिस त्वचा के नीचे गांठ पैदा कर सकता है। यह मस्तिष्क या रीढ़ की हड्डी में फैलता है, तो सिरदर्द, न्यूरोसिस्टिसरकोसिस (neurocysticercosis) और दौरे पड़ सकते हैं।

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यह जानकारी जरूरी है कि साफ-सफाई के बढ़िया संसाधनों से टेप वर्म प्रभावित नहीं कर सकता है। चित्र : शटरस्टॉक

ऐसा माना जाता है कि पत्तागोभी के सेवन से घातक ब्रेन टैपवर्म  (न्यूरोसिस्टिसरकोसिस) इन्फेक्शन हो सकता है। यह एक मिथ है। इसे किसी को भी गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। यह जानकारी जरूरी है कि साफ-सफाई के बढ़िया संसाधनों से टेप वर्म प्रभावित नहीं कर सकता है।

टेपवर्म संक्रमण कैसे फैलता है

टेपवर्म (Taenia solium) पोर्क पर पाया जाता है, जो न्यूरोसिस्टिसरकोसिस (neurocysticercosis) का कारण बनता है। यह सेंट्रल नर्वस सिस्टम को संक्रमित करता है। इसका तुरंत इलाज किया जा सकता है। जब मनुष्य अधपका भोजन, दूषित पानी और स्वच्छता के नियमों का पालन नहीं करता है, तो वह संक्रमित हो सकता है। इसे रोकने के लिए खाने से पहले सब्जियों को अच्छी तरह धो लें और स्वच्छता बनाए रखें।

टेपवर्म संक्रमण से कैसे बचा जा सकता है

1 खाने से पहले, खाना देने से पहले और शौचालय का उपयोग करने के बाद अपने हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धो लें।
2 खाने से पहले फलों और सब्जियों को अच्छी तरह धो लें। संभव हो तो सब्जियों को थोड़ी देर के लिए गर्म पानी में छोड़ दें।
3 यात्रा करते समय वाटर सेफ्टी प्रीकॉशन का उपयोग करें।
4 टेपवर्म संक्रमण की आशंका हो, तो किसी भी फल या सब्जियों का सेवन करने से पहले उन्हें धोकर उबाल लें। वैकल्पिक रूप से इसे कम से कम एक मिनट के लिए उबालना सुनिश्चित करें। इसे ठंडा होने दें और फिर इसका इस्तेमाल करें।
5 कच्चा या अधपका मांस या मछली खाने से बचें।

अंत में

डॉ. आर. आर. दत्ता अंत में इस बात पर जोर देते हैं कि पत्तागोभी और घातक ब्रेन टेपवर्म के बीच कोई संबंध नहीं है। यह एक गलत धारणा है। ध्यान में सिर्फ इतना रखना है कि पकाने से पहले सभी सब्जियों को धो लेना चाहिए।

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पत्ता गोभी को बनाने से पहले गर्म पानी से अच्छी तरह धो लें। चित्र-शटरस्टॉक

यदि साफ़-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है, तो टेपवर्म संक्रमण हो सकता है। ऐसी अफवाहों को कभी स्वीकार न करें। गोभी खाने से दिमाग को कोई नुकसान नहीं होता है।

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