पोलियो से लेकर रूबेला तक टीका कारण को लेकर भ्रान्तियां देखने को मिली हैं, लेकिन बेहतर संचार और जानकारी के कारण इन पर भरोसा कायम हुआ। कोविड-19 वैक्सीन के बारे में भी हालात ऐसे ही हैं। इसलिए हम लगातार कोविड-19 टीकाकरण पर नजर बनाए हुए हैं। अब तक इस संदर्भ में जो अपडेट्स हमें मिले हैं, हम आपके साथ साझा कर रहे हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी भारतीय कोविड-19 टीकाकरण अभियान को दुनिया भर में सबसे बड़ी वैक्सीनेशन ड्राईव (Vaccination drive) माना है। वैक्सीन के बाजार में आने से लेकर अब इसकी दूसरी खुराक के इंतजार तक कुछ अपडेट्स हैं, जिनके बारे में आपको जानना चाहिए।
देश मे कोरोना टीकाकरण अभियान चल रहा है जो देश ही नहीं बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम है। अभी तक देश में कुल 1,48,266 लोगों का वैक्सीनेशन किया गया है। साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में अब तक कुल 580 टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटनाएं रिपोर्ट हुईं है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी डाटा से पता चला है कि बचाव के लिए टीका लेने वाले कुल लोगों में से 0.18 प्रतिशत में ही इसके साइड इफैक्ट देखने को मिले हैं। जबकि 0.002 प्रतिशत लोगों को माइल्ड सिम्पटम्स की वजह से अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।
सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक ने गाइडलाइन्स जारी कर कहा कि अगर कोविशील्ड और कोवैक्सीन की पहली खुराक लेने पर किसी तरह की कोई गंभीर एलर्जी की शिकायत होती है, तो टीके की अगली खुराक नहीं लेनी चाहिए। ऐसा करने से आगे के लिए गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
ध्यान रहे कि वैक्सीनेशन के दौरान किसी भी तरह का नशा न करें, क्योंकि यह आपके शरीर में हार्मोनल डिसबैलेंस पैदा कर सकता है। जिससे वैक्सीन रियेक्ट कर सकती है|
सोडा और अन्य मीठे पेय पदार्थ आपकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। वैज्ञानिक अध्ययनों में पाया गया है कि अधिक मात्रा में इनका सेवन करने पर, वजन बढ़ने, मोटापा, टाइप 2 मधुमेह, हृदय रोग, लिवर, दांतों की सड़न जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
शराब और धूम्रपान वैक्सीन के असर को प्रभावित कर सकते हैं। चित्र: शटरस्टॉकज्यादा सोडा पीने से बॉडी में एसिड बन सकता है, जो वैक्सीनेशन के असर को कम कर सकता है|
सीएसआईआर की ओर से देशभर में किए गए सर्वेक्षण में यह पता चला है कि शाकाहारी भोजन कोविड-19 के खिलाफ सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
साथ ही एक हेल्दी डाइट प्लान अपनायें जिसमें विटामिन C, विटामिन B कॉम्प्लेक्स मौजूद हों। जैसे मौसमी फल, नट्स, स्प्राउट्स आदि। ऐसा करने से जीवन शैली तो अच्छी होगी ही, आपकी अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता की वजह से वैक्सीन का असर भी बढ़ेगा
हालांकि अभी केवल फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स को ही कोविड-19 वैक्सीन दी जा रही है। फिर भी कुछ लोग ऐसे चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें कोविड वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए। वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक ने अपने-अपने कोरोना रोधी टीकों से संबंधित गाइडलाइन्स जारी की हैं। अपनी वेबसाइट पर जारी फैक्ट शीट में उन्होंने ये सावधानियां बरतने के निर्देश दिए हैं।
ये जरूरी जानकारियां निश्चित ही आपको उन सभी कंफ्यूजन को दूर करने में मदद करेंगी, जो आपको सोशल मीडिया दे रहा है। तो सुनी सुनाई बातों पर भरोसा न करें और फैक्ट चैक करने के लिए हेल्थ शॉट्स को लॉग इन करते रहें।
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